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"पांच पार्किंग को ई-ऑक्शन से बाहर कर BJP ने किया करोड़ों का घोटाला"- आतिशी

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Published : Nov 17, 2021, 6:22 PM IST

आप वरिष्ठ नेता आतिशी (Aap leader Atishi) ने भारतीय जनता पार्टी पर नॉर्थ एमसीडी में पांच पार्किंग को ई-ऑक्शन (E-Auction) से बाहर कर करोड़ों रुपए का घोटाला करने का आरोप लगाया है.

Atishi alleges BJP for scam of Parking
Atishi alleges BJP for scam of Parking

नई दिल्ली :आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) की वरिष्ठ नेता आतिशी ने कहा कि भाजपा शासित एमसीडी खुलेआम भ्रष्टाचार कर रही है. पांच पार्किंग को ई-ऑक्शन (E-Auction) से बाहर कर एमसीडी में करोड़ों रुपए का घोटाला किया है. इसके लिए उन्होंने नॉर्थ एमसीडी पर ये आरोप लगाते हुए सबूत पेश करने का दावा किया.

उन्होंने कहा कि निगम ने चार अक्टूबर को पार्किंग के लिए ई-टेंडर (E-Tender) निकाला था. जिसमें बिना कोई कारण बताए नौ नवंबर को बदलाव किया गया. एमसीडी अब न्यूनतम रेट पर पांच मुख्य पार्किंग का उन्हीं लोगों को देगी, जो कि अभी तक इनको चलाते आए हैं. इनमें मानसरोवर गार्डन, अजमल खान रोड, करोल बाग, शास्त्री पार्क और ऊषा रोड की मुख्य स्थानों की पार्किंग शामिल हैं. अब एमसीडी को सिर्फ 17 लाख रुपए हर माह मिलेंगे, जबकि ई-ऑक्शन ‌से करीब 70 लाख रुपए तक राजस्व हर महीने मिलता.

आम आदमी पार्टी की वरिष्ठ नेता और विधायक आतिशी ने कहा कि पिछले कई सालों से एमसीडी यह राग अलापती आयी है कि हमारे पास पैसे नहीं है इसलिए डॉक्टरों, नर्सों, अध्यापकों, सफाई कर्मचारियों सहित अन्य की तनख्वाह नहीं दे पा रहे हैं. यह कई बार सामने आया है कि एमसीडी के पास पैसे की कमी इसलिए है क्योंकि तीनों एमसीडी भ्रष्टाचार में लिप्त हैं. भ्रष्टाचार का आज एक नमूना सामने आया है कि किस तरह से भाजपा एमसीडी के राजस्व आने के जो भी तरीके हैं, उनमें भ्रष्टाचार करती है और अपनी जेब भरती है. इसी वजह से एमसीडी के पास तनख्वाह देने के पैसे नहीं होते हैं.

आतिशी ने भारतीय जनता पार्टी पर आरोप लगाया है.

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नॉर्थ एमसीडी (North MCD) में हो रहे भ्रष्टाचार का खुलासा करने का दावा करते हुए विधायक आतिशी ने कहा कि पार्किंग के कॉन्ट्रैक्ट में घोर भ्रष्टाचार हो रहा है. उत्तरी दिल्ली नगर निगम ने चार अक्टूबर को अपनी वेबसाइट पर 65 पार्किंग लॉट्स के लिए ई-टेंडर (E-Tender) निकाला. पार्किंग आवंटन का जो टेंडर होता है, यह बाकी किसी भी कॉन्ट्रैक्ट से अलग होता है क्योंकि यह एक तरह का ऑक्शन होता है. जब भी कोई सरकार कुछ खरीदती है तो उसमें सबसे कम जो बोली लगाता है उसको दिया जाता है. लेकिन जब सरकार पार्किंग के अलॉटमेंट का टेंडर निकालती है तो एक न्यूनतम कीमत रखी जाती है. उस न्यूनतम कीमत से जो भी अधिकतम बोली लगाता है, वह टेंडर जीत जाता है. इसका उद्देश्य यह है कि सरकार के पास ज्यादा से ज्यादा राजस्व आए. यही ऑक्शन का नियम है, जिसे हर स्तर पर राजस्व के लिए इस्तेमाल किया जाता है.

विधायक आतिशी (MLA Atishi) ने कहा कि भाजपा को पता है कि उनके अब एमसीडी में कुछ महीने बचे हैं. उनका समय अब एमसीडी में खत्म हो रहा है. एमसीडी का चुनाव (Election of Mcd) अप्रैल में हार जाएंगे तो पैसे कहां से खाएंगे. इसकी वजह से आजकल उन्होंने बिना किसी शर्म के खुलेआम भ्रष्टाचार करना शुरू कर दिया है. 65 पार्किंग लॉट्स (Parking Lots) के ई-ऑक्शन में बिना कोई कारण बताए 9 नवंबर को बदलाव (कॉरिजेंडम) किया जाता है. पांच मुख्य जगह की पार्किंग को उस ई-ऑक्शन (E-Auction) की प्रक्रिया से बाहर कर दिया जाता है.

उन्होंने कहा कि यह वही उत्तरी दिल्ली नगर निगम (North Delhi Municipal Corporation) है, जो आज अपने डॉक्टरों, नर्सों, अध्यापकों, सफाई कर्मचारियों सहित अन्य को तनख्वाह नहीं दे रही है. डॉक्टर-नर्स धमकी दे रहे हैं कि अगर तनख्वाह नहीं मिली तो हड़ताल पर चले जाएंगे. जब डॉक्टर और नर्स हड़ताल पर जाएंगे तो कहेंगे कि दिल्ली सरकार ने हमें पैसे नहीं दिए, इसलिए हम तनख्वाह नहीं दे पा रहे हैं लेकिन आज उत्तरी दिल्ली नगर निगम में जिस तरह से भ्रष्टाचार हो रहा है, उसका पर्दाफाश हो गया है. पार्किंग एमसीडी के राजस्व का बड़ा स्रोत हो सकता है। बिना ऑक्शन प्रक्रिया के मुख्य पार्किंग को न्यूनतम रेट पर आवंटित किया जा रहा है.

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