नई दिल्ली : कर्नाटक के हिजाब विवाद की गूंज अब देशभर में सुनाई देने लगी है. कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने कपड़ों को लेकर महिलाओं की पसंद का समर्थन किया जबकि केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने पोशाक मुद्दे को सांप्रदायिक रंग दिए जाने की आलोचना की. हिजाब विवाद कर्नाटक से निकलकर राजधानी दिल्ली में पहुंच गया है. हिजाब विवाद को लेकर आज दिल्ली के चाणक्यपुरी में स्थित कर्नाटक भवन के बाहर AISA के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया. वहीं प्रदर्शनकारी छात्रों को दिल्ली पुलिस की तरफ से विरासत में लिया गया है. कई छात्र-छात्राओं के हाथों में तख्ती लेकर शिक्षण संस्थानों में हिजाब न पहनने देने पर अपना विरोध जताया.
प्रदर्शन कर रहे छात्र संगठन AISA ने हिजाब से जुड़े सवाल पर कहा कि लड़कियों के हिजाब पहनने से किसी को क्या दिक्कत हो सकती है. क्या हिजाब पहनने से किसी को कुछ तकलीफ हो रही है. प्रदर्शनकारियों ने कहा कि अगर समानता की बात है तो क्या स्कर्ट पहनने से लैंगिक समानता आती है ?
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अगर ऐसा है तो लड़कों और लड़कियों को स्कर्ट पहना कर बैठा देना चाहिए. प्रदर्शनकारियों को डीटीसी की बस में भरकर ले जाया गया. खिड़कियों से बाहर निकलकर ईटीवी भारत से बात करते हुए कार्यकर्ताओं ने कहा है कि देश की सरकार निकम्मी है और इतना ही नहीं छात्रों, गरीबों की आवाज दबाने की कोशिश की जा रही है और इस समय यूपी में सहित पांच राज्यों में चुनाव है. यह सब बीजेपी का चुनावी हथकंडा है और देश में एक ऐसा माहौल क्रिएट किया जा रहा है, जिससे बीजेपी को फायदा हो हिंदू-मुस्लिम को आपस में लड़ाया जा रहा है.
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हिजाब कंट्रोवर्सी को लेकर आज छात्र संगठन AISA की तरफ से करीब तीन बजे कर्नाटक भवन के बाहर प्रोटेस्ट की जानकारी दी गई थी. इसको लेकर पहले से ही दिल्ली पुलिस के जवान और अर्द्धसैनिक बल के जवान पूरी तरह से मुस्तैद थे. जैसी ही AISA कार्यकर्ता यहां पहुंचे, उन्हें तुरंत हिरासत में लेकर बस में भर दिया गया. इस दौरान छात्र जमकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे.