विल्लुपुरम: विल्लुपुरम जिले के एक आश्रम में रह रहे दिव्यांग और मानसिक रूप से बीमार लोगों के साथ दुर्व्यवहार करने का आरोप लगा था (Villupuram Ashram Case). उसके आधार पर तिरुपुर से जवाहरउल्लाह से मिलने गए परिजनों ने बताया कि आश्रम में रहने वाला जवाहरउल्लाह गायब हो गया है. आश्रम में रह रहे 15 से अधिक लोग लापता हैं. इस मामले में राष्ट्रीय महिला आयोग की टीम ने अस्पताल में इलाज करा रही कुछ महिलाओं से बातचीत की, जिसके बाद आश्रम में रहने वाली दो महिलाओं के यौन उत्पीड़न की पुष्टि की है.
इसके बाद जवाहरउल्ला के रिश्तेदारों ने मद्रास उच्च न्यायालय में बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका दायर की. उसके आधार पर पुलिस द्वारा की गई जांच में पता चला कि बिना अनुमति के अवैध रूप से आश्रम संचालित हो रहा था. यह भी पता चला कि आश्रम में रहने वाले मानसिक रूप से विक्षिप्त और दिव्यांग लोगों को बंदरों से परेशान किया जा रहा था. इसी तरह, पुलिस ने पाया कि आश्रम में रह रहे 15 से अधिक लोग लापता हैं.
इसके बाद सरकारी अधिकारियों और पुलिस ने आश्रम में मौजूद सभी लोगों को रेस्क्यू कर इलाज के लिए सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया. साथ ही आश्रम में रह रही महिलाओं के यौन उत्पीड़न की शिकायतों से भी हड़कंप मच गया. इस मामले में जिला कलक्टर ने बिना अनुमति संचालित आश्रम को सील करने का आदेश दिया. साथ ही तमिलनाडु के डीजीपी शैलेंद्रबाबू ने कल सीबीसीआईडी को मामले की गंभीरता से जांच करने का निर्देश दिया था.