दिल्ली

delhi

जम्मू-कश्मीर का यह युवक बनाता है बेहतरीन छाया कृति, देखकर रह जाएंगे हैरान

By ETV Bharat Hindi Team

Published : Nov 20, 2023, 7:27 PM IST

दक्षिणी कश्मीर के अनंतनाग इलाके में एक युवक छाया कला में पारंगत है. वह कागज की कुछ तरह से कटिंग करता है कि जब उस पर प्रकाश डाला जाता है, तो उसकी छाया में एक बेहतरीन छवि बनती है. युवक ने सरकार से उसके हुनर को बढ़ावा देने और आर्थिक मदद करने की मांग की है. excellent shadow work, Jammu and Kashmir News

shadow art
छाया कला

युवक ने की बेहतरीन छाया कला

अनंतनाग: केंद्र शासित जम्मू-कश्मीर में प्रतिभाशाली युवाओं की कोई कमी नहीं है, चाहे वह शिक्षा, खेल गतिविधियों या अन्य क्षेत्रों में हो. इसलिए यहां के युवा न केवल घरेलू स्तर पर बल्कि विदेशी स्तर पर भी हर क्षेत्र में आगे हैं. ऐसे प्रतिभाशाली युवाओं को प्रोत्साहित करना और उचित एवं गुणवत्तापूर्ण मंच प्रदान करना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक होना चाहिए.

दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले के मुख्य शहर से लगभग 35 किमी की दूरी पर स्थित जंगल के पेड़ों के बीच स्थित दक्षिण कश्मीर के एक क्षेत्र मागम कोकेरनाग का 25 वर्षीय निवासी सोहेल अहमद भट, जिसके पास एक अनोखा हुनर है. वैसे तो सोहेल पेशे से बढ़ई का काम करते हैं, लेकिन वह बचपन से ही कुछ अलग करना चाहता था.

उनके भाई ओबैद अहमद का कहना है कि सोहेल अहमद बचपन से ही काफी मेहनती हैं, हालांकि उस वक्त परिवार में किसी ने उनका साथ नहीं दिया. अपने माता-पिता से कई बार डांट खाने के बाद भी ओबैद अहमद बताते हैं कि तमाम मुश्किलों के बावजूद सोहेल अहमद ने हिम्मत नहीं हारी और रात भर अपने काम के साथ-साथ अपने शौक का भी फायदा उठाया.

उन्होंने कहा कि सोहेल ने अपनी कड़ी मेहनत जारी रखते हुए अब तक कई कलाकृतियों के साथ-साथ कई मशहूर हस्तियों की छाया कला बनाई है, जिसे देखने के लिए कई लोग उनके घर आते हैं. सोहेल की मां गुलाम फातिमा का कहना है कि भले ही उनके इलाके में बुनियादी सुविधाओं का अभाव है, लेकिन ऐसे ग्रामीण इलाके में इतने प्रतिभाशाली युवा के लिए यह वाकई गर्व की बात है, हालांकि पहले तो हमें लगा कि सोहेल अपना समय बर्बाद कर रहा है.

उसकी मां ने कहा कि हमने उतना सपोर्ट नहीं किया, लेकिन उसकी मेहनत और लगन ने यह साबित कर दिया कि वो किसी से कम नहीं है. उन्होंने कहा कि सोहेल में जो प्रतिभा छिपी है वह बहुत कम लोगों में पाई जाती है. उन्होंने कहा कि घर में इतने संसाधन नहीं हैं कि हम उसकी आर्थिक मदद कर सकें, इसलिए हम प्रशासन तक यह संदेश पहुंचाना चाहते हैं कि उनकी आर्थिक मदद की जाए.

ABOUT THE AUTHOR

...view details