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राजस्थान: पाली के बांगड़ मेडिकल कॉलेज में रैगिंग, जूनियर्स को बनाया मुर्गा, एक बेहोश...48 मेडिकोज निलंबित

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Published : Jul 13, 2022, 2:40 PM IST

Ragging case in Bangar Medical College

पाली के बांगड़ मेडिकल कॉलेज में रैगिंग का मामला सामने आया है. वर्ष 2018 और 2019 बैच के सीनियर्स ने 2020 बैच के स्टूडेंट्स को मुर्गा बनाकर बुरी तरह पीटा. इसके चलते एक छात्र बेहोश भी हो गया. मेडिकल कॉलेज प्राचार्य ने कार्रवाई करते हुए 48 मेडिकोज को निलंबित कर दिया है.

पाली. बांगड़ मेडिकल कॉलेज में रैगिंग के मामले (Ragging case in Bangar Medical College Pali) को लेकर मेडिकल कॉलेज एक्शन मोड पर दिखाई दे रहा है. जांच कमेटी की रिपोर्ट पर मेडिकल कॉलेज प्राचार्य दीपक वर्मा ने कार्रवाई करते हुए 48 मेडिकोज को निलंबित कर दिया है. इसमें 2018-2019 बैच के स्टूडेंट के साथ 2020 बैच के स्टूडेंट भी शामिल हैं.

इधर, सस्पेंड होने के बाद मेडिकल कॉलेज के सीनियर गुट के छात्र जश्न के माहौल में नजर आए. कॉलेज से बाहर निकलते हुए उनके साथियों ने मालाएं पहनाकर स्वागत किया. यही नहीं कार और बाइक रैली भी निकाली गई. कई सीनियर ने तो व्हाट्सएप स्टेटस पर हैप्पी फादर्स डे लिखकर यह मैसेज देने का प्रयास किया कि कॉलेज में उन्हीं की चलेगी.

पाली के बांगड़ मेडिकल कॉलेज में रैगिंग

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बता दें, सीनियर्स ने रैंगिंग (Ragging case in Bangar Medical College Pali) के दौरान जूनियर से यह कहा था कि कॉलेज हमारा है और हम तुम्हारे बाप हैं. सोमवार को रैंगिंग की शिकायत मिलने के बाद प्रिंसिपल डॉ. दीपक वर्मा ने जांच कमेटी बनाई थी. जांच कमेटी ने मंगलवार शाम को जांच रिपोर्ट प्रिंसिपल डॉ. दीपक वर्मा को सौंपी, जिसके बाद डॉक्टर वर्मा ने कमेटी की रिपोर्ट पर 48 मेडिकोज को 21 दिन के लिए निलंबित कर दिया. इनमें 2018 बैच के 14 और 2019 बैच के 25 मेडिकोज हैं. इनके अलावा 2020 बैच के 9 स्टूडेंट को भी निलंबित किया गया है. सभी को अग्रिम आदेशों तक हॉस्टल से भी निकाला गया है.

गौरतलब है कि मेडिकल कॉलेज में 26 अप्रैल को वर्ष 2019 बैच के स्टूडेंट ने 2020 बैच के लिए फ्रेशर्स पार्टी का आयोजन किया था. इसमें 2018 बैच के मेडिकोज को नहीं बुलाया गया. इससे खफा सीनियर्स ने 2020 बैच के मेडिकोज को परेशान करना शुरू कर दिया और 9 जुलाई की रात सीनियर्स ने हॉस्टल में घुसकर मारपीट की. जिसमें एक स्टूडेंट बेहोश भी हो गया. जूनियर्स का आरोप यह भी है कि उन्हें मुर्गा बनाकर प्राइवेट पार्ट पर लातें मारी गई. मेडिकल कॉलेज प्राचार्य ने इस मामले को रैंगिंग का नहीं मानते हुए आपसी मनमुटाव का बता रहे हैं.

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