दिल्ली

delhi

Unified Command Meeting: यूनिफाइड कमांड बैठक के बहाने सियासत, नक्सल मुक्त गांवों पर क्रेडिट लेने की होड़

By

Published : Jun 27, 2023, 9:17 PM IST

Unified Command Meeting नक्सली दखल के चलते छत्तीसगढ़ के कई अंदरूनी इलाके आज भी विकास के ककहरे से नावाकिफ हैं. यातायात के साधन तो दूर ढंग की सड़क तक नहीं है. स्कूल, काॅलेज, अस्पताल जैसी सुविधाओं को लोगों ने देखे तक नहीं हैं. इन इलाकों को देश दुनिया से जोड़ने के लिए फोर्स लगातार कोशिश में जुटी है. विधानसभा चुनाव 2023 नजदीक आते ही अब नक्सल मुक्त अभियान को लेकर सियासत भी शुरू हो गई है.

Unified Command Meeting
यूनिफाइड कमांड की बैठक

यूनिफाइड कमांड की बैठक

रायपुर:नक्सली चुनौती के खिलाफ रणनीति बनाने के लिए मंगलवार को रायपुर में यूनिफाइड कमांड की बैठक हुई, जिसमें कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए. केंद्र और राज्य के बलों में समन्वय को लेकर हुई यह बैठक भी सियासत से दूर नहीं रह पाई. यहां भी क्रेडिट लेने की होड़ साफ नजर आई. पिछले हफ्ते दुर्ग में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने छत्तीसगढ़ में नक्सल मुक्त अभियान का लेखा जोखा रखकर वोटरों को साधने की कोशिश की. इसके जवाब में सीएम बघेल ने 650 गांवों को नक्सलियों से मुक्त कराने का दावा ठोंक दिया है.

यूनिफाइड कमांड की बैठक

पिछले हफ्ते लिखी गई क्रेडिट लेने की पटकथा:विधानसभा चुनाव 2023 को लेकर दोनों प्रमुख दल अभी से पूरा जोर लगा रहे हैं. पिछले हफ्ते दुर्ग में एक रैली को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा था कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने पिछले नौ वर्षों में छत्तीसगढ़ के बस्तर के कुछ इलाकों को छोड़कर देश में वामपंथी उग्रवाद पर काबू पा लिया है. मंगलवार को रायपुर में यूनिफाइड कमांड की बैठक के बाद सीएम भूपेश बघेल ने इस पर पलटवार करते 650 गांवों को नक्सल मुक्त कराने का क्रेडिट प्रदेश सरकार को दिया. सीएम बघेल ने कहा कि "आज यही बैठक में इसे और आगे बढ़ाने के लिए मीटिंग में बात हुई. साथ ही आने वाले चुनाव में सारे दल के लोग और राजनेता लोग आएंगे, उनकी सुरक्षा किस तरह कराया जाए, इस बात पर भी चर्चा हुई."



विकास, विश्वास और सुरक्षा के साथ बढ़ रहे आगे:सीएम बघेल ने कहा कि "विकास, विश्वास और सुरक्षा की त्रिवेणी को लेकर हम आगे बढ़े, जिसका सुखद परिणाम यह है आज नक्सली गतिविधियों में बेहद कमी आई है. दूसरी बात यह है हमने करीब 75 कैंप खोले हैं. पहले सिर्फ बफर जोन में कैंप खोलते थे, आज कोर सेक्टर में सुकमा जैसे जिलों में 23 कैंप हमने खोले हैं. इसके कारण अबूझमाड़ जैसे इलाके में आदिवासियों को पट्टा दिया गया और वहां खेती भी शुरू है."

अंदरूनी क्षेत्रों में स्कूल जो बंद पड़े थे उसे शुरू किया. हाट बाजार क्लीनिक योजना की शुरुआत हम लोगों ने की. सड़कें ढाई हजार किलोमीटर बनाई. 34 से 35 बड़े पुल पुलिया बनाए. इंद्रावती में भी दो पुल बने हैं जो अबूझमाड़ को दंतेवाड़ा और बीजापुर से जोड़ते हैं. सड़कें भी अंदरूनी क्षेत्रों में बनी हैं. इसका सुखद परिणाम यह हुआ कि लोगों की आय में वृद्धि हुई. शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार का काम हम लोगों ने किया है. पहले पुलिस को आम बस्तर के लोगों दुश्मन मानते थे, लेकिन अब जो परिवर्तन आया उससे पुलिस और आम जनता के बीच मित्रता की स्थिति है. -भूपेश बघेल, मुख्यमंत्री, छत्तीसगढ़

CM Baghel Targets BJP: बीजेपी के अविश्वास प्रस्ताव का देंगे मुहतोड़ जवाब, UCC लागू होने से आदिवासियों का क्या होगा : सीएम भूपेश बघेल
Amit Shah Durg Visit: अमित शाह के दुर्ग दौरे से भाजपा या कांग्रेस किसे लाभ ?
Sex CD Case In Chhattisgarh: सीडी कांड मामले में जमानत पर रिहा भूपेश बघेल मुख्यमंत्री बने घूम रहे: रमन सिंह

ड्रोन अटैक और नक्सली हमले पर सीएम ने ये कहा:नक्सली ड्रोन उड़ा रहे हैं उनके पास आधुनिक हथियार हैं. उनसे निबटने के सवाल पर सीएम बघेल ने कहा कि"इस तरह की सूचनाएं आती हैं. क्योंकी यह रणनीति का हिस्सा है, जिसके बारे में अधिकारी स्तर पर लगातार चर्चा होती है. इसको रोकने के लिए किस तरह से हमारी रणनीति होनी चाहिए, यह बात गोपनीयता रहनी चाहिए."

केंद्र और राज्य की एजेंसियों में समन्वय पर जोर:सर्किट हाउस में यूनिफाइड कमांड की बैठक में सीएम भूपेश बघेल, गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू, गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव सुब्रत साहू, छत्तीसगढ़ डीजीपी अशोक जुनेजा और सीआरपीएफ, आईटीबीपी, बीएसएफ, आईबी के उच्च अधिकारियों सहित नक्सल ऑपरेशन से जुड़े सभी अधिकारी मौजूद रहे. इस दौरान केंद्रीय एजेंसियों और छत्तीसगढ़ पुलिस के बीच समन्वय और मानसून में नक्सल ऑपरेशन पर भी चर्चा हुई.

ABOUT THE AUTHOR

...view details