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वैक्सीनेशन के बाद शरीर में चुंबकीय गुण विकसित होने का दावा निकला झूठा

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Published : Jun 12, 2021, 2:13 PM IST

Updated : Jun 12, 2021, 3:00 PM IST

वैक्सीनेशन
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कोटा शहर में एक व्यक्ति ने वैक्सीन लगने के बाद लोहे और स्टील की वस्तुएं चिपकने का दावा किया था. ईटीवी भारत ने दावे की पड़ताल की. पाउडर लगाकर वस्तुएं चिपकाने की कोशिश, लेकिन सारी कोशिशें नाकाम हो गई. हालांकि, ऐसा ही दावा महाराष्ट्र के पुणे में भी किया गया था.

कोटा :पुणे के बाद अब कोटा में एक व्यक्ति ने वैक्सीन लगने के बाद लोहे और स्टील की वस्तुएं चिपकने का दावा किया है. हालांकि, ईटीवी भारत ने मौके पर पहुंचकर इस दावे की पोल खोल दी.

ईटीवी भारत की टीम दावे की पड़ताल करने मौके पर पहुंची. दावा करने वाले सज्जन सिंह के शरीर पर पाउडर लगाकर लोहे की वस्तुएं चिपकाने के लिए दीं, तो दावे की हवा निकल गई. वस्तुएं शरीर से चिपकाने की सज्जन ने खूब कोशिश की, लेकिन सारी कोशिशें नाकाम हो गईं. जाहिर है कि शरीर से लोहे की चीजें पसीने के कारण चिपक रही थी.

वहीं, चिकित्सकों ने भी इस दावे को सिरे से खारिज कर दिया है. उनका कहना है कि पसीने में मौजूद मैटेलिक और मिनरल्स होते हैं. अभी उमस काफी बढ़ गई है, जिसके चलते पसीना शरीर से नहीं सूख रहा है, जिसके चलते ही लोहे के आइटम चिपक रहे हैं, लेकिन इस तरह के मनगढ़ंत दावों का गलत असर वैक्सीनेशन पर पड़ेगा. लिहाजा लोगों को किसी अफवाह या झांसे में नहीं आना चाहिए.

लोहा-स्टील चिपकने का दावा फेल

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ईटीवी भारत ने किया मामले का खुलासा
आरकेपुरम निवासी सज्जन सिंह ने दावा किया है कि 24 मई को कोवैक्सीन लगवाने के बाद उनके शरीर से लोहे और स्टील की चीजें चिपक रही हैं. बता दें कि एक महिला लता ने भी इसी तरह का दावा किया था. इस बीच ईटीवी भारत की टीम मौके पर पहुंची और युवक का वीडियो बनाया. वाकई उस वक्त अधिकांश वस्तुएं सज्जन के शरीर से चिपक रही थी. ईटीवी भारत संवाददाता ने मौके पर मौजूद शिवपुरा निवासी संजय के शरीर पर भी सिक्के चिपकाने की प्रयोग किया. संजय के शरीर पर भी सिक्के चिपकने लगे.

बता दें कि संजय ने वैक्सीन की एक भी डोज नहीं लगवाई थी. ऐसे में सज्जन के दावे पर शक हुआ. शक दूर करने के लिए ईटीवी भारत संवाददाता ने सज्जन के शरीर पर पाउडर लगा दिया. ऐसा करने से उसके शरीर से पसीने का चिपचिपापन दूर हो गया. जिसके बाद तो एक सेकेंड के लिए भी लोहे की कोई वस्तु उसके शरीर से नहीं चिपकी. जाहिर था कि कमी वैक्सीन में नहीं, बल्कि पसीने में थी.

चौराहे पर लोगों के शरीर पर किया प्रयोग
आरकेपुरम सर्किल स्थित रावण चौक पर मौजूद तेजकरण सोनी और लोकेश मीणा पर भी सिक्के और चम्मच चिपका कर देखा गया. पसीने के कारण ये सभी चीजें चिपक रही थीं. वैक्सीनेशन का इस तरह के 'जादू' से कोई संबंध नहीं था. वहीं, तेजकरण और लोकेश ने माना कि सिक्के पसीने के कारण चिपक रहे थे. इसमें वैक्सीन का कोई रोल नहीं है.

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वैक्सीन के बारे में ना फैलाएं भ्रम
मेडिकल कॉलेज में चर्म रोग विभागाध्यक्ष और सीनियर प्रोफेसर डॉ. देवेंद्र यादव का कहना है कि इस तरह की चीजें अंधविश्वास के चलते होती हैं. वैक्सीन के संबंध में इस तरह के दावे कई लोग कर रहे हैं. सभी दावों को सरकार खारिज कर चुकी है. साथ ही डॉ. देवेंद्र यादव ने कहा कि वैक्सीन में ऐसा कोई मटेरियल या मेटल नहीं है, जिससे चुंबकीय प्रभाव शरीर पर आ जाए.

पसीने के में होते हैं मिरल्स और मेटलिक
डॉ. यादव ने कहा, हमारे शरीर से निकलने वाले पसीने में कई कंपोनेंट होते हैं, जिसमें मेजर है पानी. इसके अलावा कुछ मैटेलिक और मिनरल्स भी निकलते हैं. इनमें सोडियम पोटेशियम, जिंक और कॉपर भी होते हैं. साथ ही यूरिक एसिड और यूरिया भी शरीर से निकलता है. इसी के चलते पसीना चिपचिपा होता है. गर्मी के मौसम में पसीना आकर शरीर से उड़ जाता है, लेकिन उमस के कारण पसीने का चिपचिपापन शरीर पर रह जाता है. इसी कारण लोहे और स्टील की वस्तुएं शरीर पर चिपक जाती हैं.

Last Updated :Jun 12, 2021, 3:00 PM IST

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