नई दिल्ली :राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने बुधवार को मानव तस्करी में संलिप्त लोगों को पकड़ने के लिए देशव्यापी छापेमारी की, जिसमें कुल 44 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. एनआईए के एक प्रवक्ता ने यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि आठ राज्यों और दो केंद्र शासित प्रदेशों में छापेमारी मानव तस्करी के मामलों से संबंधित है. उन्होंने बताया कि इस छापेमारी में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और राज्य पुलिस बलों को भी शामिल किया गया. एनआईए की देशव्यापी छापेमारी के बाद आईएसआई आतंकियों के तार फिलिस्तीन से जुड़े हैं.
जानकारी के मुताबिक, गुवाहाटी, चेन्नई, बेंगलुरू, जयपुर में एनआईए शाखाओं में चार मानव तस्करी के मामले दर्ज करने के बाद बुधवार सुबह से त्रिपुरा, असम, पश्चिम बंगाल, कर्नाटक, तमिलनाडु, तेलंगाना, हरियाणा, राजस्थान और केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर और पुडुचेरी में व्यापक अभियान चलाया गया. इस दौरान मानव तस्करी के चार मामलों में 44 लोगों को गिरफ्तार किया गया. एनआईए के एक अधिकारी ने बताया कि सुरक्षा एजेंसी द्वारा गिरफ्तार किए गए कुल 44 गुर्गों में से 21 त्रिपुरा, 10 कर्नाटक, 5 असम, 3 पश्चिम बंगाल, 2 तमिलनाडु और 1-1 पुडुचेरी, तेलंगाना और हरियाणा से हैं. वहीं, जम्मू में एक अधिकारी ने बताया कि म्यांमा से आए एक रोहिंग्या मुस्लिम को जम्मू-कश्मीर में छापेमारी के दौरान हिरासत में लिया गया. अधिकारी ने बताया कि जफर आलम को देर रात करीब दो बजे जम्मू के बठिंडी इलाके में उसके अस्थायी आवास से हिरासत में लिया गया, जबकि एक अन्य आरोपी फरार है. जम्मू में अधिकारी ने कहा कि छापेमारी म्यांमा के प्रवासियों की झुग्गियों तक ही सीमित थी और पासपोर्ट अधिनियम के उल्लंघन एवं मानव तस्करी से संबंधित मामले की जांच के सिलसिले में की गई.
जब्त सामग्रियां : तलाशी के दौरान एनआईए ने मोबाइल फोन, सिम कार्ड और पेन ड्राइव जैसे डिजिटल उपकरण बरामद किए. इसके साथ ही आधार कार्ड और पैन कार्ड सहित बड़ी संख्या में पहचान-संबंधी दस्तावेज़ों को भी कब्जे में लिया, जिनके फर्जी होने का संदेह किया जा रहा है. वहीं, पकड़े गए लोगों से भारतीय मुद्रा नोट जिनका कुल मूल्य 20 लाख रुपये से अधिक है और 4550 USD विदेशी मुद्रा जब्त किया गया है.