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हिंदू महासभा का खुलासा: बापू को मारने के बाद जिन्ना की हत्या की थी तैयारी, पहले ही पकड़ा गया गोडसे

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Published : Oct 2, 2021, 5:59 PM IST

एक तरफ पूरा देश राष्ट्रपिता महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) को उनकी जयंती पर याद कर रहा था, तो दूसरी तरफ ग्वालियर में फिर से हिंदू महासभा ने बापू के हत्यारे नाथूराम गोडसे (Nathuram Godse) और नारायण राव आप्टे (Narayan Rao Aapte) को याद किया. हिंदू महासभा (Hindu Mahasabha) ने सेमिनार का आयोजन किया, जिसमें बताया कि गोडसे और आप्टे बापू की हत्या के बाद जिन्ना को मारने की प्लानिंग कर रहे थे.

हिंदू महासभा का खुलासा
हिंदू महासभा का खुलासा

ग्वालियर : राष्ट्रपिता महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) की जयंती पर ग्वालियर में हिंदू महासभा (Hindu Mahasabha) ने बापू के हत्यारे नाथूराम गोडसे (Nathuram Godse) और नारायण राव आप्टे (Narayan Rao Aapte) को याद किया. हिंदू महासभा ने गोडसे, गांधी और आप्टे पर संगोष्ठी का आयोजन किया था. इस संगोष्ठी में हिंदू महासभा के गिने-चुने कार्यकर्ता शामिल हुए. इस संगोष्ठी में हिंदू महासभा ने एक बार फिर नाथूराम गोडसे को शहीद बताते हुए कहा है कि देश के विभाजन के लिए महात्मा गांधी और मोहम्मद अली जिन्ना ही जिम्मेदार थे.

गांधी के बाद जिन्ना की हत्या की थी प्लानिंग

हिंदू महासभा (Hindu Mahasabha) के नेता जयवीर भारद्वाज ने कहा कि 'देश के विभाजन के लिए गांधी और जिन्ना कसूरवार थे, इसलिए नाथूराम गोडसे (Nathuram Godse) ने महात्मा गांधी का वध किया था. उन्हें जिन्ना का भी वध करना था लेकिन गोडसे की गिरफ्तारी के कारण वह बच गया था. विभाजन के समय 10 लाख हिंदुओं का कत्ल हुआ था जबकि 50 लाख लोगों को विस्थापित होना पड़ा था. इसी कारण गोडसे और नारायण राव आप्टे ने महात्मा गांधी और जिन्ना की हत्या का फैसला किया था.'

बापू को मारने के बाद जिन्ना की हत्या की थी तैयारी.

स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल हो सभी क्रांतिकारियों की कहानी

जयवीर भारद्वाज ने कहा कि 'हिंदू महासभा का मानना है कि देश की आजादी में 7,32,000 क्रांतिकारियों ने अपना बलिदान दिया है. उनके बारे में स्कूलों के पाठ्यक्रम में पढ़ाया जाना चाहिए. ताकि हमारे नौनिहालों को अपने पूर्वजों के बलिदान के बारे में जानकारी हासिल हो और वह सच्चाई के मार्ग पर चलने की प्रेरणा ले सकें.' मीडिया से बात करते हुए जयवीर भारद्वाज ने कहा कि 'भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित किया जाए और जो लोग वंदे मातरम नहीं बोलना चाहते वे देश छोड़कर चले जाएं.' कार्यक्रम के दौरान हिंदू महासभा से सदस्यों ने नाथूराम गोडसे और नारायण राव आप्टे के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की और दोनों को याद किया.

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बापू की हत्या का प्लान
दरअसल, ग्वालियर हिंदू महासभा का गढ़ रहा है, और यहीं हिंदू महासभा (hindu mahasabha) का कार्यालय भी है. बापू की हत्या करने से पहले नाथूराम गोडसे और नारायण आप्टे ने हिंदू महासभा के कार्यालय में 3 दिन बिताए थे. उसके बाद नाथूराम गोडसे ने यहीं से पिस्टल खरीदी और उसे चलाने की ट्रेनिंग ली, और उसके बाद यहीं से ट्रेन में बैठकर गोडसे दिल्ली के लिए रवाना हुआ और वहां जाकर बापू को गोली मार दी.

गोडसे की पूजा करती है हिंदू महासभा
ग्वालियर में हिंदू महासभा आज भी बापू के हत्यारे नाथूराम गोडसे की पूजा-अर्चना करती है. हालांकि इसको लेकर देश में समय-समय पर बवाल मचता रहता है. इससे पहले हिंदू महासभा ने उनकी मूर्ति स्थापित की, लेकिन बवाल मचने के बाद प्रशासन ने उस मूर्ति को जब्त कर लिया. उसके बाद हिंदू महासभा समय-समय पर नाथूराम गोडसे को लेकर कार्यक्रम आयोजित करती रहती है, और यही वजह है कि आज बापू की जयंती पर फिर से विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया.

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