गोरखपुर: उत्तर प्रदेश के बिजनौर में पिछले कुछ महीनों में तेंदुओं की वजह से तमाम लोगों के घायल और करीब 13 लोगों की हो चुकी है. तेंदुओं को पकड़ने और सुरक्षित ठिकाने पर पहुंचाने की चल रही वन विभाग और जू अथॉरिटी की पहल में गोरखपुर चिड़ियाघर बड़ा केंद्र बना है. यहां पर एक-एक कर ऐसे खूंखार तेंदुओं को लाने की प्रक्रिया पूरी की जाएगी. अब तक चार तेंदुए लाए भी जा चुके हैं. यह घायल भी हैं.
अशफाक उल्ला खां गोरखपुर चिड़ियाघर के डॉ. योगेश कुमार सिंह ने बताया कि बिजनौर में गन्ने की पैदावार बड़े पैमाने पर होती है. इन क्षेत्रों में तेंदुओं के आक्रमण से लोगों की जान पर बन आई है, जिससे इन्हे वहां से पकड़ने और हटाने का जो प्रयास चल रहा था, वह अब सफल हो रहा है. इन तेंदुओं को गोरखपुर चिड़ियाघर में रखा जा रहा है और आगे भी रखा जाएगा. उनकी पूरी देखभाल होगी.
गोरखपुर जू में तेदुओं के स्वास्थय पर नजर रखी जा रहीःउन्होंने बताया कि बिजनौर से लाए गए तेंदुए घायल हैं. उनका इलाज भी किया जा रहा है. बाहर से जो भी जानवर गोरखपुर जू लाए जाते हैं, उन्हें पहले रेस्क्यू सेंटर में क्वारेनटीन रखा जाता है. उनके स्वास्थ्य पर पूरी नजर बनाए रखी जाती है. फिलहाल तेंदुओं की हालत ठीक है और उनका उपचार चल रहा है. डॉ. योगेश ने बताया कि ये तेंदुए तब तक यहां रहेंगे, जब तक शासन का इनको लेकर कोई आदेश नहीं आ जाता.
तेंदुओं ने कब-कब किया हमलाःविभाग के सूत्रों के अनुसार 18 जुलाई 2023 को बिजनौर में एक तेंदुए ने 49 वर्षीय महिला को मार डाला था. इसके बाद 4 अगस्त 2023 को भी खूंखार तेंदुए ने आतंक मचाया, जिसमें बिजलीकर्मी भी फंस गए थे. उसने खंभे पर चढ़कर अपनी जान बचाई थी. इसके बाद 13 अगस्त 2023 को भी बिजनौर में तेंदुए का आतंक देखने को मिला. धामपुर कस्बे की गली में तेंदुए ने घुसकर खूब आतंक मचाया.