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अमरनाथ गुफा क्षेत्र में बादल फटा : 15 तीर्थयात्रियों की मौत, 40 लापता, मोदी-शाह ने ली हालात की जानकारी

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Published : Jul 8, 2022, 7:07 PM IST

Updated : Jul 8, 2022, 10:55 PM IST

पवित्र अमरनाथ गुफा क्षेत्र में बादल फटने से 15 लोगों की मौत हो गई. कई तीर्थयात्री फंस गए हैं. करीब 40 तीर्थयात्री लापता हैं. मौके पर राहत-बचाव कार्य जारी है. पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने एलजी मनोज सिन्हा से हालात की जानकारी ली है. राष्ट्रपति, पीएम, गृह मंत्री समेत कई लोगों ने जान गंवाने वालों के प्रति शोक जताया है. हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं.

cloud burst at Amarnath Cave
cloud burst at Amarnath Cave

श्रीनगर:जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले में स्थित पवित्र अमरनाथ गुफा क्षेत्र में बादल फटने से 15 लोगों की मौत हो गई. कई तीर्थयात्री फंस गए हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बादल फटने से अचानक आई बाढ़ में कम से कम तीन लंगर (सामुदायिक रसोई) और 25 यात्री तंबू बह गए. करीब 40 तीर्थयात्री लापता हैं. ऐसे में मृतकों का आंकड़ा बढ़ सकता है. प्रशासन के साथ-साथ एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम राहत-बचाव कार्य में जुट गई है. पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने एलजी मनोज सिन्हा से हालात की जानकारी ली है. हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं. फिलहाल यात्रा रोक दी गई है. अधिकारियों के मुताबिक मौसम विभाग की रिपोर्ट और अन्य स्थितियों को देखते हुए फैसला लिया जाएगा. देर रात तक बचाव कार्य जारी था.

अमरनाथ गुफा क्षेत्र में बादल फटा
  • एनडीआरएफ हेल्पलाइन-01123438252, 01123438253., 919711077372
  • कमांड सेंटर हेल्पलाइन- 01942496240, 01942313149
  • जम्मू कश्मीर एसडीआरएफ-911942455165, 919906967840
  • अमरनाथ यात्रा हेल्पलाइन-01912478993

राष्ट्रपति कोविंद ने कहा- बादल फटने की खबर से व्यथित हूं : राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शुक्रवार को कहा कि वह यह जानकर व्यथित हैं कि जम्मू-कश्मीर में अमरनाथ मंदिर के पास बादल फटने से कई लोगों की मौत हो गई है. उन्होंने शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की. उन्होंने कहा कि फंसे हुए लोगों की मदद के लिए राहत और बचाव के उपाय जोरों पर हैं और उम्मीद है कि यात्रा जल्द ही फिर से शुरू होगी.

हर संभव सहायता प्रदान की जा रही :प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर में अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने पर दुख व्यक्त किया है. उन्होंने ट्वीट किया, 'जम्मू-कश्मीर एलजी मनोज सिन्हा से बात की और स्थिति का जायजा लिया. बचाव और राहत अभियान जारी है. प्रभावितों को हर संभव सहायता प्रदान की जा रही है.'

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट किया 'मैंने जम्मू-कश्मीर के एलजी मनोज सिन्हा से अमरनाथ गुफा में बादल फटने से अचानक आई बाढ़ के संबंध में बात की है. एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, बीएसएफ और स्थानीय प्रशासन बचाव कार्य कर रहे हैं. लोगों की जान बचाना हमारी प्राथमिकता है.'

जम्मू-कश्मीर के एलजी मनोज सिन्हाने ट्वीट किया कि 'एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, बीएसएफ, सेना, जेकेपी और श्राइन बोर्ड प्रशासन द्वारा बचाव अभियान जारी है. पीएम और एचएम से बात की और उन्हें जानकारी दी. उन्होंने हरसंभव मदद का आश्वासन दिया है. तीर्थयात्रियों को सभी आवश्यक सहायता प्रदान करने के निर्देश जारी किए गए हैं. मैं स्थिति पर करीब से नजर रख रहा हूं.'

अमरनाथ गुफा क्षेत्र में बादल फटा

एलजी ने ट्वीट किया 'श्री अमरनाथजी की पवित्र गुफा क्षेत्र में बादल फटने की दुर्भाग्यपूर्ण घटना में कई लोगों की जान चली गई. इस घटना से गहरा दुख हुआ है. मैं शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करता हूं. एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, बीएसएफ, सेना, जेकेपी और श्राइन बोर्ड प्रशासन द्वारा बचाव अभियान जारी है.'

बचाव कार्य
देखिए वीडियो

आईजीपी कश्मीर विजय कुमार ने बताया कि पवित्र गुफा में कुछ लंगर और तंबू बादल फटने या अचानक बाढ़ की चपेट में आ गए हैं, कुछ लोगों की मौत की सूचना है. पुलिस, एनडीआरएफ और एसएफ द्वारा बचाव अभियान जारी है. घायल को इलाज के लिए एयरलिफ्ट किया जा रहा है. स्थिति नियंत्रण में है.

वहीं, पहलगाम स्थित संयुक्त पुलिस नियंत्रण कक्ष ने बताया कि अमरनाथ गुफा के निचले इलाकों में शाम करीब 5.30 बजे बादल फटने की सूचना मिली थी. एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और अन्य संबद्ध एजेंसियों द्वारा बचाव अभियान जारी है. आईटीबीपी ने बताया कि ऊपरी इलाकों में भारी बारिश के बाद गुफा के ऊपर से पानी आ गया. बारिश फिलहाल थम गई है. बादल फटने से अमरनाथ धाम के कुछ लंगर प्रभावित हुए हैं. घायलों को बचाने के लिए हेलिकॉप्टर लगाया गया है.

वहीं, एनडीआरएफ के डीजी अतुल करवाल ने कहा 'पवित्र गुफा के पास एनडीआरएफ की एक टीम हमेशा तैनात रहती है, वह तुरंत बचाव कार्य में जुट गई. एक और टीम को तैनात कर दिया गया है और दूसरी जा रही है. तीन तीर्थयात्रियों को जिंदा बचाया गया.' उन्होंने बताया कि 'शाम करीब साढ़े पांच बजे बादल फटने की सूचना मिली. वहां ढलान काफी ज्यादा है इसलिए पानी काफी तेजी से आता है. बहाव के चलते टेंटों को नुकसान पहुंचा है. आशा है कि बहाव और कम हो जाएगा लेकिन हम हर स्थिति के लिए तैयार हैं. हमारी 3 में से 2 टीमें लगी हुई हैं. जम्मू-कश्मीर पुलिस, भारतीय सेना और आईटीबीपी भी लगे हुए हैं. हम हर स्थिति के लिए तैयार रहेंगे.'

आईटीबीपी के पीआरओ विवेक कुमार पांडे ने बताया कि 'आवश्यक भोजन और प्रकाश व्यवस्था की व्यवस्था की जा रही है. जरूरत पड़ी तो रात में भी बचाव अभियान जारी रहेगा.' उत्तरी सेना कमान की ओर से बताया गया कि 'भारतीय सेना ने निचले अमरनाथ गुफा स्थल पर बादल फटने से प्रभावित क्षेत्र में यात्रियों की सहायता के लिए सेना के हेलीकॉप्टरों सहित 6 बचाव दल कार्य शुरू किए.' वायुसेना की ओर से भी ट्वीट कर जानकारी दी गई है कि हेलिकॉप्टर और जवान हर तरह के बचाव कार्य के लिए तैयार हैं.

अमरनाथ श्राइन बोर्ड के सीईओ नीतीश्वर कुमार ने कहा, यह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है. हमारा ध्यान तीर्थयात्रियों को बचाने और उन्हें सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने पर है. एनडीआरएफ हेल्पलाइन नंबर सक्रिय हैं. बचाव कार्य चल रहा है. सेना के हेलीकॉप्टर भी कार्रवाई में हैं. तलाशी अभियान जारी है.' मरने वालों में दो लोग राजस्थान के बताए जा रहे हैं.

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Last Updated : Jul 8, 2022, 10:55 PM IST

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