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पीएमसी बैंक घोटाला : वर्षा राउत को ईडी का समन, संजय राउत बोले- नोटिस नहीं मिला

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Published : Dec 27, 2020, 6:29 PM IST

Updated : Dec 27, 2020, 8:57 PM IST

पंजाब एंड महाराष्ट्र कोऑपरेटिव बैंक लिमिटेड (पीएमसी) घोटाला मामले में संजय राउत की पत्नी को ईडी ने समन भेजा है. उन्हें 29 दिसंबर को पेश होने का निर्देश दिया गया है. बता दें कि सितंबर, 2019 में सामने आया यह कोऑपरेटिव बैंक घोटाला 4355 करोड़ रुपये से अधिक का है. इस घोटाले के सामने आने के बाद हड़कंप मच गया था. शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा है कि उन्हें ईडी की और से नोटिस प्राप्त नहीं हुआ है.

संजय राउत की पत्नी को ईडी का समन
संजय राउत की पत्नी को ईडी का समन

मुंबई : पीएमसी बैंक घोटाला केस में शिवसेना सांसद संजय राउत की पत्नी वर्षा राउत को ईडी ने समन भेजा है. ईडी ने वर्षा को 29 दिसंबर को पेश होने को कहा है. सूत्रों के मुताबिक, वर्षा राउत के खाते में कुछ लेनदेन हुए हैं. इस संबंध में ईडी जानना चाहता है कि यह लेनदेन कैसे हुआ और इसके पीछे का कारण क्या थे? हालांकि, नोटिस के संबंध में संजय राउत ने कहा है कि उन्हें ईडी की ओर से नोटिस नहीं मिला है, नोटिस मिलने के बाद ही वे कोई टिप्पणी करेंगे.

बता दें कि अक्टूबर, 2019 में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 4,355 करोड़ रुपये के मुंबई स्थित पंजाब एंड महाराष्ट्र कोऑपरेटिव बैंक लिमिटेड (पीएमसी) घोटाला मामले में बैंक धोखाधड़ी मामले में मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया था.

एनसीपी और शिवसेना नेता को भी नोटिस

वर्षा राउत से पहले प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने एनसीपी नेता एकनाथ खडसे को पुणे के पास भोसरी में एक भूमि सौदे पर पूछताछ के लिए तलब किया. खडसे को 30 दिसंबर को ईडी के मुंबई कार्यालय में पेश होने को कहा गया है. खडसे ने ईडी के नोटिस के बारे में खुद जानकारी दी. उन्होंने बताया कि कि वह ईडी के समक्ष पेश होंगे. ईडी ने शिवसेना विधायक प्रताप सरनाइक को भी तलब किया है.

भूमि सौदा मामले में लगे आरोप

बता दें कि खडसे वर्तमान में राजस्व मंत्री हैं. इससे पहले उनके ऊपर महाराष्ट्र में तत्कालीन देवेंद्र फडणवीस सरकार के कार्यकाल में भूमि सौदे में अनियमितता के आरोप लगे थे और उन्हें इस्तीफा देने के लिए कहा गया था. दिलचस्प है कि 40 वर्षों तक भाजपा में काम करने के बाद, हाल ही में खड़से एनसीपी में शामिल हुए हैं.

100 करोड़ रुपये मूल्य के 3 होटल जब्त

सितंबर, 2020 में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा पीएमसी बैंक घोटाला मामले में दिल्ली के तीन होटल अपने कब्जे में लिए गए थे. इनकी कीमत लगभग 100 करोड़ रुपये आंकी गई थी.

ईडी के एक अधिकारी ने बताया था कि ये तीन होटल कॉन्क्लेव बुटीक हैं, जिनमें से एक कैलाश कॉलोनी में स्थित है जिसे अब एफएबी (फैब होटल) होटल के नाम से जाना जाता है, ईस्ट कैलाश में स्थित होटल कॉन्क्लेव कम्फर्ट को भी अब फैब होटल के नाम से जाना जाता है और कालकाजी में स्थित होटल कॉन्क्लेव एक्जीक्यूटिव का नाम भी अब फैब होटल्स है.

होटलों पर मालिकाना हक लिब्रा रियल्टर्स प्राइवेट लिमिटेड, दीवान रियल्टर्स प्राइवेट लिमिटेड और तुला होटल्स प्राइवेट लिमिटेड के प्रोमोटरों का है. अधिकारी ने बताया कि पीएमसी बैंक से लोन की आड़ में लिब्रा रियल्टर्स प्राइवेट लिमिटेड और दीवान रियल्टर्स प्राइवेट लिमिटेड द्वारा 247 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी से लिए गए हैं.

भाजपा नेता के बेटे की गिरफ्तारी

नवंबर 2019 में पीएमसी बैंक घोटाले में भाजपा नेता बेटा गिरफ्तार हुआ था. मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने पंजाब एंड महाराष्ट्र कोऑपरेटिव (पीएमसी) बैंक घोटाले में एस. रंजीत सिंह को गिरफ्तार किया था. रंजीत बैंक के एक निदेशक थे और भाजपा की राज्य इकाई के वरिष्ठ नेता सरदार तारा सिंह के बेटे हैं. तारा सिंह मुलुंड से विधायक रह चुके हैं.

रंजीत लगभग 13 सालों तक बैंक के एक निदेशक थे और बैंक की रिकवरी कमेटी के सदस्य थे, लिहाजा उनसे एचडीआईएल समूह की कंपनियों को दिए गए ऋण को लेकर पूछताछ की गई.

पीएमसी बैंक के पूर्व चेयरमैन हिरासत में

अक्टूबर, 2019 में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 4,355 करोड़ रुपये के मुंबई स्थित पंजाब एंड महाराष्ट्र कोऑपरेटिव बैंक लिमिटेड (पीएमसी) घोटाला मामले में बैंक धोखाधड़ी मामले में मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया था. जांच के दौरान अक्टूबर, 2019 में ही मुंबई पुलिस ने पीएमसी बैंक के पूर्व चेयरमैन वरयाम सिंह को हिरासत में ले लिया था.

पिता-पुत्र की गिरफ्तारी

ईडी द्वारा दर्ज मामले में एचडीआईएल के कार्यकारी अध्यक्ष राकेश वधावन और समूह के उपाध्यक्ष और उनके बेटे सारंग को नामजद किया गया है. अक्टूबर 2019 में ही पीएमसी बैंक धोखाधड़ी में कथित भूमिका को लेकर मुंबई पुलिस ने राकेश वधावन और उनके बेटे सारंग को गिरफ्तार भी किया था.

रिजर्व बैंक के मानदंडों के उल्लंघन का आरोप

ईडी ने मामले में मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) की प्राथमिकी का संज्ञान लेते हुए जांच कर रही है. एफआईआर पीएमसी बैंक के रिकवरी डिपार्टमेंट के मैनेजर जसबीर सिंह मट्टा द्वारा दर्ज कराई गई. यह भी आरोप लगाया गया है कि 21,049 जाली बैंक खातों को कथित रूप से ऋण को छिपाने के लिए तैयार किा गया था, जो भारतीय रिजर्व बैंक के मानदंडों का उल्लंघन करते थे.

(आईएएनएस इनपुट के साथ)

Last Updated : Dec 27, 2020, 8:57 PM IST

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