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रमन सिंह के समय आदिवासी और युवा डरे हुए थे, आए दिन आईईडी ब्लास्ट से दहल जाता था बस्तर : भूपेश बघेल

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Published : Apr 15, 2023, 7:20 PM IST

सीएम भूपेश बस्तर ब्रांड को लेकर भाजपा के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी है. बस्तर को बेहतर बनाने के लिए प्रदेश सरकार के प्रयासों को गिनाते हुए पहले की रमन सिंह सरकार को खामियां मीडिया के सामने रखीं. आदिवासियों को जबरन जेल में ठूंसने और क्षेत्र में नक्सली घटनाओं को लेकर भी पूर्ववर्ती रमन सरकार पर जुबानी हमले किए.CM Bhupesh Baghel

Baghel replied to Raman Singh allegations
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल

रायपुर:मुख्यमंत्री भूपेश बघेल शनिवार को बिलासपुर में बंगाली समाज के नव वर्ष कार्यक्रम में शामिल होने के लिए रवाना हुए. रवानगी से पहले पुलिस ग्राउंड हेलीपैड पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मीडिया से चर्चा की. बस्तर ब्रांड को लेकर भाजपा की ओर से दिए गए बयान पर सीएम ने पलटवार करते कहा कि "बस्तर में रमन सिंह के मुख्यमंत्री बनने के बाद कोई सैलानी नहीं जाता था. बाहर के लोगों की बात छोड़ ही दीजिए, छत्तीसगढ़ के लोग ही नहीं जाते थे. वहां के आदिवासी, व्यापारी, युवा डरे हुए थे. यह पहचान उन्होंने बनाई थी. भोले-भाले आदिवासियों को जेल में ठूंसा जा रहा था, यह पहचान वहां की बनी थी. आए दिन आईडी ब्लास्ट की आवाजें देशभर में गूंजती थीं."

समर्थन मूल्य में 65 लघु वनोपज के खरीदी की व्यवस्था की:सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि"हमने साढ़े 4 साल में वहां आदिवासियों को जल जंगल जमीन का अधिकार दिया. उनकी जमीनें जो रमन सिंह की सरकार के दौरान छीन ली गई थी, उसे वापस कराया. परंपरागत लघुवनोपज संग्रहण खेती करते थे, उसे बढ़ावा दिया. 65 प्रकार के लघुवनोपज की खरीदी की व्यवस्था समर्थन मूल्य में की. लोगो को रोजगार से लगाया, स्वास्थ शिक्षा जैसे काम किए. लोगों को स्वास्थ्य और शिक्षा से जोड़ा. रमन सिंह के समय में वहां के लोगों के पास न जॉब कार्ड था, न आधारकार्ड था. कैम्प लगाकर बीजापुर सुकमा जिले में हजारों की तादात में हमने राशन कार्ड, आधार कार्ड और जॉब कार्ड बनवाया."

भाजपा के समय सड़क मार्ग से नहीं जाते थे नेता मंत्री:बिलासपुर पहुंचकर भी सीएम बघेल ने रमन सिंह पर निशाना साधा. सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि "भाजपा के शासनकाल में नेता मंत्री कभी सड़क मार्ग से बस्तर नहीं जाते थे. आज आप सड़क मार्ग से बस्तर जा सकते हैं. 15 साल तक नक्सलियों के कब्जे में बस्तर रहा है. हमारी सरकार ने उसको मुक्त किया. पांच सौ से ज्यादा गांव हमने नक्सलियों से मुक्त कराया. नक्सलियों को पीछे धकेला है. बस्तर क्षेत्र में सबसे ज्यादा यदि चर्च बने तो भारतीय जनता पार्टी के शासन में बने. पहले आदमी कोई धर्म स्वीकारता है फिर पूजा स्थल बनाता है. वहां चर्च बना तो पहले वहां क्रिश्चन बने. भाजपा नेताओं में 15 साल में जितना चर्च बनवाया उतना पहले कभी नहीं बना. रमन सिंह को कुछ नहीं आता है वह कुछ का कुछ बोलते रहते हैं. रमन सिंह अपनी चिंता करें अपनी पार्टी की चिंता करें."

'रमन सिंह नहीं करा सकते ऐसा कार्यक्रम':भरोसे का सम्मलेन को रमन सिंह की ओर से तमाशा बताए जाने पर सीएम बघेल ने पलटवार करते हुए कहा कि "वे कभी ऐसा कार्यक्रम करा नहीं सकते, इसलिए उन्हें यह तमाशा लग रहा है. जबरदस्ती लोगों को ढो कर लाते थे. बंदूक की नोंक पर अपने कार्यक्रम में लाते थे. आज उन्हें हमारा सम्मलेन तमाशा लग रहा है. बस्तर में रमन सिंह को कोई पूछ नहीं रहा है. बस्तर संभाग की 12 में से 12 सीटे उनके पास से चली गईं. उपचुनाव में भी उनकी हार हुई. जिला पंचायत, नगर पालिका, नगर निगम सभी में भारतीय जनता पार्टी बस्तर में साफ हो गई है. अब उनके पास कुछ रहा नहीं."

रमन सिंह का बयान

जानिए पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने बस्तर में क्या कहा था: बस्तर के भाजपा कार्यालय में प्रेसवार्ता कर रमन सिंह ने कहा था कि "कांग्रेस में अंतर्कलह पर सफाई देने के लिए प्रियंका गांधी को दिल्ली से जगदलपुर तक लाया गया. यहां पहुंचकर उन्होंने केवल सफाई दिया है. भरोसे का सम्मेलन पूरी तरह से प्रायोजित था. जो स्क्रिप्ट प्रियंका गांधी को दिया गया, उन्होंने उसे पढ़ दिया और वापस दिल्ली चली गईं." नक्सलवाद पर रमन सिंह ने कहा था कि "बस्तर में लॉ एंड आर्डर पूरी तरह से ध्वस्त हो चुका है. नक्सलियों का आतंक बढ़ता जा रहा है. भारतीय जनता पार्टी के 4 कार्यकर्ताओं की हत्या हो गई. रोज कुछ ना कुछ घटनाएं हो रही है और भूपेश बघेल कह रहे हैं कि नक्सल से हम मुक्त होते जा रहे हैं. पूरा बस्तर आज नक्सलवाद की चपेट में जकड़ा हुआ लग रहा है."


दिल्ली में केंद्र सरकार से करनी चाहिए डिलिस्टिंग की मांग: रायपुर में जनजाति सुरक्षा मंच के डिलिस्टिंग की मांग को लेकर होने वाले आंदोलन पर सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि, "डिलिस्टिंग की मांग करनी है तो उन्हें दिल्ली जाकर करना चाहिए. यहां वे लोग क्यों मांग कर रहे हैं, यहां केवल वे राजनीति कर रहे है. डिलिस्टिंग का फैसला भारत सरकार करेगी, उन्हें भारत सरकार को बोलना चाहिए. छत्तीसगढ़ में मांग करने का मतलब ही क्या है. भारतीय जनता पार्टी और आरएसएस, बजरंग दल, विश्व हिंदू परिषद यह सारे मिलकर लोगों को गुमराह कर रहे हैं. उन्हें इसके अलावा कोई काम नहीं है. लोकसभा में मांग करनी चाहिए, लेकिन वहां कोई मांग चर्चा ही नहीं होती."

नफरत फैलाने वालों पर कानून के तहत होगी कार्रवाई:हेट स्पीच पर भाजपा नेताओं पर कार्रवाई को लेकर सीएम बघेल ने कहा कि "कोई नफरत फैलाने का काम करेगा, समाज को उत्तेजित करने का षड्यंत्र करेगा, तो उसके खिलाफ कार्रवाई होगी. कानून में जो प्रावधान है. उसी हिसाब से कार्रवाई की गई है. कोई अलग से करवाई नहीं की जा रही है." बिरनपुर हिंसा मामले में पुलिस ने भाजपा प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव, भाजपा छत्तीसगढ़ के आईटी सेल प्रभारी सुनील पिल्लई, कोषाध्यक्ष नंदन जैन, भाजपा व्यापार प्रकोष्ठ अध्यक्ष केदारनाथ गुप्ता, भाजपा युवा मोर्चा मंडल अध्यक्ष योगी साहू, संभागीय युवा मोर्चा समन्वयक कमल शर्मा डीडी नगर, भाजपा युवा मोर्चा सदस्य शुभंकर और पार्टी कार्यकर्ता बिट्टू पाणिग्रही को नोटिस दिया है. दरअसल कांग्रेस ने 12 अप्रैल को रायपुर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी कि, भाजपा पदाधिकारियों के सोशल मीडिया पोस्ट नफरत फैला रहे हैं. इसी शिकायत पर कार्रवाई की गई है.

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'केंद्र सरकार से सवाल पूछना अपराध है':राहुल गांधी के बंगला खाली करने के सवाल पर सीएम बघेल ने कहा "देश में अडानी के खिलाफ सवाल पूछने पर लोक सभा में राहुल गांधी का माइक बन्द कर दिया गया. उन्होंने जो भाषण दिया, उसे हटाया गया. उनकी सदस्यता गई, बंगला खाली कराया जा रहा है, कितने ऐसे भूतपूर्व सांसद है, जो अभी भी सरकारी बंगले में टिके हुए हैं. लेकिन इसे बर्दाश्त नहीं किया जा रहा है. प्रजातंत्र में सवाल पूछे जाते हैं, जवाब दिए जाते है, लेकिन वर्तमान केंद्र सरकार के समय में सवाल पूछना अपराध है. जब अडानी के खिलाफ सवाल पूछे जा रहे थे तो लोगों ने डरना बंद कर दिया था. यह तानाशाही है कि लोग उनसे डरें, डर को कायम रखने के लिए दबाया जाता है, कुचला जाता है, और झुठला दिया जाता है."

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