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दुनिया की 13 शीर्ष हथियार कंपनियों का 'घर' बना भारत, और बढ़ेगा निवेश

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Published : Dec 7, 2020, 10:26 PM IST

Updated : Dec 7, 2020, 10:34 PM IST

दुनिया की शीर्ष हथियार कंपनियों के लिए भारत एक आकर्षक गंतव्य है. मजबूत संकेत हैं कि निकट भविष्य में भारत में विदेशी हथियार कंपनियों की उपस्थिति बढ़ सकती है. पढ़ें ईटीवी भारत के वरिष्ठ संवाददाता संजीब कुमार बरुआ की रिपोर्ट.

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नई दिल्ली : भारत के पिछले पांच वर्षों में दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा हथियार आयातक देश बनने के बाद विदेशी शीर्ष हथियार कंपनियां भारत में उद्योग स्थापित करने की इच्छुक हैं. 2019 में भारत शीर्ष स्थलों में से एक था, जहां शीर्ष हथियार कंपनियों की उपस्थिति है. हथियारों के व्यापार पर दुनिया के प्रमुख थिंकटैंक SIPRI (सिपरी) की एक रिपोर्ट ने बताया है कि भारत में 13 विदेशी शीर्ष हथियार कंपनियां हैं.

उत्तरी अमेरिका और पश्चिमी यूरोप में हैं सबसे ज्यादा

उत्तरी अमेरिका और पश्चिमी यूरोप के हथियार उद्योग केंद्रों के बाहर ऑस्ट्रेलिया (38), सऊदी अरब (24), भारत (13), सिंगापुर (11), यूएई (11) और ब्राजील (10) सबसे अधिक संख्या में विदेशी शीर्ष हथियार कंपनियों की मेजबानी करते हैं. यह सभी देश दुनिया के सबसे बड़े हथियार आयातकों में से एक हैं और इनका उद्देश्य अपने स्थानीय हथियार उद्योगों को विकसित करना है.

डिफेंस सेक्टर में विदेशी निवेश बढ़ा

भारत की 13 विदेशी शीर्ष हथियार कंपनियां में Airbus, BAE Systems, Boeing, General Dynamics, L3Harris Technologies, Leonardo, Lockheed Martin और Thales शामिल हैं. दो विनिर्माण गतिविधियों में शामिल हैं. रिपोर्ट ने संकेत दिया कि विदेशी कंपनियों के लिए भारतीय कंपनियों के साथ साझेदारी करने या स्थानीय सहायक कंपनियों की स्थापना के लिए निकट भविष्य में उपस्थिति बढ़ सकती है. सितंबर 2020 में डिफेंस सेक्टर में विदेशी निवेश पर कैप को संशोधित कर 74 फीसदी कर दिया गया था.

दुनिया की शीर्ष 25 कंपनियों में से चार चीनी

सिपरी के अनुसार वैश्विक हथियारों के कारोबार में 2019 में दुनिया की शीर्ष 25 हथियार कंपनियों में से चार चीनी थे. इन्होंने एक साथ 2019 में 4.8 प्रतिशत राजस्व प्राप्त किया और 2015-2019 के बीच चार वर्षों में 8.2 प्रतिशत की कमाई की. इन चार चीनी कंपनियों ने 2019 में शीर्ष 25 हथियार कंपनियों द्वारा अर्जित कुल राजस्व का 16 प्रतिशत हिस्सा लिया. बेशक, दुनिया की शीर्ष 25 में 12 कंपनियों के साथ संयुक्त राज्य अमेरिका ने कुल संयुक्त राजस्व का 61 प्रतिशत हिस्सा ले लिया.

चीनी कंपनियां 6वें, 8वें, 9वें और 24वें स्थान पर

यह पहला वर्ष है, जब सिपरी के पास चीनी कंपनियों को शामिल करने के लिए पर्याप्त डेटा है. राजस्व के मामले में सूचीबद्ध क्रमशः 6वें, 8वें, 9वें और 24वें स्थान पर रहने वाली चीनी कंपनियां एविएशन इंडस्ट्री कॉर्पोरेशन ऑफ चाइना (AVIC), चाइना इलेक्ट्रॉनिक्स टेक्नोलॉजी ग्रुप कॉर्पोरेशन (CETC), चाइना नॉर्थ इंडस्ट्रीज ग्रुप कॉर्पोरेशन (NORINCO) और चाइना साउथ इंडस्ट्रीज समूह निगम (CSGC) हैं.

शीर्ष पांच हथियार कंपनियां अमेरिकी

सबसे बड़ी चीनी कंपनी AVIC दुनिया भर में कम से कम छह देशों में मौजूद है. यह फिनलैंड, स्पेन, ब्रिटेन, अमेरिका, कंबोडिया और पाकिस्तान में है. दुनिया की शीर्ष पांच हथियार कंपनियां अमेरिकी बनी हुईं हैं. इनमें लॉकहीड मार्टिन कॉर्प, बोइंग, नॉर्थरोप ग्रुम्मन कॉर्प, रेथियॉन और जनरल डायनेमिक्स कॉर्प क्रमशः क्रम में 1 से 5वें स्थान पर हैं.

Last Updated :Dec 7, 2020, 10:34 PM IST

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