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Amit Shah interview: अडाणी मामले पर शाह ने बताया, 'क्या है सरकार का स्टैंड'

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Published : Feb 14, 2023, 9:44 AM IST

Updated : Feb 14, 2023, 12:19 PM IST

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि पीएफआई देश में धर्मांधता और कट्टरता को बढ़ावा देता था. उन्होंने कहा कि बिहार और झारखंड में नक्सवादी उग्रवाद समाप्त हो चुका है.

Amit Shah's statement on assembly elections 2023
विधानसभा चुनाव 2023 पर अमित शाह का बयान

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह

नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज विधानसभा चुनाव 2023, हिंडनबर्ग-अडाणी विवाद, पीएफआई बैन, और लेकसभा चुनाव 2024 को लेकर बयान दिया है. उन्होंने न्यूज एजेंसी एएनआई को दिए इंटरव्यू में इन सभी विषयों पर खुलकर बात की. उन्होंने अडाणी विवाद पर कहा कि छिपाने के लिए सरकार के पास कुछ नहीं है. किसी को डरने की जरूरत नहीं है.

उन्होंने त्रिपुरा विधानसभा 2023 चुनाव पर कहा, 'हमने 'चलो पलटाई' का नारा त्रिपुरा की स्थिति बदलने के लिए दिया था और आज हमने स्थिति को बदला है... हमने बजट अच्छा किया है.

देश में पीएफआई बैन: हमने हिंसा को समाप्त किया है. नशे के कारोबार पर कठोरता से नकेल कसी है. देश में पीएफआई बैन को लेकर उन्होंने कहा, 'पीएफआई (PFI) कैडर पर कई मामले थे उन्हें समाप्त करने का काम कांग्रेस ने किया, जिसे कोर्ट ने रोका...हमने पीएफआई को सफलतापूर्वक बैन किया. पीएफआई देश में धर्मांधता और कट्टरता बढ़ाने वाला संगठन था.

बिहार-झारखंड में नक्सवादी उग्रवाद समाप्त:आतंकवाद का एक प्रकार से सामग्री तैयार करने का काम वे लोग कर रहे थे.' बिहार और झारखंड में नक्सवादी उग्रवाद लगभग समाप्त हो चुका है. मुझे विश्वास है कि छत्तीसगढ़ में भी कुछ ही समय में शांति बहाल करने में हम सफल होंगे. जम्मू-कश्मीर में भी आतंकवाद से संबंधित सभी प्रकार के आंकड़े सबसे अच्छी स्थिति में हैं.

पूर्वोत्तर राज्यों पर बड़ा बयान:गृह मंत्री ने कहा,'प्रधानमंत्री मोदी ने उत्तर-पूर्व और भारत के बाकी के हिस्सों के बीच जो मन की दूरी थी उसे समाप्त कर दिया है. आज उत्तर-पूर्व के लोगों को मन से लगता है कि बाकी हिस्सों में हमारा सम्मान है. बाकी राज्यों से लोग उत्तर-पूर्व जाते हैं तो वे उनका भी सम्मान करते हैं. भाजपा द्वारा कई शहरों के नाम बदलने पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा,'एक भी शहर ऐसा नहीं है जिसका पुराना नाम न हो और बदला है. इसपर बहुत सोच समझकर हमारी सरकारों ने फैसले लिए हैं और हर सरकार का ये विधायी अधिकार है.'

दुनिया में भारत दबदबा:उन्होंने विदेशों के साथ भारत के संबंधों पर भी प्रकाश डाला. अमित शाह ने कहा,'अगर मोदी जी के समय में G-20 का नेतृत्व भारत को मिला है और G-20 यशस्वी तरीके से संपन्न होता है तो इसका यश मोदी जी को मिलना ही चाहिए. क्यों न मिले?...अगर प्रोडक्ट अच्छा है तो उसे गाजे बाजे के साथ मार्केट करना ही चाहिए.'

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अडाणी विवाद :अडानी से जुड़े मुद्दे पर कहा, 'सुप्रीम कोर्ट ने मामले का संज्ञान लिया है. कैबिनेट का सदस्य होने के नाते इस समय इस मुद्दे पर मेरा कुछ भी बोलना सही नहीं होगा, परन्तु इसमें भाजपा के लिए कुछ छुपाने के लिए नहीं है और न ही किसी बात से डरने की जरूरत है. संसद के बजट पर भी उन्होंने बड़ी बात कही. संसद में एक्सपंज(अमर्यादित टिप्पणियों को रिकॉर्ड से हटा देना) पर अमित शाह ने कहा,'संसद की कार्यवाही एक्सपंज वाक्यों से भरी पड़ी है. संसद में नियमों के हिसाब से बहस करनी होती है, संसदीय भाषा में करनी होती है.'

2024 लोकसभा चुनाव: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 2024 लोकसभा चुनाव पर कहा, '2024 में कोई स्पर्धा नहीं है, देश एकतरफा मोदी के साथ आगे बढ़ रहा है. देश की जनता को तय करना है अभी तक तो लोकसभा में मुख्य विपक्षी पार्टी का लेबल जनता ने किसी को नहीं दिया है.'

(एएनआई)

Last Updated :Feb 14, 2023, 12:19 PM IST

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