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दंतेवाड़ा में गर्भवती महिलाओं की टीकाकरण के लिए 'टीका संगवारी' रवाना

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Published : Sep 18, 2021, 10:23 PM IST

'Tika Sangwari' leaves for vaccination of pregnant women in Dantewada

जिले के अंदरूनी क्षेत्रों के गांव में गर्भवती माताओं (pregnant mothers) और बच्चों (Children) की टीकारण (vaccination) के लिए जिला स्वास्थ्य विभाग (health Department) टीका संगवारी कर्मचारियों (Tika Sangwari Staff) को हरी झंडी (green flag) दिखा कर रवाना किया. यह कर्मचारी अपने-अपने क्षेत्रों में ऐसी माताओं और बच्चों को चिन्हित करके टीका का लाभ देंगे.

दंतेवाड़ाः जिले के अंदरूनी क्षेत्रों के गांव में गर्भवती माताओं बच्चों का समय पर टीकाकरण (vaccination), सफेद दाग, चेचक आदि के लिए जिला स्वास्थ्य विभाग (district health department) द्वारा कार्यक्रम (program) आयोजित किया गया. जिसके तहत टीका संगवारी के माध्यम से जिला स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिले के अंदर क्षेत्र के गांव में टीका को पहुंचाया जाएगा.

दंतेवाड़ा में गर्भवती महिलाओं की टीकाकरण के लिए 'टीका संगवारी' रवाना

इसके लिए वेलफेयर सोसायटी व यूनिसेफ़ संयुक्त टीम (Welfare Society and UNICEF joint team) के द्वारा अंदरूनी क्षेत्र के गांव में टीका संगवारी के माध्यम से टीका किट (vaccine kit) पहुंचाया जाएगा. ताकि गर्भवती माताओं (pregnant mothers) व बच्चों को सही समय पर टीका लगाया जा सके और जिले में टीके की दर बढ़ा कर बच्चों में मृत्यु दर को कम किया जा सके.

दंतेवाड़ा में टीका संगवारी टीम को स्वास्थ्य विभाग ने दिखाया हरी झंडी

शुभारंभ में जिला स्वास्थ्य विभाग (district health department) द्वारा यूनिसेफ के अधिकारियों व सीओ (CO) दंतेवाड़ा द्वारा हरी झंडी दिखा कर टीका संगवारी टीम को रवाना किया गया. जिला पंचायत सीईओ अश्वनी देवांगन ने बताया कि जिले में गर्भवती माताओं व बच्चों में शत-प्रतिशत टीकाकरण (100% vaccination) हो. इसके लिए जिला स्वास्थ्य विभाग द्वारा टीका संगवारी के साथ-साथ सफेद दाग चेचक का स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है. इसके बाद जिले के अंतिम छोर तक टीका संगवारी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता मितानिन सहायिका की टीम के द्वारा चिन्हित कर टीका लगाया जाएगा.

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चिन्हित करेंगे स्वास्थ्य कर्मी
चर्म रोग विशेषज्ञ डॉक्टर ऐसा उपेंद्र पल्लव ने बताया कि जिले के अंदरूनी क्षेत्रों में सफेद दाग, चेचक, खाज-खुजली जैसे मरीजों की संख्या ज्यादा होने के कारण इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया है. जिसके माध्यम से ग्रामीणों में चेचक, सफेद दाग जैसी बीमारियों के बारे में ज्यादा से ज्यादा प्रचार-प्रसार किया जाएगा. चिन्हित करने के लिए स्वास्थ्य कर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है.

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