बिलासपुर: जिले में मानव तस्करी का मामला सामने आया है. यहां एक नाबालिग बच्ची को उसकी बड़ी मां ने लाखों रुपये लेकर बेच दिया. फिर उसे बालिग करार देकर, उसकी शादी करा दी. कोतवाली पुलिस ने बच्ची को बरामद कर उसकी बड़ी मां के साथ पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. पकड़े गए आरोपी राजस्थान और महाराष्ट्र के हैं, जिसमें एक आरोपी फरार है.
ये है पूरा मामला
कोतवाली थाना क्षेत्र के नाबालिग बच्ची को उसकी बड़ी मां पायल गुप्ता बहला-फुसलाकर नागपुर ले गई थी. वहां उसने उसके सौदे का खेल शुरू किया. पायल ने नागपुर के एक ऑटो चालक से संपर्क कर नाबालिग को बेचने की बात की. ऑटो चालक के माध्यम से महाराष्ट्र के नागपुर में रह रही राजस्थान के अजमेर निवासी रुखसार से उसने संपर्क किया. रुखसार की अजमेर के एक पंडित से ग्राहक ढूंढने की बात हुई. पंडित ने बच्ची की शादी के लिए पैसे देने की बात कही. बच्ची का सौदा दो लाख रुपए में तय हुआ. वह नाबालिग थी, इसलिए उसका झूठा आधार कार्ड बनवाया गया. और यहीं से बच्ची के दैहिक शोषण का खेल शुरू हो गया. बच्ची की अजमेर निवासी युवक से दो लाख रुपए में सौदा कर उसकी शादी करा दी गई, लेकिन इससे पहले शादी करवाने वाले पंडित ने बच्ची के साथ दुष्कर्म किया. शादी के बाद जबरदस्ती तथाकथित पति ने भी उसके साथ दुष्कर्म किया. मामले में कोतवाली पुलिस ने बच्ची सहित आरोपितों को पकड़ने में सफलता हासिल कर ली है.