शिक्षा, चिकित्सालय और पक्के मकान के बिना ऐसे रहते हैं इस बस्ती के लोग
मुसहरी बस्ती में कई संख्या में महादलित निवास करते हैं. यहां पेयजल की सुविधा के नाम पर मात्र एक चापाकल है. दूसरा चापाकल वर्षों से खराब पड़ा है. यहां के बच्चे शिक्षा से आज भी कोसों दूर है गांव में न स्कूल है न आंगनबाड़ी और न ही कोई सामुदायिक केंद्र. इंदिरा आवास योजना का लाभ भी इन्हें नहीं मिला नतीजतन ग्रामीणों का सहारा घास-फूस से बना कच्चा घर ही है. अभी तक गांव में शौचालय भी नहीं बने.