बेतिया: जिले में मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड की पीड़ित की एक युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया गया था. पुलिस ने इस वारदात का खुलासा करते हुए तीन नामजद आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने देर रात अलग-अलग जगहों पर छापेमारी कर तीनों को गिरफ्तार किया है.
बेतिया एसपी जयंतकांत ने बताया है कि तीन अभियुक्त के साथ एक अन्य को अलग-अलग जगहों से छापेमारी कर गिरफ्तार किया गया है. पूछताछ करने पर आरोपियों ने अपनी संलिप्ता स्वीकार की है. आगे की कार्रवाई की जा रही है. वहीं ऑफ कैमरा एसपी ने कहा कि पकड़े गये सभी आरोपी नाबालिग हैं.
जानकारी देती एफएसएल अधिकारी और एसएसपी क्या था पूरा मामला...
- मामला 13 सितंबर देर रात का है.
- युवती के मुताबिक 4 युवकों ने चलती गाड़ी में उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया.
- अपराधियों ने युवती का अपहरण कर घटना को अंजाम दिया.
- जिसके बाद युवती को गंभीर हालत में मेडिकल कालेज अस्पताल के आईसीयू वॉर्ड में भर्ती कराया गया है.
- इस घिनौनी वारदात के बाद पुलिस लगातार आरोपियों की छापेमारी कर रही थी.
की गई एफएसएल जांच
पूरे मामले की एफएसएल जांच करवायी गई है. वहीं मेडिकल रिपोर्ट की माने तो लड़की के शरीर में किसी तरह की चोट के निशान नहीं मिले हैं.एफएसएल की टीम पीड़िता के नाखून, शरीर के अन्य हिस्से जिससे लड़की के द्वारा प्रोटेस्ट या लड़की के द्वारा दुष्कर्म के दौरान लड़ाई का कोई सबूत नहीं मिला है. हालांकि, एक्सटर्नल रिपोर्ट अभी नहीं आई है.
कौन हैं चारों आरोपी...
युवती ने आरोप लगाया था कि स्कॉपियों से अपहरण कर जबरदस्ती मेरे साथ दुष्कर्म किया गया है. पुलिस जांच में ऐसा मामला सामने नहीं आया है. यहां तक की जो चार आरोपी हैं वो युवती के सभी जान पहचान वाले हैं. एक युवती का मकान मालिक है, जिस मकान में युवती किराए पर रहती है. दो सगे भाई हैं, जो सैलून चलाते हैं और अन्य युवती के गांव का ही है.
पुलिस जांच में इनके मोबाइल कॉल रिकॉड के आधार पर इनके बीच पिछले 6 महीने से एक-दूसरे से बात करने का मामला सामने आया है. ऐसे में मेडिकल रिपोर्ट और एफएसएल टीम की जांच में एक्सटर्नल इंजरी का नहीं आना. युवती और सभी आरोपियों का एक-दूसरे से जान-पहचान होना. आपसी राजामंदी से जुड़ी वारदात की ओर इशारा कर रहा है.