बेतिया(बगहा):जिले के एक बुजुर्ग दंपत्ति ने जनसरोकार की अनोखी मिसाल कायम की है. स्थानीय बच्चों की समस्या को देखते हुए उन्होंने स्कूल निर्माण के लिए 2 एकड़ जमीन दान कर दी. मामला रामनगर अंतर्गत मुजरा गांव का है. उनके इस कार्य की गांव भर में सराहना हो रही है.
दरअसल, इलाके के बच्चों को पढ़ने के लिए कोसों दूर जाना पड़ता था. इससे उन्हें काफी परेशानी होती थी. कई परिवार वाले अपने बच्चों को पढ़ने भी नहीं जाने देते थे. इस समस्या का निदान करने के लिए बुजुर्ग दंपत्ति ने यह फैसला लिया. इससे ग्रामीण काफी खुश हैं.
स्कूल के लिए दान में दी गई जमीन दान की करोड़ों की जमीन
मुजरा गांव निवासी विनोद श्रीवास्तव और उनकी पत्नी ने विद्यालय के लिए दो एकड़ जमीन दी है. वे पेशे से किसान हैं और खुद झोपड़ी में रहकर गुजर-बसर कर रहे हैं. बुजुर्ग दंपत्ति ने बताया कि वे पहले इस जमीन पर अस्पताल बनवाना चाहते थे. लेकिन शिक्षा का अलख जगे इस दिशा में सोचते हुए उन्होंने स्कूल के लिए जमीन देने का फैसला किया और आरएसएस वालों को जमीन दान की.
स्कूल खुलने से बच्चों को मिलेगी राहत
बता दें कि मुजरा गांव में एकमात्र प्राथमिक विद्यालय ही है. इस कारण नौंवी-दसवीं की पढ़ाई करने कर लिए छात्र-छात्राओं को कोसों दूर का सफर तय कर रामनगर शहर में जाना पड़ता है. इस वजह से गांव में विद्यालय की जरूरत को देखते हुए विनोद श्रीवास्तव ने विद्यालय खुलवाने की सोची और 17 कट्ठा जमीन दान की है, जिससे ग्रामीणों में खुशी है.
गांव भर में हो रही सराहना
बुजुर्ग विनोद श्रीवास्तव की ओर से समाजहित में लिए गए इस निर्णय की चारों ओर सराहना हो रही है. लोगों का कहना है कि विद्यालय खुलने से इलाके की तस्वीर बदलेगी. बच्चे शिक्षित होकर देश का नाम रोशन करेंगे. समाज में रह रहे अन्य लोगों को भी ऐसा करना चाहिए.