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हत्या के ढाई महीने बाद भी नहीं हो पाई अपराधियों की गिरफ्तारी, महिला मोर्चा ने निकाला आक्रोश मार्च

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Published : Aug 7, 2019, 10:07 AM IST

दहेज में कार की मांग की पूर्ति नहीं होने पर ससुरालवालों ने मृतका की पहले पीट-पीटकर हत्या कर दी. वहीं मृतका के जख्मों को छुपाने के लिए दहेज लोभियों ने उसपर रंग और अलता लगा दिया और फिर शव को आत्महत्या का रूप देने के लिए घर में ही गले में फंदा डालकर टांग दिया.

महिला मंच मोर्चा संगठन की ओर से निकाला गया आक्रोश मार्च

वैशाली: हाजीपुर में नवविवाहिता संगिता देवी हत्याकांड को लेकर महिला मंच मोर्चा संगठन की ओर से एक आक्रोश मार्च निकाला गया. इस दौरान दर्जनों महिला कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया. उग्र कार्यकर्ताओं ने अपने हाथ में बैनर, पोस्टर लेकर अपना विरोध प्रदर्शन किया.

ढाई महीनों बाद भी आरोपी पुलिस की पकड़ से बाहर
इस बाबत महिला मंच मोर्चा संगठन के महासचिव सोनल सिंह ने बताया कि 17 मई को जिले के महुआ थाना क्षेत्र में नवविवाहिता संगिता देवी की हत्या संदेहास्पद रूप से ससुराल में ही हो गई थी. मृतक के ससुराल पक्ष ने हत्या को सुसाइड का रूप देने की कोशिश की थी. घटना के बाद मृतका के मायके वालों ने पति सहित ससुराल के पांच सदस्यों को नामजद अभियुक्त बनाया था. लेकिन घटना के करीब ढाई महीने बीतने के बाद भी पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर पाई है.

मृतका का पति रेलवे में कार्यरत
मृतका के परिजनों का कहना है कि संगीता कुमारी की शादी इसी वर्ष जनवरी महीने में महुआ सिंहराय गांव निवासी और बनारस में रेलवे में कार्यरत संतोष कुमार सिंह के साथ हुई थी. शादी के बाद से उस पर दहेज में वॉशिंग मशीन, सिलाई मशीन, ऑल्टो कार और पलंग लाने के लिए दबाव दिया जा रहा था. कार की मांग पूरी नहीं होने पर उसकी हत्या कर दी गई.

हाजीपुर में महिला मंच मोर्चा संगठन की ओर से निकाला गया आक्रोश मार्च

'हत्या कर गले में फंदा डालकर टांग दिया'
दहेज में कार की मांग की पूर्ति नहीं होने पर ससुरालवालों ने मृतका की पहले पीट-पीटकर हत्या कर दी. वहीं मृतका के जख्मों को छुपाने के लिए दहेज लोभियों ने उसपर रंग और अलता लगा दिया और फिर शव को आत्महत्या का रूप देने के लिए घर में ही गले में फंदा डालकर टांग दिया. घटना की सूचना मिलने पर महुआ थाना की पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन तब तक परिवार के सभी सदस्य घर से फरार हो गए. मामले में मायके वालों ने पति संतोष कुमार, जेठ मिथिलेश सिंह और शशि कुमार, ससुर शिवजी सिंह और सास को नामजद किया गया था.

जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा- एसपी
इस मामले पर जिले के एसपी डॉ मानवजीत सिंह ढिल्लो ने कहा कि जल्दी ही इस मामले का उद्भेदन किया जाएगा. पुलिस सभी के मोबाइल को खंगाल रही है. जांच अंतिम चरण में है. जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा.

Intro:लोकेशन: वैशाली रिपोर्टर: राजीव कुमार श्रीवास्तवा 17 मई को जिले के महुआ थाना क्षेत्र में नव विवाहिता संगिला देवी की हत्या संदेहास्पद ढंग से ससुराल में ही हो गई थी । ससुराल द्वारा इसे सुसाइड का रूप दिया जा रहा था । मृतिका के मायके वालों द्वारा इस घटना के जिम्मेवार पति सहित ससुराल के पांच सदस्यों पर FIR किया था ।घटना के ढाई महिनों बाद पुलिस द्वारा आरोपियों को गिरफ्तार नही करने पर महिला मंच मोर्चा संगठन द्वारा एसपी का घेराव के लिये एक आक्रोश मार्च निकाला ।


Body:मंगलवार को हाजीपुर में महिला मंच मोर्चा संगठन द्वारा नव- विवाहिता संगिला प्रकरण घटना में पुलिस द्वारा आरोपियों को गिरफ्तारी में महीनों तक देरी करने पर जिला पुलिस के कप्तान डॉ मानवजीत सिंह ढिल्लों का घेराव के लिये हाजीपुर में एक आक्रोश मार्च निकाला ।यह मार्च में संगठन के दर्जनों महिला कार्यकर्ताओ ने हिस्सा लिया था ।अपने हाथ मे लिए हुए बैनर, पोस्टर जिसमें जिला प्रशासन हाय - हाय , पुलिस प्रशासन शर्म करो जैसे शलोगन लिखकर अपनी नाराजगी जाहिर की ।यह मार्च हाजीपुर के विभिन्न चौक- चौराहों होते हुए जिला समाहरणालय परिसर में पहुँची। यहा आकर एक सभा मे जाकर तब्दील हो गई ।इस दौरान इस संगठन द्वारा जम कर सरकारी एवं प्रशासनिक विरोधी नारेबाजी लगाई गई ।इसकी सूचना मिलते ही जिला पुलिस के कप्तान डॉ मानवजीत सिंह ढिल्लो ने मोर्चा संगठन के मुख्य संरक्षक और महासचिव सोनल सिंह को अपने कार्यालय बुलाकर बात की साथ ही सकरात्मक आश्वासन दिया तब जाकर यह महिला संगठन शांत हुई । क्या था संगिला प्रकरण मामला: जिले के महुआ थाना क्षेत्र में नव विवाहिता संगिला अपने ससुराल में 17 मई की देर रात संदेहास्पद ढंग से मृत पाई गई थी । इसमें ससुराल वाले की भूमिका संदेह के घेरे में था । ससुराल वालों ने मृतिका की मौत की भूमिका को "आत्महत्या" में तब्दील करने की कोशिश की थी । मायके वालों द्वारा यह सुसाइड की घटना अप्रत्याशित जैसे थी । मृतिका को घर के रूम में कम ऊँचाई पर लटकने की जो रूप दिया जा रहा था उसे पुलिस अपनी प्रथम दृष्टि में शक कर चुकी थी । मालूम हो कि मृतिका संगिला की शादी अभी 4 से पांच महीने हुए थे । उसके घरवालो ने अपने हैसियत से ज्यादा समान देकर बेटी को ख़ुशी ख़ुशी विदा किया था । उसके पेट मे ढाई महीने की बच्चा भी था । इस घटना में उसके पति को पुलिस मास्टर माइंड समझती हैं। Etv भारत द्वारा पड़ताल करने पर महुआ थाना के केस देखने वाले पुलिस ऑफिसर श्री पासवान की माने तो मायके द्वारा आरोप लगाए जाने की बात अभी तक सही पाई गई हैं। उन्होंने आगे बताया कि घटना के बाद ससुराल के सभी सदस्य फरार चल रही हैं। मंगलवार को पुलिस कप्तान एसपी डॉ मानवजीत सिंह ढिल्लो ने etv भारत से रूबरू होते हुए यह आश्वस्त किया हैं कि जल्दी ही इस प्रकरण का पर्दाफास हो जाएगा । मृतिका के पति संतोष रेलवे में कार्यरत हैं। मिली जानकारी के अनुसार शादी में उंसने मृतिका से घरवालो को फ़ॉर व्हीलर देने के लिय लगातार दबाब देने में लगा हुआ था ।पुलिस उसके मोबाइल के सभी कॉल को खंगालने में जुटी हुई हैं। केस के पुलिस अधिकारी ने बताया बहुत जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा।


Conclusion:बहरहाल, पुलिस द्वारा इस प्रकरण पर से पर्दा उठाने पर सही सही बात का पता चल सकेगा । VO: बाइट महिला मंच मोर्चा के मुख्य सदस्य बाइट : डॉ मानवजीत सिंह ,एसपी , वैशाली ।

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