बिहार

bihar

Siwan News: राम कथा सुनने पहुंचीं हिना शहाब, सोशल मीडिया पर हो रही तारीफ

By

Published : May 8, 2023, 10:10 AM IST

गंगा-जमुनी तहजीब ने सदा मिलजुल कर रहना और एक-दूसरे के धर्म की इज्जत करना और एक दूसरे के धर्म त्योहारों में शामिल होकर उसमें चार-चांद लगाना सिखाया है. गंगा-जमुनी तहजीब का ऐसा ही एक नजारा सिवान के गांधी मैदान मैं देखने को मिला, जहां पूर्व सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीन की पत्नी हिना शहाब राम कथा सुनने पहुंच गई.

राम कथा सुनते हुए हिना शहाब व अन्य
राम कथा सुनते हुए हिना शहाब व अन्य

सिवानःपूर्व सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीन की पत्नी हिना शहाबअचानक सिवान के गांधी मैदान में श्रीराम कथा सुनने पहुंच गई. हिना शहाब को वहां देखकर कई लोग हैरान रह गए और कई लोग तो फोटो तक लेने लगे. अब हिना शहाब की ये फोटो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है और लोग इसकी जमकर तारीफ भी कर रहे हैं.

ये भी पढ़ेंःकैमरे पर खूब रोईं हिना शहाब, कहा- 18 साल पति से दूर रही, अब कोख उजड़ जाएगा

समिति के आमंत्रण पर पहुंची थी हिना शहाबः आपको बता दें कि सिवान के गांधी मैदान में श्री राम कथा का प्रवचन 5 मई से शुरू हुआ है जो 10 मई तक चलेगा. स्काउट एंड गाइड के मुख्य आयुक्त अभिषेक सिंह ने बताया कि राम कथा आयोजन समिति के अध्यक्ष डॉ रामेश्वर कुमार व अन्य सदस्यों द्वारा हिना शहाब को आमंत्रित किया गया था, तब उन्होंने खुशी-खुशी रामकथा का आमंत्रण स्वीकार किया था और जात-पात ऊंच-नीच के भेदभाव से ऊपर उठकर पूर्व सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीन की पत्नी राम कथा का प्रवचन सुनने पहुंच गईं. जहां बाहर से आये पूज्य राजन जी महाराज द्वारा राम कथा का प्रवचन चल रहा है. हिना शहाब इस कार्यक्रम में काफी देर तक बैठी रहीं और प्रवचन को काफी दिलचस्पी के साथ सुना.

सभी जाति धर्म को लेकर चलते थे शहाबुद्दीनःआपको बता दें कि प्रवचन सुनने पहुंची हिना शहाब की सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है तस्वीर से चर्चाओं का बाजार गर्म है. लोगों का कहना है कि पूर्व सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीन भी सभी जाति धर्म को साथ लेकर चलते थे. उन्होंने हमेशा जात-पात से ऊपर उठकर क्षेत्र में काम किया, जिसका नतीजा रहा कि सिवान उनके समय में विकास की रफ्तार पकड़ सका और एक पहचान बन सकी, आपको बता दें कि पूर्व सांसद मरहूम मोहम्मद शहाबुद्दीन रावण वध का कार्यक्रम भी बड़े पैमाने पर कराते थे. जिसमें हिंदू भाई लोग भी काफी बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते थे और मुस्लिम समाज के लोग भी इसमें हिस्सा लेकर आपसी सौहार्द्र को मजबूत बनाकर एक मिसाल पेश करते थे.

ABOUT THE AUTHOR

...view details