शेखपुरा: विश्व एड्स दिवस के मौके पर मंगलवार को सदर अस्पताल में एड्स जागरुकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस जागरुकता कार्यक्रम में यौन संबंधी सुरक्षा के बारे में जानकारी दी गई. वहीं, कई अफवाहों से भी बचने को कहा गया. इस जागरूकता कार्यक्रम में यह बात फिर से दुहरायी गई कि एचआईवी-एड्स संक्रमित को छूने तथा साथ बैठकर खाना खाने से यह बीमारी दूसरे तक नही पहुंचती है.
सदर अस्पताल में एड्स जागरुकता कार्यक्रम का आयोजन, सिविल सर्जन बोले- 2020 में आए 8 नए मामले
विश्व एड्स दिवस के मौके पर मंगलवार को जिला सदर अस्पताल में एड्स जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस जागरूकता कार्यक्रम में यौन संबंधी सुरक्षा के बारे में जानकारी दी गई.
सिविल सर्जन डॉ.वीर कुंवर सिंह ने इस अवसर पर कहा कि जागरूकता को लेकर संचालित विभिन्न गतिविधियों के कारण जिले में एड्स के मामलों में लगातार कमी देखी जा रही है. जिले में 2003 से अब तक एड्स के कुल 320 मामले सामने आये हैं. वहीं, साल 2020 में अब तक केवल 8 मामले ही नए सामने आये हैं.
रोग को लेकर समाज में व्याप्त हैं कई भ्रांतियां
सिविल सर्जन ने कहा कि एड्स को लेकर समाज में आज भी कई तरह की भ्रांतियां मौजूद हैं. इसे लेकर लोगों को जागरूक होने की जरूरत है. जैसे एड्स रोगी के साथ खाने-पीने, एक ही शौचालाय के उपयोग, किसी जानवर, मक्खी या मच्छर के काटने खांसने व छींकने से नहीं फैलता है. वहीं, संक्रमित होने के बावजूद भी व्यक्ति नियमित दवाई के सेवन व डॉक्टर की सलाह लेते रहने पर सामान्य रूप से अपना जीवन-यापन कर सकता है. वहीं, सिविल सर्जन ने बताया कि एड्स पीड़ित के साथ किसी तरह का भेदभाव नहीं किया जाना चाहिये. वहीं, सिविल सर्जन ने एड्स से जुड़े लक्षणों के बारे में बताया कि लगातार बुखार और खांसी रहना, वजन का तेजी से गिरावट, मुंह में घाव निकल आना, त्वचा पर खुजली वाले चकते उभरना, सिरदर्द, थकान, भूख नहीं लगना रोग के सामान्य लक्षणों में शुमार है. ऐसे किसी भी लक्षण के दिखाई देने पर तुरंत डॉक्टर के पास जाना चाहिए.
ऐसे कर सकते हैं रोकथाम
सिविल सर्जन डॉ.वीर कुंवर सिंह ने बताया कि यौन सम्पर्क से पूर्व बचाव के सुरक्षा के आवश्यक उपाय करें. रक्त चढ़ाने की आवश्यकता पड़ने पर उसकी सम्पूर्ण जांच अवश्य करवा लें. हमेशा डिस्पोजेबल सुई एवं सीरिंज का उपयोग करें. गर्भवती महिलाओं, टीबी के रोगियों, यौन रोगियों एवं जनसामान्य को निःशुल्क परामर्श एवं जांच सेवा उपलब्ध कराई जाती है. एचआईवी पॉजीटिव एवं एड्स पीड़ितों के उपचार के लिए एआरटी केन्द्रों का संचालन किया जा रहा है, जहां निःशुल्क औषधी एवं उपचार उपलब्ध है.
1097 हेल्पलाइन व ‘हम साथी’ एप से लें जानकारी
बिहार राज्य एड्स नियंत्रण समिति द्वारा एचआइवी एड्स हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया है. हेल्पलाइन नंबर 1097 से एड्स संक्रमण होने के कारणों व बचाव के बारे में जानकारी ली जा सकती है. इसके साथ ही यदि एड्स की जांच या एड्स संबंधी इलाज सुविधा की भी सूचना प्राप्त कर सकते हैं. इसके साथ ही ‘हम साथी’ मोबाइल एप्प डाउनलोड कर एड्स से संबंधित सामाजिक सुरक्षा योजनाओं की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं. यह मोबाइल एप्प एड्स के प्रति जागरूकता लाने और बच्चों में मां के माध्यम से एड्स के संक्रमण को रोकने के लिए विभिन्न जानकारियां मुहैया कराता है.