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लॉकडाउन में वातावरण के साथ-साथ सामाजिक कुरीतियां भी हो रही साफ, छपरा में बिना दहेज की शादी हुई संपन्न

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Published : May 9, 2020, 12:41 PM IST

लॉकडाउन के कारण लोग अपने-अपने घरों में कैद हैं. इस वजह से एक ओर जहां वातावरण साफ हो रहा है. वहीं समाज में फैली कुरीतियां भी साफ हो रही हैं. दहेज जैसी कुरीति लगभग समाप्त हो चुकी है.

छपरा
छपरा

सारण: कोरोना माहामारी के कारण मानव जाति पर संकट मंडरा रहा है. इस संकट से निजात पाने के लिए भारत सरकार ने पूरे देश में लॉकडाउन लागू किया है. बंदी के कराण शादी-विवाह जैसे मांगलिक कार्यक्रम से लेकर लगभग सभी मानवीय क्रियाकलाप ठप है. इसी क्रम में छपरा में एक अनूठी शादी देखने को मिली. दरअसल, बिना दान-दहेज के संपन्न हुए इस विवाह में सोशल डिस्सटेसिग का पालन करते हुए दुल्हा-दुल्हन की तरफ से मात्र 11 लोग मौजूद रहे.

महज 2 घंटे में संपन्न हुई शादी
दरअसल, मांझी थाना क्षेत्र के माड़ीपुर कला निवासी आचार्य नागेन्द्र शुक्ला के बेटे मैथिली शरण शुक्ला की शादी कोपा थाना क्षेत्र के बरेजा रूसी निवासी शंकर पाण्डेय की पुत्री शिखा पाण्डेय के साथ तय हुई थी. दहेज रहित अनूठी शादी की निकली बारात को देख कर लोग आश्चर्य चकित थे. दूल्हा को देखने के लिए महिलाओं में खासा उत्साह था. शादी समारोह में दोनों परिवार की ओर से मात्र 11 लोगों मौजूद रहे. सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने के लिए दरवाजे कई रंगीन घेरा बनाया गया था. द्वार पूजन के बाद पूरे विधि-विधान से महज 2 घंटे में शादी संपन्न हुई.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

इलाके में चर्चा का विषय बना दहेज रहित शादी
कोरोना वायरस के संक्रमण के भय से शादी समारोह रिश्तेदारों और ग्रामीणों को आमंत्रित नही किया गया था. महज 5 महिलाएं शादी की पारंपरिक गीत के साथ लोगों से साउंड बॉक्स की सहायता से लोगों से सोशल डिस्टेंसिग का पालन करने की अपील कर रही थी. एक निजी कार से आए हुए दुल्हे राजा के साथ कुछ लोग बाइक से आए हुए थे. बारातियों को वधु पक्ष के लोगों ने पारंपरिक पूड़ी-सब्जी और बुंदिया परोसा. बिना देहज के संपन्न हुई यह शादी इलाके में चर्चा का विषय बना रहा.

शिखा पाण्डेय, दुल्हन

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