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विदेशों तक मशहूर है चेनारी का 'गुड़ही लड्डू', पर्व-त्योहारों पर बढ़ी मांग

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Published : Nov 4, 2021, 7:57 PM IST

गुड़ही लड्डु, रोहतास

रोहतास के चेनारी के गलियों में इन दिनों गुड़ही लड्डू की खुशबू फैल रही है. देशी गुड़, चिरौंजी और ड्राई फ्रूट मिक्स से तैयार लड्डडू की मांग दीपावली में बढ़ जाती है. जिले ही नहीं, आस-पास के जिलों में लड्डू की काफी मांग है. पढ़ें पूरी खबर..

रोहतासःदीपावली पर मिठाई खासकर लड्डू की बात न हो तो कुछ अधूरा सा लगता है. रोहतास जिला (Rohtas District) के चेनारी में गुड़ का लड्डू बनाया जाता है, जिसे लोग गुड़ही लड्डू कहते हैं. गुड़ से बनने वाले इस लड्डू की विशेषता है कि यह सुपाच्य होने के साथ-साथ औषधीय गुणों से भरपूर होता है. इसको तैयार करने में देसी गुड़, चिरौंजी और ड्राई फ्रूट मिक्स मुख्य रुप से प्रयोग किया जाता है. सबसे बड़ी बात है कि इसमें देसी घी का तड़का लगाया जाता है.

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लड्डू में प्रयोग होने वाले चिरौंजी कैमूर के आसपास की पहाड़ी जंगलों से मंगाया जाता है. इस कारण लड्डू औषधीय तत्वों से भरपूर होता है. वहीं इस महंगाई के जमाने में भी यह लड्डू मात्र 100-140 रुपये प्रति किलो की दर पर आसानी से उपलब्ध है.

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इस परंपरागत गुड़ही लड्डू की कहानी 100 सालों से भी ज्यादा पुरानी है. बताया जाता है कि जब यहां के स्थानीय सांसद बाबू जगजीवन राम जब देश के उप प्रधानमंत्री बने थे तो वे चेनारी में तैयार गुड़ के लड्डू (गुड़ही लड्डू) को देश के विभिन्न मंत्रियों, प्रधानमंत्रियों, राष्ट्रपति ही नहीं विदेशों तक भेजते थे. इसके बाद इसकी लोकप्रियता में काफी उछाल आया. आज भी देश-विदेशों लोग इस गुडही लड्डू को पसंद करते हैं, वहीं जो भी लोग रोहतास आते हैं वे अपने साथ इस लड्डू को जरूर ले जाते हैं.

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गुड़ही लड्डू को चेनारी बाजार के स्थानीय कारीगर ही तैयार करते हैं. पर्व-त्योहार में इसकी डिमांड काफी बढ़ जाती है. ऐसे में दीपावली में आसपास के जिले से भी लोग आकर यहां से गुड़ही के लड्डू ले जाते हैं. दुकानदार कृष्ण मोहन प्रसाद गुप्ता बताते हैं कि दीपावली के लिए गुड़ही लड्डू तैयार करने की प्रक्रिया वे लोग दशहरा के बाद से ही शुरु कर देते हैं, क्योंकि मांग इतनी अधिक है कि आपूर्ति करना मुश्किल हो जाता है. दुकानदार कृष्ण मोहन प्रसाद गुप्ता ने आगे बताया कि कि गुड़ की यह लड्डू खाने में स्वादिष्ट, सुपाच्य, औषधीय गुणों से भरपूर एवं सस्ता और टिकाऊ भी होता है. इस लड्डू को 15 दिनों तक रखा जाता है.

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