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पूर्णिया: मौत का सबब बन रहे हैं बिजली के लटकते तार, कुम्भकर्णी नींद में सोया विभाग

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Published : Aug 24, 2019, 1:53 PM IST

बिजली के तार बन रहे मौत का सबब

ग्रामीणों का कहना है कि इस संबंध में कई बार बिजली विभाग को लिखित शिकायत दी गयी है. लेकिन बिजली विभाग ने अपनी आंखो पर पट्टी बांध रखी है. विभाग इसका समाधान करने के बजाए मामले को टालने के बहाने तलाशता रहता है.

पूर्णिया: बिजली विभाग जैसे सुधरने का नाम ही नहीं ले रहा है. जिले में लोगों के घर बिजली पहुंचाने के लिए लगाए गए 11 हजार वोल्ट के तार लोगों के लिए यमराज बने हुए हैं. बिजली के ये तार किसानों के खेत से होकर जाते हैं. जिसके चलते इलाके के किसान दहशत में जीने को मजबूर हैं. अभी तक कई घटनाएं होने के बाद भी विभाग कुम्भकर्णी नींद से नहीं जाग रहा है.

खेतों से गुजरते बिजली के तार

खौफ के साए में ग्रामीण
गौरतलब है कि एनएच 31 से लगे लालगंज पंचायत के शेरशाह बाड़ी टोला, मिल्की टोला जैसे दर्जनों गांव के लोग खौफ के साए में जीने को मजबूर हैं. बता दें कि गांव की मुस्लिम बाहुल्य आबादी के लोग खेतों से ही अपना जीवन-यापन कर रहे हैं. लेकिन दहशत का आलम यह है कि खेतों में लटक रहे 11 हजार वोल्ट के हाई वोल्टेज तारों ने उनकी कमाई का यह जरिया भी छीन लिया है.

पूर्णिया बिजली विभाग

जा चुकी हैं कई जानें
ग्रामीणों ने बताया कि खेतों में लटकते बिजली के तार अभी तक कई लोगों की जान ले चुके हैं. जमीन से महज 4-5 मीटर की ऊंचाई पर झूलते खतरनाक 11 हजार वोल्ट के बिजली के तार लोगों की मौत का कारण बन रहे हैं. बता दें कि बीते दिनों गांव के निवासी मोहम्मद एहसान की 13 वर्षीय बेटी रेहाना करंट की चपेट में आने से दम तोड़ दिया था. इसके बावजूद बिजली विभाग अभी तक इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है.

खौफ के साए में ग्रामीण

महकमे ने आंखों पर बांधी पट्टी
बता दें कि इन तारों की ऊंचाई जमीन से इतनी कम है कि तार फसलों में छिप जाते हैं. वहीं, फसल काटने गए किसान और पशु आए दिन इन तारों की चपेट में आकर अपनी जान गंवा बैठते हैं. ग्रामीणों का कहना है कि इस संबंध में कई बार बिजली विभाग को लिखित शिकायत दी गयी है. लेकिन बिजली विभाग ने अपनी आंखो पर पट्टी बांध रखी है. विभाग इसका समाधान करने के बजाए मामले को टालने के बहाने तलाशता रहता है.

कुम्भकर्णीय नींद में सोया बिजली विभाग

अधिकारी ने की ईटीवी भारत की सराहना
ईटीवी भारत ने समूचे मामले की गंभीरता से लेते हुए बिजली विभाग के अभियंता नटवर लाल यादव से बात की. वहीं, मामले को संज्ञान में लेते हुए अभियंता ने ईटीवी भारत का धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा कि एक सप्ताह के अंदर जर्जर पोल और तार बदलने का काम चालू करवाया जाएगा.

Intro:जिले का बिजली विभाग अपनी कारस्तानियों से बाज नहीं आ रहा। लिहाजा वह बिजली के तार जो घरों तक रौशनी पहुंचाने का काम करती है। इनदिनों जिले के लोगों के लिए खौफ और दहशत का दूसरा नाम बन गई है। वजह है खेतों में लगे फसलों से महज चंद मीटर की दूरी से होकर गुजरा 11 हजार वोल्ट का हाइ वोल्टेज तार । जो घरों को रौशन करने के बजाए अबतक कई ग्रामीणों के आंगन तले अंधेरा कर चुका है।




Body:खौफ के साये में जी रहे दर्जन भर गांवों के लोग...

दरअसल वह बिजली जो घरों को रोशन करने के काम आती है। इन दिनों बिजली विभाग की कारस्तानियों के चलते घरों के आंगन सुने करने में लगा है। समूचा मामला मरंगा थाना अंतर्गत एनएच 31 से लगे लालगंज पंचायत के शेरशाह बाड़ी टोला ,मिल्की टोला जैसे एक दर्जन दर्जन से भी अधिक गांवों का है। जहां के 20 हजार की आबादी बिजली विभाग के सुस्त रवैये के कारण खौफ के साये में जीने को मजबूर है। दहशत का आलम ऐसा है कि मुस्लिम बहुल आबादी के जीविकोपार्जन का एकमात्र जरिया खेत-खलिहाल है। मगर खेतों में लटक रहे 11 हजार वोल्टेज के हाई वोल्टेज तारों ने ग्रामीणों से उनका यह जरिया भी छीन लिया है।


महज 4 मीटर के फासले पर 11 हजार वोल्टेज की मौत...


ग्रामीणों के मुताबिक बिजली के खतरनाक तारों ने अब तक कई ग्रामीणों की जिंदगी लील ली है। किसी का जिगर का टूकड़ा बिजली विभाग के खरतनाक तारों का शिकार बना। तो किसी के सर से मां-बाप का साया छीन गया। जमीं से महज 4-5 मीटर की ऊंचाई पर झूलते खतरनाक 11 हजार वोल्ट के बिजली के तारों ने अब तक कई घरों में मातम बिखेरे हैं। अपनों को खोने का दंश झेलने वाले ऐसे ही एक ग्रामीण में से एक हैं मो एहसान । जिनके आंखों के सामने ही उनकी 13 वर्षीय बेटी रेहाना ने बिजली के तारों से लिपटे- छटपटाते दम तोड़ दिया था।



शिकायत के बावजूद महकमें ने आंखों पर बांध रखी है पट्टी...


इनकी मानें तो इन तारों की ऊंचाई जमीन से इतनी कम है। कि फसलों के बढ़ते ही यह तार फसलों में छिप जाते हैं। यही लोगों की मौत का कारण बन रहा है। फसलों को काटने गए किसान या फिर पशुओं को चारा खिलाने गए बच्चे अक्सर ही ऐसी हाइ वोल्टेज तारों की चपेट में आकर अपनी जान गंवा बैठते हैं। ग्रामीणों का कहना है कि इस संबंध में कई दफे ही बिजली विभाग को लिखित शिकायत दी गयी है। मगर अब तक बिजली विभाग इसके निदान के रास्ते निकालने के बजाए इसे टालने के बहाने तलाशता रहा है।



मामले को संज्ञान में लें अधिकारी ने की ईटीवी भारत की सराहना...


वहीं ईटीवी भारत ने समूचे मामले की गंभीरता को समझते हुए बिजली विभाग के अभियंता नटवर लाल यादव से बात की। मामले को संज्ञान में लेते हुए अभियंता ने ईटीवी भारत का धन्यवाद दिया। एक सप्ताह के भीतर जर्जर पोल व तार बदलने का भरोसा दिया।









Conclusion:

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