पटना: प्रदेश में इस साल विधानसभा चुनाव होने हैं. ऐसे में बीजेपी ने इसकी तैयारी अभी से ही शुरू कर दिया है. मिशन 2020 का आगाज करते हुए उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने आरजेडी और कांग्रेस को आड़े हाथों लेते हुए राजद प्रमुख लालू यादव को दलितों के नरसंहार का आरोपी करार दिया.
सुशील मोदी का लालू पर हमला, कहा- RJD शासनकाल में 150 से ज्यादा दलितों की हुई हत्या
उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी आरजेडी प्रमुख पर निशाना साधते हुए कहा कि लालू के शासनकाल में 7 बड़े सामूहिक नरसंहार हुए थे. उनके 15 साल के शासन में 150 से अधिक दलितों को सामूहिक नरसंहार में मार दिया गया था.
'लालू शासनकाल में 150 से अधिक दलित मारे गए'
उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने आरजेडी अध्यक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि लालू शासनकाल में हुए सामूहिक नरसंहार में 150 से अधिक दलित मारे गए थे. वहीं, एनडीए गठबंधन के शासनकाल में एक जगह भी दलितों का सामूहिक नरसंहार नहीं हुआ.
'राजद शासनकाल में 7 बड़े सामूहिक नरसंहार'
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि लालू यादव दलितों के नाम पर राजनीति करते थे. उन्हें दलितों की चिंता नहीं थी. उनके 15 साल के शासनकाल में 7 बड़े सामूहिक नरसंहार हुए थे. वहीं, सीएए पर उन्होंने कहा कि विपक्ष नागरिकता संशोधन कानून के नाम पर दलितों को भड़का रहा है, इस कानून से सबसे ज्यादा फायदा दलितों को होगा.
Body:लालू के शासनकाल में सामूहिक नरसंहार में 150 से अधिक दलित मारे गए
संत शिरोमणि रविदास की जयंती के मौके पर नेता खुद को दलितों का बड़ा हिमायती साबित करने में जुटे थे।
उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने कहा कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के शासनकाल में एक भी दलितों का सामूहिक नरसंहार नहीं हुआ लेकिन लालू यादव के 15 साल के शासनकाल में दलित गाजर मूली की तरह काट दिए जाते थे
Conclusion:एनडीए के शासनकाल में दलित है महफूज
उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने कहा कि लालू यादव दलितों के नाम पर राजनीति करते थे लेकिन दलितों की चिंता उन्हें नहीं थी उनके 15 साल के शासनकाल में 7 बड़े सामूहिक नरसंहार हुए लक्ष्मणपुर बाथे नरसंहार में 58 मियांपुर नरसंहार में 32 शंकर बीघा नरसंहार में 23 बथानी टोला नरसंहार में 21 नारायणपुर नरसंहार में 11 और हैबतपुर नरसंहार में 10 दलितों को मौत के घाट उतार दिया गया था ।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि नागरिकता संशोधन अधिनियम के नाम पर दलितों को भड़काया जा रहा है उपमुख्यमंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के 15 साल के शासनकाल में एक भी नरसंहार नहीं हुए।