पटनाः आज इंडिया और बांग्लादेश के बीच अंडर-19 क्रिकेट वर्ल्ड कप का फाइनल होना है. कुछ ही देर में दोनों टीम मैदान पर आमने-समाने होगी. वहीं बिहार के युवा क्रिकेटर सुशांत मिश्रा से युवा खिलाड़ियों को बेहतर प्रदर्शन की आस है.
राजधानी के युवा क्रिकेट खिलाड़ियों ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की. इस दौरान खिलाड़ियों ने कहा कि उन्हें सुशांत से सेमीफाइनल की तरह ही फाइनल में बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद है. उन्हें उम्मीद ही नहीं पूरा भरोसा है कि टीम इंडिया विश्वकप पर कब्जा जमायेगी और इस मैच में भी सुशांत बेहतर प्रदर्शन को दोहरायेंगे.
ईटीवी भारत संवाददाता की रिपोर्ट विश्व कप में सुशांत का प्रदर्शन
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सुशांत को कोई विकेट नहीं मिला जबकि न्यूजीलैंड के खिलाफ 24 रन देकर एक विकेट, श्रीलंका के खिलाफ 34 रन देकर 1 विकेट हासिल कर चुके हैं. वहीं, सेमीफाइनल में दमदार प्रदर्शन करते हुए 28 रन देकर 3 विकेट हासिल किये.
रफ्तार और स्विंग है सुशांत की ताकत
जसप्रीत बुमराह को आइडियल मानने वाले सुशांत अपनी रफ्तार से विरोधियों में हलचल मचाने का माद्दा रखते हैं. जहां, सुशांत 140 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गेंदबाजी करते हैं. वहीं, इन स्विंग से बल्लेबाजों का छक्का छुड़ा देते हैं. साथ ही बल्लेबाजों के लिए अंदर की तरफ आती गेंद और बाउंसर भी घातक है. सेमीफाइनल में बेहतर प्रदर्शन से देशवासियों की नजर है.
युवा क्रिकेटर सुशांत मिश्रा सेमीफाइनल में कर चुके हैं कमाल
बता दें कि सुशांत मिश्रा गेंदबाजी में कार्तिक त्यागी, रवि बिश्नोई और अथर्व अंकोलेकर का बखूबी साथ दे रहे हैं. सुशांत ने सेमीफाइनल में बेहतर प्रदर्शन करते हुए 3 विकेट झटके थे. सुशांत सितंबर 2019 में भी शानदार प्रदर्शन कर चुके हैं. अंडर-19 एशिया कप के दौरान श्रीलंका में हुए अफगानिस्तान टीम के साथ मैच में 7 विकेट झटके थे. जिसके बाद हर किसी की नजर इस युवा बॉलर पर गई. यदि भारतीय टीम इस मुकाबले को जीत लेती है तो ये टीम का 5वां विश्वकप खिताब होगा.
बिहार के क्रिकेट खिलाड़ी सुशांत सुशांत से है बिहार को आस
सुशांत का पैतृक गांव दरभंगा जिले के अलीनगर प्रखंड स्थित तुमौल है. हालांकि उनका पूरा परिवार रांची रहता है. 11 साल की उम्र में क्रिकेट खेलने वाले सुशांत बचपन से ही क्रिकेट को लेकर जुझारु है.
युवा क्रिकेटर सुशांत मिश्रा लगातार बेहतरीन प्रदर्शन के कारण जहां टीम इंडिया में जगह बनाई है. वहीं, दूसरी तरफ बिहारवासी अपने लाडले को विश्व विजेता टीम का हिस्सा बनते देखने के लिए बेताब हैं.