पटना: राजधानी पटना के राजीव नगर(Bulldozers In Rajeev Nagar) के नेपाली नगर (Nepali Nagar Patna) में 20 एकड़ में बने 70 मकानों को जिला प्रशासन के द्वारा अवैध घोषित कर तोड़ने (Encroachment Removal Campaign In Patna) की कवायद जारी है. दरअसल जिला प्रशासन द्वारा एक महीना पहले लोगों को नोटिस दिया गया था. उसके बाद उसे तोड़ने की प्रक्रिया कल से शुरू हुई है. वहीं दीघा आशियाना रोड के नेपाली नगर में सालों से रहे रहे लोगों का कहना है कि अब हम कहां जाएंगे? लोग पूछ रहे हैं कि अगर यह अवैध निर्माण था तो कैसे रजिस्ट्री हुई, राशन कार्ड, आधार कार्ड, वोटर कार्ड सबकुछ इसी अवैध पते पर क्यों दिया गया?
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प्रशासन से लोगों ने पूछा सवाल- क्यों दी गयी थी सुविधाएं?:नेपाली नगर के लोग प्रशासन से कई सवाल कर रहे हैं. 27 साल से रह रही एक महिला नीलम ने कहा कि मेरे घर की रजिस्ट्री हाजीपुर से हुई थी. नगर निगम का भी म्यूटेशन बहुत पहले से हुआ है. मेरा यही सवाल है कि हमें बिजली, पानी क्यों दिया गया था. सारी सुविधाएं क्यों मुहैया करवायी गई थी?
"अगर हम अवैध रूप से रह रहे थे तो हमें कोई भी सुविधा नहीं देनी चाहिए थी. मेरा सारा प्रूफ यहीं का है. हमें क्यों अवैध कहा जा रहा है पता नहीं. बुढ़ापे में अब हमें यह सबकुछ झेलना पड़ रहा है." - नीलम, नेपाली नगर निवासी
"20-22 साल से रह रहे हैं. सारी सुविधाएं दी गई थीं. हम कहां जाएंगे? पूरी उम्र हमारी यहीं खत्म हो गयी है. बारिश के मौसम में हमें समय भी नहीं दिया गया. हमारा सामान घर से निकालकर घर गिरा दिया जा रहा है, अब हम कहां जाएं"- नेपाली नगर निवासी
"अभी-अभी घोषणा की गई है कि मकानों को तोड़ा जाएगा. हमने हाजीपुर में 1987 में रजिस्ट्री करवाया था. हम 93 से यहां रह रहे हैं. यहां सांसद विधायक सब वोट मांगने आते हैं लेकिन अब तक कोई आश्वासन नहीं मिला है."-नेपाली नगर निवासी
"हमारे पास पावर नहीं है तो प्रशासन कुछ भी कर सकता है. इतनी मेहनत से मकान बनाए थे. अब प्रशासन की ओर से कहा गया है कि तोड़ दिया जाएगा. कैसे हम खाली करे आप लोग ही बोलिए. क्या अब फिर से जमीन लेकर मकान बनाना संभव है. पहले ही इस जमीन पर घर नहीं बनाने देते."- नेपाली नगर निवासी
पप्पू यादव ने आज भी प्रशासन का रास्ता रोकाः पटना के राजीव नगर इलाके में आज भी प्रशासन द्वारा अवैध कब्जा हटाने का कार्य किया जा रहा है. इस दौरान आज भी पुलिस को विरोध कर रहे लोगों का सामना करना पड़ रहा है. पूर्व सांसद पप्पू यादव अपने समर्थकों के साथ नेपाली नगर में धारा 144 का उल्लंघन करते हुए स्थानीय लोगों के समर्थन में धरने पर बैठ गए. उनके द्वारा सरकारी कार्य में बाधा उत्पन्न करने का प्रयास किया गया. इस दौरान प्रशासन द्वारा हल्का बल प्रयोग कर उन्हें और उनके समर्थकों को वहां से हटा दिया गया. वहीं, 144 का उल्लंघन करने के आरोप में 9 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. आपको बताएं कि एहतियातन दीघा- आशियाना रोड के पश्चिम एवं नेपाली नगर और आसपास के क्षेत्रों में दंड प्रक्रिया संहिता के तहत धारा 144 लागू की गई है. एक जगह पर 5 या उससे ज्यादा लोगों के इकट्ठा होने पर पाबंदी है.
आमने-सामने स्थानीय और प्रशासन:आपको बताएं कि पिछले दिनोंराजीवनगर के लोगों ने बुलडोजर पर रोक लगाने की मांग को लेकर बिहार के उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद (Deputy CM Tarkishore Prasad) के पटना स्थित आवास के बाहर प्रदर्शन भी किया था. इन प्रदर्शनकारियों में बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल थीं. इनका कहना है कि पटना प्रशासन ने राजीव नगर के नेपाली नगर में 3 दर्जन से ज्यादा मकान को तोड़ने का आदेश जारी किया है. यहां लगभग 20 एकड़ भूमि को अधिग्रहित कर पटना उच्च न्यायालय के जजों के लिए आवास बनाया जाना है. सदर अंचलाधिकारी की ओर से 70 लोगों को नोटिस भेजा गया है. यह इलाका राजीव नगर थाने और कर्पूरी भवन के पीछे वाला इलाका है. इससे पहले नेपाली नगर के घुड़दौड़ रोड में सीआईएसएफ के कैंप कार्यालय, सीबीएसई के लिए भूमि अधिग्रहित की गई थी. इस दौरान इस इलाके में स्थानीय लोगों और पुलिस प्रशासन के बीच हंगामा हुआ था.
कल से चल रहा अभियान:रविवार से पटना के आशियाना रोड पर यह अभियान चल रहा है. इस दौरान कल स्थिति बेकाबू हो गयी थी. पुलिस और स्थानीय लोग आमने-सामने थे. पुलिस पर पथराव किया जा रहा था जिसके बाद जवाब में पुलिस ने लाठीचार्ज किया था और आंसू गैस के गोले भी छोड़े गए थे. इस झड़प में कई पुलिसकर्मी व स्थानीय लोग भी घायल हुए थे. 20 एकड़ जमीन पर कब्जा करने के लिए पुलिस और प्रशासन को दिनभर फजीहत झेलनी पड़ी थी. राजीव नगर में कल 22 बुलडोजर के साथ से 40 मजिस्ट्रेट और 50 पुलिस अफसरों के साथ हजारों पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया था जिसमें 3 पुलिसकर्मी और तीन स्थानीय लोग घायल हुए थे. जिसके बाद पुलिस प्रशासन द्वारा 26 लोगों को गिरफ्तार किया गया और 300 अज्ञात लोगों पर केस दर्ज किया है.
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