पटना:शिक्षा के मंदिर में जब एक शिक्षक दूसरे शिक्षक की पिटाई करने लगे तो क्या कहा जाएगा? स्कूल में सही समय पर शिक्षक-शिक्षिकाएं ही न पहुंचे तो क्या होगा ? इसी को लेकर विद्यालय की प्रधानाध्यापिका ने लेट आने वाली महिला शिक्षकों को कई बार समझाने की कोशिश की लेकिन शिक्षिकाएं नहीं मानीं तो इसकी शिकायत वरिष्ठ अधिकारी से कर दी. इससे आक्रोशित होकर शिक्षिकाओं ने शुक्रवार को विद्यालय की हेडमास्टर (Headmaster of a government school) को कमरे में बंद कर पिटाई कर दीं (beaten up by the teachers). जिसके बाद आरोपी महिला शिक्षिकाओं को हटाने को लेकर गांव के अड़े हुए हैं.
बीईओ से की थी शिक्षिकाओं के लेट आने की शिकायत: पूरा मामला राजधानी पटना से सटे बिक्रम प्रखंड के निसरपुरा गांव स्थित बुनियादी विद्यालय का है. विद्यालय में प्रधानाध्यापिका को मिलाकर कुल सात टीचर हैं. इनमें तीन महिला हैं. तीनों महिला टीचर अक्सर सही समय पर स्कूल नहीं आती हैं और हाजिरी भी नहीं बनाती हैं. इसे लेकर विद्यालय की हेडमास्टर शारदा कुमारी ने इनको कई बार समझाया और पूछा भी. इसके बावजूद महिला शिक्षकों ने उनकी बात नहीं मानीं. इसके बाद हेडमास्टर ने इसकी शिकायत स्थानीय प्रखण्ड शिक्षा पदाधिकारी से कर दी. इससे आक्रोशित होकर विद्यालय की शिक्षिका रानी कुमारी, ऋतु कुमारी एवं रूपा कुमारी ने प्रिंसिपल शारदा कुमारी को स्कूल के कमरे में बंद कर जमकर पिटाई कर दी. उनके बैग में रखे 1000 रुपये लेकर भी चली गईं. इसके बाद आसपास के ग्रामीण स्कूल में पहुंचकर आरोपी महिला शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग करने लगे. घटना की जानकारी मिलने के बाद स्थानीय प्रशासनिक अधिकारी और पुलिस की टीम विद्यालय पहुंची लेकिन तब तक आरोपी शिक्षिकाएं फरार हो गई थीं.