पटनाः लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग के सचिव जितेंद्र श्रीवास्तव ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जानकारी दी कि हर घर नल योजना का 60% से अधिक काम पूरा हो गया है. अक्टूबर तक सभी वार्डों में इस योजना को पहुंचाने का लक्ष्य है. जितेंद्र श्रीवास्तव ने कहा कि केंद्र ने इस योजना की तारीफ की है और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मॉडल के रूप में इसे पेश करने वाली है.
हर घर नल का जल योजना की पहचान
लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग के सचिव जितेन्द्र श्रीवास्तव ने बताया कि लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग को राज्य सरकार की ओर से हर घर नल का जल योजना को क्रियान्वित करने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश में इस काम को करने में लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग अग्रसर रहा है. लॉकडाउन के दौरान भी राज्य सरकार ने हर घर नल का जल योजना को इससे मुक्त रखा था, उसी का नतीजा है कि विभाग ने लॉकडाउन में काम करते हुए काफी प्रगति हासिल की है.
56 हजार 80 वार्ड लक्ष्य के रूप में चिह्नित
जितेन्द्र श्रीवास्तव ने बताया कि 56 हजार 80 वार्ड लक्ष्य के रूप में चिह्नित हैं. उसके विरुद्ध अभी तक 31,717 वार्ड यानि कि लगभग 60 प्रतिशत से ऊपर कार्य पूर्ण किया जा चुका है. 90 लाख हाउस होल्ड कनेक्शन का लक्ष्य है, उसमें 50.75 लाख हाउस कनेक्शन दिया जा चुका है. लॉकडाउन की अवधि में लगभग 18 हजार 41 वार्डों में 31 लाख 78 हजार हाउस कनेक्शन दिये गये हैं. अभी तक विभाग की ओर से लगभग 60 प्रतिशत घरों में हाउस कनेक्शन दिया जा चुका है.
केन्द्र ने की है सराहना
जितेन्द्र श्रीवास्तव ने बताया कि जल्द ही इस योजना को लक्ष्य के अनुरूप पूर्ण कर लिया जायेगा. केन्द्र सरकार ने इस योजना को सराहा है और जल्द ही राष्ट्रीय स्तर पर ही नहीं बल्कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी हर घर नल का जल योजना की पहचान स्थापित होगी. जितेन्द्र श्रीवास्तव ने बताया कि इसके अलावा विभाग को जल-जीवन-हरियाली योजना के अंतर्गत कुंओं के जीर्णोद्धार का काम भी सौंपा गया है. अभी तक 3,316 कुंओं का जीर्णोद्धार किया जा चुका है. ये लक्ष्य का लगभग 50 प्रतिशत से ऊपर है.
स्टेट वाटर कंट्रोल रूम
लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग के सचिव ने बताया कि मुख्य सचिव के स्तर पर निर्णय हुआ था कि एक संयुक्त स्टेट वाटर कंट्रोल रूम स्थापित किया जाए. जहां संयुक्त रुप से पंचायती राज और लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग की योजनाओं का रियल टाइम में मॉनिटरिंग हो सके. स्टेट वाटर कंट्रोल रूम स्थापित हो जाने से रियल टाइम में लगभग एक लाख 10 हजार से अधिक योजनाओं की मॉनिटरिंग की जा सकेंगी. इसको लेकर दोनों विभाग की ओर से कमिटियां गठित हैं. जल्द ही इसको स्थापित करने को लेकर कार्रवाई शुरू हो जायेगी.
34 हजार चापाकल की मरम्मती
लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग के सचिव ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान लगभग 34 हजार चापाकल की मरम्मती की गई है. इसके अलावा 3 हजार नये चापाकल लगाए गए हैं. अभी हाल में स्थापित किये गए क्वारंटाइन सेंटर्स में भी विभाग ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. स्थापित किये गये 5,350 क्वारंटाइन सेंटरों में 29 हजार शौचालयों का निर्माण किया गया था. करीब 12 हजार महिला स्नानागार का निर्माण किया गया था. करीब साढ़े पांच हजार चापाकल लगाए गये थे.