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मांझी बोले- कठोर हृदय के हैं जगदानंद सिंह, बेइज्जती के बाद भी राजद में

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Published : Sep 22, 2021, 9:17 AM IST

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हम के पटना कार्यालय में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने बसपा के प्रदेश महासचिव मोहम्मद कमालुद्दीन और उनके समर्थकों को पार्टी की सदस्यता दिलायी. इस दौरान वह राजद पर भी जमकर बरसे.

पटना: हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (Hindustani Awam Morcha) के कार्यालय में मंगलवार को मिलन समारोह का आयोजन किया गया. इस समारोह में बसपा के प्रदेश महासचिव मोहम्मद कमालुद्दीन (BSP Leader Mohammad Kamaluddin) ने अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ बसपा छोड़कर हम का दामन थाम लिया. इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी (Former Chief Minister Jitan Ram Manjhi) ने सभी को पार्टी की सदस्यता दिलायी. मांझी ने कहा कि इन लोगों के पार्टी में शामिल होने से हमारा संगठन उत्तर बिहार में मजबूत होगा. वहीं, उन्होंने राजद पर भी हमला किया और कहा कि जगदानन्द सिंह (Jagdanand Singh) कठोर हृदय के हैं. इतनी बेइज्जती के बाद भी वे राजद में हैं.

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हम प्रमुख जीतन राम मांझी ने कहा कि हमारी पार्टी में मधुबनी, चंपारण समेत तमाम जिलों से लोग आ रहे हैं. इसका मतलब है कि पार्टी जिस तरह से काम कर रही है, उससे लोग प्रभावित हैं. आज बहुजन समाज पार्टी के कार्यकर्ता हमारे साथ आए हैं. इस दौरान उन्होंने राजद के प्रशिक्षण शिविर पर भी तंज कसा. मांझी ने कहा कि जिस पार्टी के कार्यकर्ताओं में अनुशासन नहीं है, वहां किस तरह से प्रशिक्षण दिया जा रहा होगा, उसे सभी लोग अच्छी तरह से जानते हैं. उनकी पार्टी में बड़े नेताओं का सम्मान शुरू से नहीं होता. जो बड़े नेताओं पर गलत टिप्पणी करते हैं, उन पर पार्टी कार्रवाई नहीं करती. ऐसे राजद कार्यकर्ताओं को सीख देना जरूरी है.

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उन्होंने कहा कि शुरू से ही जिस तरह के संस्कार राष्ट्रीय जनता दल में चलता है, उससे नहीं लगता कि कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण देने से कोई फायदा को मिलेगा. उनकी पार्टी है, चाहे जो करें. लेकिन हम इतना कहना चाहते हैं कि कार्यकर्ताओं को अनुशासन में रहने का पहले प्रशिक्षण दें. लालू प्रसाद पार्टी सुप्रीमो हैं उस दल के. बिहार में जो महादलित मुख्यमंत्री हुआ था, उसको हटाने के लिए वे राष्ट्रपति और गवर्नर के यहां गये थे. क्या यही ट्रेनिंग देंगे कि महादलितों की उपेक्षा करो. इस दौरान जगदानंद सिंह पर भी तंज कसा और कहा कि जगदानन्द सिंह कठोर हृदय के हैं. इतनी बेइज्जती होने के बाद भी राजद में हैं.

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