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केके पाठक के निर्देश पर 3 जिलों के DEO और DPO पर निंदन की कार्रवाई, नए शिक्षकों के स्कूल आवंटन में गड़बड़ी का मामला

By ETV Bharat Bihar Team

Published : Nov 17, 2023, 6:03 PM IST

Updated : Nov 17, 2023, 6:17 PM IST

ACS KK Pathak : बिहार में शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने बीपीएससी द्वारा चयनित शिक्षकों के विद्यालय आवंटन में गड़बड़ी के बाद निंदन की कार्रवाई की गई है. ये कार्रवाई मांगे गए स्पष्टीकरण के जवाब से असंतुष्ट होने पर की गई है. क्या है पूरा मामला पढ़ें-

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पटना :बिहार शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक एक्शन में है. नवनियुक्त शिक्षकों के विद्यालय आवंटन में हुई गड़बड़ी के बाद शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के पाठक ने तल्ख तेवर अपनाया है. केके पाठक के निर्देश पर शिक्षा विभाग ने तीन जिलों के जिला शिक्षा पदाधिकारी और डीपीओ (स्थापना) पर निंदन की कार्रवाई की है. अधिकारियों के जवाब से विभाग संतुष्ट नहीं है जिसके बाद यह कार्रवाई हुई है.

अफसरों से मांगा गया था स्पष्टीकरण: इससे पहले केके पाठक ने जिम्मेदार अधिकारियों से गुरुवार को चार घंटे में स्पष्टीकरण मांगा था. जवाब से संतुष्ट न होने पर यह कार्रवाई की गई है. शिक्षा विभाग के निदेशक प्रशासन ने समस्तीपुर के जिला शिक्षा पदाधिकारी मदन राय, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना नरेंद्र कुमार सिंह,सारण के जिला शिक्षा पदाधिकारी कौशल किशोर, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी दिलीप कुमार सिंह,सिवान के जिला शिक्षा पदाधिकारी मिथिलेश कुमार और जिला कार्यक्रम पदाधिकारी अवधेश कुमारसे स्पष्टीकरण मांगा था.

गड़बड़ी पर निंदन की सजा :केके पाठक के आदेश से निदेशक ने पूछा था कि ''मुख्यालय स्तर से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से समीक्षा बैठक में यह तथ्य सामने आया कि आपके जिला में विद्यालय आवंटन में शिक्षकों का युक्ति संगत एकीकरण नहीं किया गया है. मुख्यालय स्तर पर शिक्षकों के पदस्थापन के अंतिम चरण में किए गए सत्यापन के क्रम में भी वास्तविक स्थिति स्पष्ट नहीं की गई. जिसके कारण एक ही विद्यालय में अधिक शिक्षकों का पदस्थापन हो गया है. यह गंभीर लापरवाही है और आदेश का उल्लंघन है. ऐसे में आप सभी को निर्देश दिया जाता है कि इन आरोपों के संबंध में 4 घंटे में अपना स्पष्टीकरण समर्पित करें कि क्यों ना आपके खिलाफ निंदन की सजा दी जाए.''

क्या होती है निंदन की कार्रवाई: आपको बता दें कि निंदन की कार्रवाई सरकारी कर्मियों और अधिकारियों के प्रमोशन में बैरियर होता है. यदि किसी सरकारी कर्मचारी अथवा अधिकारी पर उसके सर्विस काल में तीन बार निंदन की कार्रवाई होती है तो उसका आगे का प्रमोशन रुक जाता है. सरकारी कर्मियों के सर्विस बुक में यह कार्रवाई एक दाग होता है.

Last Updated :Nov 17, 2023, 6:17 PM IST

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