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मस्कुलर डिस्ट्रॉफी से पीड़ित बच्चों ने CM आवास पहुंचकर लगाई मदद की गुहार, सभी को हाथ लगी निराशा

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Published : Apr 4, 2022, 3:20 PM IST

Updated : Apr 4, 2022, 3:49 PM IST

पटना सीएम आवास (CM House Patna) के बाहर मस्कुलर डिस्ट्रॉफी से पीड़ित 50 से अधिक बच्चों के साथ उनके परिजनों ने नीतीश कुमार से मदद की गुहार (Request for help from Nitish Kumar) लगाई. लेकिन सभी को निराशा ही हाथ लगी क्योंकि सुरक्षाकर्मियों ने उनको मुख्यमंत्री से मिलने नहीं दिया. पढ़े पूरी खबर..

मस्कुलर डिस्ट्रॉफी से पीड़ित 50 से अधिक बच्चे
मस्कुलर डिस्ट्रॉफी से पीड़ित 50 से अधिक बच्चे

पटना:मस्कुलर डिस्ट्रॉफी से पीड़ित 50 से अधिक बच्चे (Children Suffering from Muscular Dystrophy) अपने परिजनों के साथ मुख्यमंत्री आवास पहुंचे. सभी सीएम नीतीश कुमार से इलाज के लिए मदद की गुहार लगाने पहुंचे थे, लेकिन सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें उनसे मिलने नहीं दिया. मस्कुलर डिस्ट्रॉफी से पीड़ित बच्चों के परिजनों का कहना था कि बिहार में जांच की भी सुविधा नहीं है इलाज की बात करना तो बहुत दूर की बात है.

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मदद की गुहार लगाने पहुंचे थे सभी: अपने बच्चे के साथ समस्तीपुर से पहुंचे श्याम सुंदर का कहना था कि दूसरे राज्यों में भी हम लोगों ने इलाज कराया है और लाखों रुपए खर्च हो चुके हैं, लेकिन कोई लाभ नहीं हो रहा है. श्याम सुंदर का कहना था कि विदेशों में इसकी इलाज की व्यवस्था है और इसलिए मुख्यमंत्री से हम लोग गुहार लगाने पहुंचे हैं कि बच्चों के इलाज की व्यवस्था करा दें, क्योंकि मस्कुलर डिस्ट्रॉफी से पीड़ित बच्चे कोई भी काम अपने से नहीं कर पाते हैं. सुरक्षाकर्मियों ने परिजनों को 13 अप्रैल के बाद आने की सलाह दी है.

सभी को हाथ लगी निराशा:मस्कुलर डिस्ट्रॉफी (Muscular Dystrophy) के शिकार बच्चों के परिजन बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे (Bihar Health Minister Mangal Pandey) से पहले मिल चुके हैं, लेकिन कोई लाभ उसका मिला नहीं है. यही कारण है कि सभी मुख्यमंत्री से बड़ी उम्मीद से मदद मांगने पहुंचे थे, लेकिन फिलहाल सभी को निराशा हाथ लगी है.

मस्कुलर डिस्ट्रॉफी क्या है?: मस्कुलर डिस्ट्रॉफी एक ऐसी बीमारी है, जिसमें इंसान की शक्ति क्षीण हो जाती है और मसल्स कमजोर होने के साथ सिकुड़ने लग जाती हैं. बाद में यह टूटने लगती हैं. चिकित्सकों के अनुसार यह एक तरह का आनुवंशिक रोग है, जिसमें रोगी में लगातार कमजोरी आती है और उसकी मांसपेशियों का विकास रुक जाता है. इसके अलावा स्केलेटल मसल्स नष्ट होने लगती हैं. इस बीमारी में मांसपेशियों की कोशिकाएं मृत होने लगती हैं. धीरे-धीरे इस बीमारी में मस्तिष्क और स्नायु तंत्र के मध्य सामंजस्य बिगड़ने लगता है और प्रोटीन बनने की क्रिया बाधित हो जाती है. इस कारण से मांसपेशियों का विकास रुक जाता है.

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Last Updated :Apr 4, 2022, 3:49 PM IST

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