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IIT पटना के छात्र की मौत के विरोध में कैंडल मार्च, अस्पताल पर इलाज में लापरवाही का आरोप

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Published : Oct 17, 2022, 9:21 AM IST

पटना में आईआईटी छात्र की मौत से आक्रोशित छात्रों ने कैंडल मार्च निकाला. इस दौरान छात्रों ने आईआईटी मुख्य गेट को घंटों जाम कर बवाल काटा. पढ़ें पूरी खबर...

बिहटा के आईआईटी पटना
बिहटा के आईआईटी पटना

पटना:आईआईटी पटना में छात्र की मौत के बाद कैंडल मार्च (Candle March In Patna IIT) निकाला गया. जिले के अमहरा स्थित आईआईटी कैंपस में मैकेनिकल इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट के छात्र देवानंद पंडित की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई थी. जिसके बाद साथी छात्रों ने कैंडल मार्च निकालकर दो मिनट का मौन रखते हुए अपने दिवंगत मित्र को श्रद्धांजलि दी.

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आईआईटी पटना में छात्र की मौत के बाद कैंडल मार्च: यह मामला आईआईटी पटना का है. जहां छात्रों ने अपने मित्र के इलाज के दौरान मौत के बाद गेट नंबर दो पर आईआईटी प्रशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया और कॉलेज से टाइअप किये गये एनएसएमसीएच अस्पताल के खिलाफ कार्रवाई की मांग की. आक्रोशित छात्रों कहना है कि देवानंद पंडित की अचानक तबीयत बिगड़ी और एनएसएमसीएच अस्पताल में भर्ती कराया गया. वहां अस्पताल की लापरवाही के कारण उसकी मौत हो गयी. मृतक देवानंद पंडित के बारे में बताया जाता है कि इसी साल शादी हुई थी. उसकी एक बेटी भी है.

आईआईटी छात्रों ने मांग की है कि मृतक के परिजनों को आर्थिक रूप से सहायता दी जाए और उसकी पत्नी को आईआईटी संस्थान में जॉब दी जाए ताकि वो अच्छे तरीके से अपने परिवार का भरण पोषण कर सके. इसके साथ ही एनएसएमसीएच अस्पताल से टाइअप को समाप्त किया जाए और पटना के अच्छे हॉस्पिटल के साथ टाइअप कराया जाए ताकि छात्रों को इमरजेंसी में बेहतर इलाज मिल सके. इसके अलावा आईआईटी पटना के छात्रों का कहना है कि इससे पहले भी यहां एक और छात्र की मौत हो चुकी है. उस समय भी आईआईटी प्रशासन और अस्पताल प्रशासन की लापरवाही सामने आई थी. उसके बाद एक बार फिर इस बार कॉलेज कैंपस में छात्र की मौत हुई है.

कैसे हुई देवानंद की मौत: गौरतलब हो कि बीते 15 अक्टूबर को आईआईटी पटना के मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग के छात्र देवानंद पंडित की अचानक तबीयत बिगड़ी और उसे बिहटा के एनएसएमसीएच अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां उसी रात में उसकी मौत हो गई.

IIT पटना से आग्रह है कि NSMCH अस्पताल से टाइअप को समाप्त किया जाए और पटना के अच्छे हॉस्पिटल के साथ टाइअप कराया जाए. ताकि छात्रों को इमरजेंसी में बेहतर इलाज मिल सके.- छात्रा, IIT पटना

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