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जरूरतमंदों को मदद देने में जुटी नीतीश सरकार, बाहर से आए लोगों की होगी स्क्रीनिंग

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Published : Apr 5, 2020, 7:59 AM IST

कोरोना वायरस की वजह से घोषित लॉकडाउन में गरीब तबके, मजदूरों दिहाड़ी कामगारों को कोई परेशानी ना आए इसके लिए बिहार सरकार हर संभव कोशिश कर रही है. लोगों को खाने पीने से लेकर आर्थिक मदद पहुंचाने को लेकर सरकार प्रतिबद्ध है.

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (फाइल फोटो)
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (फाइल फोटो)

पटना: बिहार में लॉकडाउन के दौरान बड़ी संख्या में अन्य राज्यों में रहने वाले लोग लौटे हैं. सरकार अब अन्य राज्यों से लौटे लोगों को स्क्रीनिंग करा रही है. बाहर से लौटे लोगों की संख्या करीब एक लाख 70 हजार बताई जा रही है.

बिहार के स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने शनिवार को बताया कि चरणवार होने वाली इस स्क्रीनिंग में पहले चरण में उन लोगों की स्क्रीनिंग कराई जाएगी, जिन्हें राज्य के सरकारी भवनों में बने क्वरांटीन सेंटर में रखा गया है. ऐसे लोगों की संख्या करीब 27 हजार के आसपास है.

प्रधान सचिव ने दी जानकारी
स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने कहा, '18 मार्च के बाद बिहार लौटे लोगों की जांच कराई जाएगी. चरणवार होने वाले इस स्क्रीनिंग में मुंबई से विशेष ट्रेन से लौटने वाले लोगों की जांच कराई जाएगी साथ ही केरल, तमिलनाडु और दिल्ली से लौटे लोगों की भी जांच होगी.' उन्होंने बताया कि गांव में फिलहाल 27 हजार लोगों को सरकारी भवनों में क्वरांटाइन पर रखा गया है.

छह चरणों में होगी स्क्रीनिंग
सरकार का मानना है कि अन्य राज्यों से लौटकर बिहार में आनेवाले लोगों के ग्रुप में शामिल वैसे लोगों की पहचान की जाए जिनमें संदिग्ध रूप से कोरोना के लक्षण दिख रहे हैं. इसके बाद उनकी पहचान कर आवश्यकता के अनुसार टेस्ट कराया जाए. सूत्रों का कहना है कि स्वास्थ्य विभाग छह दिनों में छह चरण में स्क्रीनिंग करने की योजना बनाई है. सरकार का मानना है कि सभी लोगों की स्क्रीनिंग आसान नहीं है.

सीएम के आदेश पर जांच तेज
बता दें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को आदेश दिया था कि जो लोग बिहार के बाहर से पहुंचे हैं, उनकी कोरोना जांच प्राथिमकता के आधार पर की जाए. इसके बाद राज्य के मुख्य सचिव दीपक कुमार ने सभी जिलाधिकारियों को बाहर से लौटे कोरोना के लक्षण पाए जाने वाले लोगों की स्क्रीनिंग करवाने के निर्देश दिए हैं.

वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए विशेषज्ञों से संवाद
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए राज्य के विशेषज्ञ चिकित्सकों से बात की और कोरोना वायरस संक्रमण से बचने और सरकार की ओर से किए जा रहे कार्यो की जानकारी दी. नीतीश ने कहा, 'हमलोग हर स्तर पर काम कर रहे हैं, बिहार के लोग पूरी तरह सचेत हैं. गांव के लोग भी बाहर से आने वाले लोगों को अलग रखने के काम में सहयोग दे रहे हैं. सभी जनप्रतिनिधि भी सहयोग कर रहे हैं.' उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि चिकित्सक, पारा मेडिकल स्टाफ, नर्सो के साथ-साथ पुलिस पदाधिकारी, प्रशासन के लोग, राज्य की जनता के सहयोग के लिए अपना दायित्व निभा रहे हैं.

डॉक्टरों के लिए की जा रही व्यवस्था
नीतीश कुमार ने आश्वस्त करते हुए कहा, 'चिकित्सकों की सुविधा के लिए हमलोग जरूरी इक्यूपमेंट्स भी उपलब्ध करा रहे हैं. नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल को कोविड-19 के इलाज के लिए विशेष अस्पताल के रूप में चिन्हित किया गया है. वहां कार्यरत चिकित्सकों, नर्सों और पारा मेडिकल स्टाफ को जरूरी सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं.'

'सबके सहयोग से दूर होगा ये संकट'
मुख्यमंत्री ने भरोसा जताते हुए कहा, 'सबके सहयोग से हमलोग इस संकट से बाहर आएंगे.' नीतीश ने वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से पद्मश्री डॉ. एस.एन. आर्या, डॉ.ए. हई, डॉ. विजय प्रकाश, पीएमसीएच के डॉ. सत्येंद्र नारायण सिंह, केयर के डॉ. हेमंत शाह सहित कई डॉक्टरों से संवाद किया.

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