पटना :जेडीयू में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है. 25 सितंबर को मुख्यमंत्री ने सभी विधानसभा प्रभारी की बैठक बुलाई थी. बैठक के बाद ललन सिंह और अशोक चौधरी के बीच बहस हुई थी और अभी वह विवाद चर्चा में ही है. इसी बीच मंत्री अशोक चौधरी की तरफ से शेखपुरा-बरबीघा में प्रस्तावित यात्रा को लेकर स्थानीय प्रशासन को पत्र भेजा गया है. इसमें कहा गया है कि मंत्री अशोक चौधरी नगर परिषद बरबीघा की चार योजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन करेंगे.
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योजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन करेंगे अशोक चौधरी : अशोक चौधरी जिन कार्यक्रमों में शामिल होंगे उसमें डॉ. श्रीकृष्ण सिंह चौक से गंगटी मोड़ तक नाला शिलान्यास, थाना चौक पर प्रस्तावित लाला बाबू की मूर्ति का शिलान्यास, नसीब चौक से उलुआपुर तेउस रोड का उद्घाटन और जयरामपुर मोड़ से गौशाला होते हुए डीएवी स्कूल तरफ जाने वाली सड़क का शिलान्यास करेंगे. इसके बाद भवन निर्माण विभाग द्वारा निर्मित निरीक्षण भवन बरबीघा का उद्घाटन करेंगे.
विवाद के बाद कार्यक्रमों से संजय झा ने बनाई दूरी : योजनाओं के शिलान्यास और उद्घाटन कार्यक्रम के बाद अशोक चौधरी भवन निर्माण विभाग के अभियंताओं के साथ समीक्षा बैठक करेंगे. विवाद से पहले मंत्री अशोक चौधरी के साथ जल संसाधन मंत्री संजय झा भी बरबीघा जाने वाले थे. लेकिन ललन सिंह से अशोक चौधरी का विवाद बढ़ने के बाद जल संसाधन मंत्री ने अपने आप को उद्घाटन-शिलान्यास कार्यक्रम से अलग कर लिया है.
बरबीघा विधायक के कारण हुई थी बहस : बरबीघा और जमुई को लेकर ही ललन सिंह और अशोक चौधरी के बीच बहस हुई थी. असल में बरबीघा के विधायक सुदर्शन ने अशोक चौधरी की गतिविधियों को लेकर अपनी नाराजगी जताई थी और उसी के बाद ललन सिंह ने अशोक चौधरी को बरबीघा और जमुई से दूरी बनाने का निर्देश दिया था. लेकिन अशोक चौधरी लगता है अब मानने वाले नहीं है और इसीलिए बरबीघा में उनका कार्यक्रम होने जा रहा है.
सीएम की अनुमति के बाद ही हो रहा कार्यक्रम : अशोक चौधरी बिना मुख्यमंत्री के अनुमति के यह कार्यक्रम कर नहीं सकते हैं. इसका मतलब कहीं ना कहीं मुख्यमंत्री का भी अशोक चौधरी के सिर पर हाथ है. ऐसे में ललन सिंह और अशोक चौधरी के बीच विवाद बढ़ना तय माना जा रहा है. वैसे बताया जा रहा है कि बरबीघा के विधायक सुदर्शन पार्टी नेतृत्व से मिलने जदयू मुख्यालय भी आए थे और इसी कार्यक्रम को लेकर संभवत चर्चा भी की है.