बिहार

bihar

पटना सहित कई जिलों की हवा हुई जहरीली, पटना में AQI 356 तक पहुंचा

By

Published : Nov 16, 2022, 1:05 PM IST

बिहार में पटना सहित सिवान, कटिहार, मुजफ्फरपुर में वायु प्रदूषण का स्तर बढ़ रहा है. इससे लोगों की परेशानियां बढ़ने लगी है. पटना का एयर क्वालिटी इंडेक्स 356 तक पहुंच (AQI reached 356 in Patna) चुका है. प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड वायु प्रदूषण को रोकने में नाकाफी साबित हो रहा है. पढ़ें पूरी खबर.

बिहार में वायु प्रदूषण का स्तर बढ़ा
बिहार में वायु प्रदूषण का स्तर बढ़ा

पटनाः बिहार में राजधानी पटना समेत कई जिलों में लगातार वायु प्रदूषण का स्तर बढ़ता (Air pollution level increased in Bihar) चला जा रहा है. पटना में बुधवार को एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 356 पहुंच गया है. वहीं सिवान, कटिहार, मुजफ्फरपुर में एयर क्वालिटी इंडेक्स 400 तक पहुंच गया है. वायु प्रदूषण के मामले में बिहार के यह चार शहरों सूची में शामिल हो गए हैं.

ये भी पढ़ेंः Air Pollution In Patna: प्रशासन के नाक के नीचे खेतों में खुलेआम जल रही है पराली

राजधानी समेत चार शहरों में बढ़ा प्रदूषणः वायु प्रदूषण का मुख्य कारण अगर हम कहें तो हवा में बड़ी मात्रा में धूल कण मिलना है. हवा में पीएम 10 की मात्रा लगातार बढ़ रही है. यही कारण है कि बिहार के कई शहरों में वायु प्रदूषण का स्तर तेजी से बढ़ रहा है. राजधानी पटना में जहां हवा में पीएम 10 की मात्रा तीन गुनी हो गई है. वहीं सीवान में हवा में pm10 की मात्रा 5 गुनी तक बढ़ गई है. यानी लगभग 500 पार कर गई है. इसका स्टैंडर्ड मानक 100 तक होना चाहिए. राजधानी पटना में सड़क किनारे जो धूल की मात्रा है. वह हवा में लगातार मिल रही है. यही कारण है कि पीएम 10 कण की मात्रा जो है वह लगातार बढ़ रही है और वायु प्रदूषण का स्तर तेजी से बढ़ता चला जा रहा है.

प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड नहीं कर पा रहा काबूः प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड लगातार राजधानी पटना सहित तमाम जिलों में वायु प्रदूषण स्तर को कम करने का दावा तो जरूर करती है लेकिन हवा में जिस तरह से धूल कण की मात्रा बढ़ रही है, निश्चित तौर पर उसको रोकने में बिहार राज्य प्रदूषण बोर्ड पूरी तरह से नाकाम साबित हो रहा है. यही कारण है कि एयर क्वालिटी इंडेक्स में इजाफा हो रहा है. जब तक हवा में धूल कण की मात्रा को कम करने का ठोस उपाय नहीं किया जाएगा. तब तक कहीं न कहीं ये स्थिति बनी रहने की संभावना अभी भी दिख रही है. ठंड बढ़ने के कारण भी ऐसी स्थिति बनी हुई है जो आगे बढ़ भी सकती है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details