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Action on Sudhakar Singh: श्रवण कुमार बोले- 'धैर्य रखिए कार्रवाई भी होगी'

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Published : Jan 18, 2023, 3:59 PM IST

आरजेडी विधायक सुधाकर सिंह (RJD MLA Sudhakar Singh) के बयानों के कारण जदयू की तरफ से लगातार उनपर कार्रवाई की मांग हो रही थी. अब सुधाकर सिंह को आरजेडी ने नोटिस भेजा है. आरजेडी की तरफ से नोटिस भेजने को लेकर जदयू कोटे के मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि नोटिस भेजा गया है तो कार्रवाई भी होगी धैर्य रखिए. पढ़ें पूरी खबर.

मंत्री श्रवण कुमार
मंत्री श्रवण कुमार

मंत्री श्रवण कुमार ने BJP पर साधा निशाना

पटना:आरजेडी विधायक सुधाकर सिंह की तरफ से सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) के खिलाफ लगातार बयान दिया जा रहा था. अब आरजेडी की तरफ से नोटिस भेजने से जदयू को राहत मिली है. इसको लेकर जदयू कोटे के मंत्री श्रवण कुमार का कहना है कि सब कुछ एक प्रक्रिया के तहत होती है. नोटिस भेजा गया है तो धैर्य रखिए, उनको जवाब का समय दिया गया होगा. समय पर आप लोगों को सब कुछ की जानकारी दी जाएगी.

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'जदयू का स्टैंड यही है कि जो गलत करने वाले हैं, उन्हें सजा मिले. न्याय के साथ विकास में जो बाधा बन रहे हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई हो और जब कोई पॉलिटिकल पार्टी नोटिस किसी को भेजती है तो उसके लिए समय निर्धारित है. अगर जवाब देंगे तो ठीक है. अगर नहीं देंगे तो कार्रवाई भी जरूर होगी.'- श्रवण कुमार, ग्रामीण विकास मंत्री

'सुधाकर सिंह के बयान को हमलोग नोटिस नहीं लेते' :खगड़िया में सुधाकर सिंह के दिए बयान पर श्रवण कुमार ने कहा कि- 'ऐसे लोगों के बयान पर कौन ध्यान देता है?. मैं अगर बोलूं की दुनिया को एक मिनट में साफ कर देंगे तो इसको कोई नोटिस लेगा क्या?. नोटिस उसी का लिया जाता है जिसमें कोई दम हो, सच्चाई हो.'इनसे जब पूछा गया कि सुधाकर सिंह की बातों को आप नोटिस नहीं लेते हैं. तो इस पर श्रवण कुमार ने कहा कि क्या नोटिस लेंगे जब जनता ही नोटिस नहीं ले रही है, तो हम लोग क्या लेंगे?. उन्होंने कहा कि 30 साल से मैं विधायक हूं. काफी उतार-चढ़ाव देखे हैं और ऐसे लोगों को कौन नोटिस लेता है?

ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार

श्रवण कुमार ने बीजेपी पर बोला हमला :ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने बीजेपी पर भी निशाना साधा. कहा कि बीजेपी के नेता तिलमिलाए हुए हैं. भाजपा के नेता समाज में सद्भाव बिगाड़ना चाहते हैं. समाज में भेदभाव पैदा करना चाहते हैं. 2024 में इनकी जमीन खिसकती दिख रही है, इसलिए पहले भी हर प्रकार के हथकंडे अपनाते रहे हैं और आगे भी अपनाने की कोशिश करेंगे. लेकिन हम लोग इनके मंसूबे को सफल नहीं होने देंगे. सुधाकर सिंह को भेजे गए नोटिस से भले ही अभी जदयू के नेता राहत महसूस कर रहे हैं. लेकिन अभी भी जदयू नेताओं को उम्मीद है कि आरजेडी की तरफ से एक्शन होगा और उसका इंतजार कर रहे हैं.

15 दिनों में सुधाकर सिंह से मांगा गया है जवाब :गौरतलब है किआरजेडी की तरफ से सुधाकर सिंह को नोटिस भेजा गया है. पार्टी के महासचिव अब्दुल बारी सिद्दीकी के नोटिस में बेहद ही कड़े शब्दों का प्रयोग किया गया है. सिद्दीकी ने लिखा है कि- "आपके बयान लगातार उन ताकतों को बल देते हैं, जो संविधान को नहीं मानते हैं. न्याय, सौहार्द और समानता की पैरोकारी को खत्म करना चाहते हैं. आपके स्टेटमेंट ने राजद के बड़े वर्ग को आहत किया है. आपके आपत्तिजनक बयान देश, राज्य और राष्ट्रीय जनता दल के एक बड़े वर्ग को आहत कर रहे हैं. पार्टी के संविधान की धारा 35 के नियम 22 के तहत आप कृपया 15 दिनों के अंदर यह स्पष्टीकरण दें कि क्यों नहीं आपके खिलाफ कठोर अनुशासनात्मक कार्रवाई हो?"

सुधाकर सिंह नीतीश कुमार के खिलाफ लगातार दे रहे हैं बयान : दरअसल, सुधाकर सिंह जब मंत्री बने थे, तब से वो लगातार सीएम नीतीश कुमार के खिलाफ बयान दे रहे हैं. उन्होंने कृषि विभाग में भ्रष्टाचार को सार्वजनिक तौर पर कबूला था. उन्होंने कहा था कि उनके विभाग के सभी अधिकारी चोर हैं. और वह चोरों के सरदार हैं. उनकी बयानबाजी के बाद उनको कृषि मंत्री के पद से इस्तीफा देना पड़ा था. मंत्रिमंडल से हटने के बाद भी वो लगातार सीएम नीतीश कुमार पर विवादित बयान दे रहे हैं. उनके निशाने पर सीएम नीतीश कुमार ही रहते हैं. सुधाकर सिंह ने मुख्यमंत्री को 'शिखंडी' तक कह दिया था. जिसके बाद से जनता दल यूनाइटेट उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रही है.

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