मुजफ्फरपुर:बिहार के मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार (AES Cases in muzaffarpur) के मामले फिर से बढ़ने लगे हैं. गर्मी बढ़ने के साथ ही चमकी बुखार के आंकाड़ों में भी इजाफा हो रहा है. श्रीकृष्ण सिंह मेडिकल कॉलेज (SKMCH) के द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार पीकू वार्ड में अभी तीन बच्चे भर्ती हैं. इस साल चमकी बुखार के अब तक 11 मामले सामने आ चुके हैं, जिनमें से सात बच्चे स्वस्थ होकर घर लौट चुके है, जबकि सीतामढ़ी के एक बच्चे की मौत हो गई थी.
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चार सस्पेक्टेड बच्चे अस्पताल में भर्ती: अस्पताल में चमकी बुखार के चार सस्पेक्टेड बच्चे भी भर्ती है. इनमें चमकी बुखार से मिलते जुलते लक्षण पाए गए हैं. लेकिन डॉक्टरों ने अभी तक पुष्टि नहीं की है. फिलहाल इनका इलाज दूसरे वार्ड में चल रहा है. एसकेएमसीएच के शिशु रोग विशेषज्ञ डॉक्टर गोपाल शंकर साहनी (Doctor Gopal Shankar Sahni) ने कहा कि तीन बच्चे पीकू वार्ड में भर्ती हैं. जिनका इलाज चल रहा है, फिलहाल सभी ठीक हैं. वहीं चार सस्पेक्टेड बच्चे भी हैं, इनको निगरानी में रखा गया है.
चमकी बुखार के लक्षण: इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम को आम भाषा में दिमागी बुखार कहा जाता है. इसकी वजह वायरस को माना जाता है. इस वायरस का नाम इंसेफेलाइटिस वाइरस है. इसे अक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम (Acute Encephalitis Syndrome) यानी एईएस (AES) भी कहा जाता है. एईएस पीड़ित बच्चे की अचानक तबीयत बिगड़ जाती है. अचानक बच्चा कोमा में चला जाता है. इस बीमारी के सामान्य लक्षण होते हैं. गर्मी के दौरान इन लक्षणों को काफी गंभीरता से लेने की आवश्यकता है. तेज बुखार, सिर दर्द, गर्दन में अकड़न, उल्टी होना, सुस्ती, भूख कम लगना इत्यादि इसके लक्षण होते हैं.