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मधेपुरा: इन 2 गांवों में दर्ज नहीं हुए केस, सूझबूझ से वाद निपटाने पर किया गया सम्मानित

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Published : Mar 20, 2021, 6:13 PM IST

जिले के घैलाढ़ प्रखंड के ध्रुवपट्टी और चौसा प्रखंड के मधुरापुर गांव जिले का इकलौता गांव है, जो पूर्णरूपेण वाद मुक्त है, यहां के लोग अपनी सूझ-बूझ से गांव में होनी बाली सभी तरह के मामले को स्थानीय स्तर पर ही मिल बैठकर सुलझा लेते हैं.

मधेपुरा
मधेपुरा

मधेपुराःजिल में लिटिगेशन फ्री(वाद मुक्त) गांव के पंचायत प्रतिनिधियों को सम्मान समारोह में जिला एवं सत्र न्यायाधीश, डीएम एवं एसपी द्वारा प्रशस्ति-पत्र देकर सम्मानित किया गया.

बता दें कि मधेपुरा जिले के घैलाढ़ प्रखंड के ध्रुवपट्टी और चौसा प्रखंड के मधुरापुर गांव जिले का इकलौता गांव है, जो पूर्णरूपेण वाद मुक्त है, यहां के लोग अपनी सूझ-बूझ से गांव में होने वाले सभी तरह के मामले को स्थानीय स्तर पर ही मिल बैठकर सुलझा लेते हैं. यही कारण है कि दोनों गांवों से थाने या न्यायालय में एक भी मामले नहीं जाते हैं.

सम्मान समारोह में पहुंचे लोग

सम्मान समारोह का आयोजन
इसलिए घैलाढ़ के श्रीनगर पंचायत में जिला एवं सत्र न्यायाधीश रमेश चंद्र मालवीय की अध्यक्षता में आयोजित विधिक जागरूकता सह प्रशस्ति पत्र वितरण समारोह का आयोजन कर वाद मुक्त गांव के पंचायत प्रतिनिधियों को बारी-बारी से जिला एवं सत्र न्यायाधीश रमेश चंद्र मालवीय, जिला पदाधिकारी श्याम बिहारी मीणा एवं पुलिस अधीक्षक योगेंद्र कुमार के द्वारा सम्मानित किया गया.

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सम्मान समारोह के बाद सभी अधिकारी ध्रुवपट्टी गांव जाकर लोगों से मिला और बधाई देते हुए वाद मुक्त की परंपरा को बनाए रखने की अपील की.

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जिला एवं सत्र न्यायाधीश रमेश चंद मालवीय ने कहा 'किसी भी गांव में मुकदमा या वाद रहता है, तो आपस में लोग लड़ते झगड़ते हैं और हर दृष्टिकोण ऐसे समाज के लोग पिछड़ते चले जाते हैं. केस-मुकदमे से लाभ नहीं घाटा ही होती है, इसलिए हर किसी को वाद-विवाद से दूर रहना चाहिए. अगर कोई विवाद हो भी जाता है तो उसे आपस में मिल बैठकर सुलझा लेना ही समाज की खूबसूरती है.'

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