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बिहार में तेज आंधी और बारिश ने किसानों की उम्मीद पर फेरा पानी, आम और लीची को भारी नुकसान

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Published : May 1, 2020, 6:19 PM IST

बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि ने की परेशानी बढ़ा दी है. वहीं, बारिश और ओलावृष्टि के कारण किसानों के अधिकतर फसल खेतों में ही बर्बाद हो गए. बारिश की वजह से गेहूं के खेत में करीब 1 मीटर तक पानी गेहूं लग गया है.

बारिश से किसान परेशान
बारिश से किसान परेशान

जहानाबाद/मुजफ्फरपुर/ नालंदा/सीतामढ़ी: बिहार में लगातार हो रही आंधी बारिश और ओलावृष्टि को लेकर किसानों को भारी क्षति का सामना करना पड़ रहा है. किसानों के मुताबिक गेहूं की बची हुई फसल भी शुक्रवार को आई तेज आंधी और बारिश के कारण पूरी तरह बर्बाद हो गई. वहीं, बारिश से आम और लीची को भी काफी नुकसान हुआ है.

बेमौसम बारिश से किसान परेशान
बता दें कि मौसम विभाग ने पहले ही अलर्ट कर दिया था कि तेज आंधी के साथ बारिश होगी. बारिश से कुछ देर के लिए जहां तापमान में गिरावट आई. वहीं,
मौसम भी काफी सुहाना हो गया.

आम और लीची को पहुंचा नुकसान
मुजफ्फरपुर में भी आंधी के साथ हो रही तेज बारिश ने आम और लीची को काफी नुकसान पहुंचाया. बेमौसम बारिश ने किसानों के लिए मुसीबत खड़ी कर दी है. बारिश की वजह से मुजफ्फरपुर सहित आस-पास के जिलों में गेंहू की फसलों को भी नुकसान पहुंचा है. जिले के कांटी, कटरा, बोचहां, पारू, गायघाट, सरैया समेत कुछ अन्य प्रखंडों में तेज आंधी और बारिश से काफी नुकसान पहुंचा है.

तेज आंधी के साथ भारी बारिश

बारिश ने किसानों की बढ़ाई परेशानी
नालंदा में कोरोना वायरस को लेकर जहां सरकार और जिला प्रशासन लोगों को अपने-अपने घरों में रहने से अपील कर रही है. वहीं, जिले में लगातार हो रही आंधी, बारिश और ओलावृष्टि के कारण किसानों की परेशानी बढ़ा दी है. वहीं, बारिश और ओलावृष्टि के कारण किसानों के अधिकतर फसल खेतों में ही बर्बाद हो गए. बारिश की वजह से गेहूं के खेत में करीब 1 मीटर तक पानी गेहूं लग गया है.

बारिश से गेहूं की फसल बर्बाद

पैक्स अध्यक्ष ने की सरकार से मुआवजे की मांग
सीतामढ़ी में परोहा पंचायत के पैक्स अध्यक्ष अरुण गोप ने कहा कि बारिश से किसानों की फसल बर्बाद हो गई है. इसके लिए उन्होंने सरकार से मुआवजेे की मांग की है. साथ ही उसकी क्षतिपूर्ति के लिए किसानों को एक विशेष पैकेज देने की भी मांग की है. जिससे कि किसानों को राहत मिले और किसान खेती छोड़कर अन्य महानगरों में कमाने के लिए पलायन न करें.

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