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जमुई: नक्सलियों पर नकेल कसने को लेकर दो राज्यों की पुलिस ने की बैठक, रणनीति तैयार

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Published : Sep 9, 2020, 6:58 PM IST

Updated : Sep 12, 2020, 11:58 AM IST

जमुई में नक्सलियों पर कार्रवाई करने को लेकर दो राज्यों की पुलिस ने बैठक की. इस दौरान नक्सलियों की आय के स्रोत को बंद करने को लेकर चर्चा की गई.

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दो राज्यों की पुलिस ने की बैठक

जमुई:चुनाव आयोग के निर्देश पर आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर नक्सलियों को जड़ से खत्म करने के लिए पुलिस पदाधिकारियों ने रणनीति तैयार की है. इसको लेकर बुधवार को बिहार झारखंड के वरीय पुलिस अधिकारियों की बैठक चकाई प्रखंड कार्यालय में जमुई के एसपी प्रमोद कुमार मंडल की अध्यक्षता में हुई.

सीमा विवाद पर उत्पन्न
बैठक में नक्सलियों के खिलाफ सुरक्षाबलों की कार्रवाई में अब तक अंतरराज्यीय या अंतर जिला सीमा विवाद उत्पन्न हो रहा था. बिहार से होने वाली कार्रवाई में झारखंड पुलिस का सहयोग और झारखंड की पुलिस की ओर से की गई कार्रवाई में बिहार पुलिस का सहयोग यूं तो मिल रहा था. लेकिन कोआर्डिनेशन सही नहीं रहने के कारण नक्सली इसका फायदा उठाकर जमुई में घटना को अंजाम देकर झारखंड और झारखंड में घटना को अंजाम देकर बिहार में छिप रहे थे.

बैठक में मौजूद अधिकारी

नक्सलियों के खिलाफ कार्रवाई
इसको लेकर जमुई सीमा क्षेत्र के दो जिला और झारखंड राज्य से दो जिले की पुलिस की ओर से नक्सलियों के खिलाफ कार्रवाई को लेकर कई अहम फैसले लिए गए. बैठक में जमुई के जंगल से सटे झारखंड के गिरीडीह, देवघर, जमुई जिले के सीमावर्ती जंगल में नक्सलियों के खिलाफ कार्रवाई को लेकर सहयोग की बात की गई.

कांबिंग ऑपरेशन पर विचार
जमुई एसपी प्रमोद मंडल ने कहा कि सभी जिले की पुलिस नक्सलियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए समन्वय स्थापित करने और त्वरित घेराबंदी कर नक्सलियों पर कार्रवाई करने को लेकर विशेष चर्चा की गई. एसपी ने कहा कि नक्सलवाद को खत्म करने को लेकर बिहार और झारखंड की पुलिस को एक साथ समन्वय बनाकर और रणनीति बनाकर सफल कांबिंग ऑपरेशन चलाने पर विचार विमर्श किया गया.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

संपत्ति जब्त करने की प्रक्रिया
इससे बिहार और झारखंड के सीमावर्ती क्षेत्रों के जंगल में छिपकर वारदात करने वाले नक्सलियों से निपटा जा सके. एसपी ने बताया कि पुलिस की सक्रियता के कारण कई बड़े-बड़े नक्सलियों की गिरफ्तारी हुई और कई मारे गए. जिससे उनकी कमर टूट गयी है. पुलिस की कार्रवाई से नक्सल गतिविधियों में काफी कमी आई है. वहीं कई बड़े नक्सलियों की संपत्ति जब्त करने की प्रक्रिया भी चल रही है.

आय स्रोत पर कड़ी नजर
बैठक में नक्सलियों की जड़ को कमजोर करने के लिए पुलिस अब उसके आय स्रोत पर कड़ी नजर रख रही है. पुलिस सीआरपीएफ, एसटीएफ, कोबरा की ओर से झारखंड, बिहार के सीमावर्ती जंगलाें में कांबिंग चलाकर इस क्षेत्र को नक्सल मुक्त किया जाएगा. साथ ही बैठक में पुलिस पदाधिकारियों के बीच सहमति बनी कि सूचनाओं का त्वरित आदान-प्रदान किया जायेगा.

नकेल लगाने का संकल्प
किसी अभियान को सफलता पूर्वक एचीव करने के लिए संयुक्त अभियान चलाया जायेगा. समाज विरोधी तत्वों, चुनाव को प्रभावित करने वाले कारकों और अपराधियों पर संयुक्त रूप से नकेल लगाने का संकल्प लिया गया. बैठक में अवैध शराब तस्करी पर संयुक्त रुप से निगरानी रखने, नक्सल ऑपरेशन पर संयुक्त कार्रवाई करने, दोनों ओर से चेकनाका बनाने, अपराधियों, वारंटियों को गिरफ्तार करने पर सहमति बनी.

कई अधिकारी रहे मौजूद
बैठक में जमुई एसपी अभियान सुधांशु कुमार, देवघर के एसडीपीओ वीसी श्रीवास्तव, खोरीमहुवा एसडीपीओ नवीन सिंह, बेंगाबाद इंस्पेक्टर गुलाब सिंह, चकाई थानाध्यक्ष राजीव तिवारी, सीआरपीएफ कमांडेंट राधेश्याम मीणा, खैरा थानाध्यक्ष सीपी यादव, चरकापत्थर थानाध्यक्ष मृत्यंजय पंडित, टुवाईसी ललन कुमार, एसएसबी के कमांडेंट विनय कुमार, कोबरा बटालियन के सोहन सिंह, गुरमीत सिंह, चन्द्रमंडीह थानाध्यक्ष जितेंद्र कुमार और एसआई विश्वमोहन झा शामिल रहे.

Last Updated :Sep 12, 2020, 11:58 AM IST

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