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Suicide In Kota : गया में उज्जवल के परिजन बोले- 'संदिग्ध मौत की हो न्यायिक जांच'

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Published : Dec 13, 2022, 8:16 PM IST

बिहार के दो छात्रों ने राजस्थान के कोटा में (Two students of Bihar committed suicide in Kota) आत्महत्या कर ली. दोनों छात्रों का हॉस्टल के कमरे से शव मिला है. एक छात्र सुपौल का रहने वाला अंकुश आनंद और दूसरा गया का रहने वाला उज्ज्वल कुमार था. अंकुश बीते तीन साल से कोटा में रहकर मेडिकल की तैयारी कर रहा था. वहीं उज्ज्वल आईआईटी की तैयारी कर रहा था. परिजनों ने कहा कि संदिग्ध मौत की पुलिस जांच करे. पढ़ें पूरी खबर...

गया में रोते बिलखते परिजन
गया में रोते बिलखते परिजन

बिहार के दो छात्र ने कोटा में की खुदकुशी

गया:कोटा के दो अलग-अलग हॉस्टल में बिहार के दोछात्रों ने आत्महत्याकर ली है. इस खबर के बाद दोनों छात्रों के यहां कोहराम मच गया. अंकुश सुपौल जिले के त्रिवेणीगंज के बभनगामा पैक्स अध्यक्ष संजीव यादव का इकलौता पुत्र था. वहीं दूसरा छात्र गया जिले के डेल्हा थाना क्षेत्र के महावीर (Mahavir Nagar of Delha police station area of Gaya) नगर निवासी प्रवेंद्र शर्मा का पुत्र उज्ज्वल है. (Ujjwal used to prepare in quota) घटना की सूचना मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया है. माता पिता सहित सभी का रो-रोकर बुरा हाल है. उज्ज्वल के परिजनों ने जिला प्रशासन और कोटा प्रशासन से न्यायिक जांच की मांग की है. उनका मानना है कि बेटे का सुसाइड करना संदिग्ध है.

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परिजन कोटा के लिए रवाना : घटना के संबंध में बताया कि दोनों ने अलग-अलग कमरे में खुदकुशी की है. फिलहाल दोनों के शव को कोटा में पोस्टमार्टम कराया जा रहा है. परिजनों में घटना की जानकारी मिलने के बाद चीत्कार मचा है. गया में रहने वाले मृतक के पिता और परिवार कोटा के लिए रवाना हो गए हैं. परिवार वालों का कहना है कि इसकी उच्च स्तरीय जांच की जाए.


डेल्हा थाना क्षेत्र का रहने वाला था छात्र :गया के डेल्हा इलाके के महावीर नगर के रहने वाले प्रवेंद्र शर्मा के पुत्र और पुत्री कोटा में ही पढ़ाई करते हैं. दोनों का अलग-अलग हॉस्टल में हैं. भाई की सुसाइड की बात सुनकर बहन वहां पहुंची. जहां भाई का शव कमरे में मिला. बताया जाता है कि मृतक दोनों दोस्त थे और अलग-अलग कमरे में रहकर तैयारी करते थे.


आईआईटी की तैयारी कर रहा था उज्जवल:जानकारी के अनुसार अंकुश यादव नीट और उज्जवल आईआईटी की तैयारी कर रहा था. दोनों राधा कृष्ण मंदिर के पास एक ही हॉस्टल में रहते थे. इसके साथ ही कोटा के कुन्हाड़ी के एक हॉस्टल में भी एमपी के छात्र ने खुदकुशी की है. इस तरह एक साथ 3 छात्रों की सुसाइड के बाद हड़कंप मचा हुआ है.



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"उज्ज्वल छह महीने पहले कोटा गया था. सुसाइड के पहले गया स्थित अपने घर में मौसेरी बहन के जन्मदिन पर वीडियो कॉल कर बधाई दी थी और परिवार के सभी सदस्यों से बातचीत भी की थी. दीपावली के बाद से वह कोटा आईआईटी इंजीनियरिंग की तैयारी करने गया था. संदिग्ध मौत की पुलिस जांच करें."-बॉबी कुमार, मृतक का भाई.

कोटा में कोहराम, बिहार को दो छात्रों ने की आत्महत्या : बता दें कि सोमवार को राजस्थान के कोटा में बिहार के दो छात्रों ने आत्महत्या कर ली. पुलिस ने कहा कि इन घटनाओं के संबंध में अब तक कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है. सोमवार को दोनों छात्राओं ने एक ही छात्रावास में आत्महत्या कर ली थी. पुलिस के अनुसार मृतकों की पहचान बिहार के सुपौल जिले के रहने वाले नीट परीक्षार्थी अंकुश आनंद (18) और गया जिले के रहने वाले जेईई अभ्यर्थी उज्‍जवल कुमार (17) के रूप में हुई.

आनंद और कुमार जवाहर नगर थाना क्षेत्र के तलवंडी इलाके में पेइंग गेस्ट (पीजी) के रूप में एक ही कमरे में रहते थे. उनके शव सोमवार सुबह उनके कमरे से मिले. दोनों शवों को मोर्चरी में रखवाकर परिजनों को सूचना दे दी गई थी. अब इन छात्रों की आत्महत्या के मामले में सवाल पूछे जा रहे हैं. इन आत्महत्याओं के लिए किसे जिम्मेदार ठहराया जाए? क्या ये छात्र पढ़ाई के दबाव से डिप्रेशन में थे? क्या उनके माता-पिता जानते हैं कि वे अपनी कक्षाओं में भी नहीं जा रहे थे, जैसा कि कुछ छात्रों ने मीडिया को बताया था.

उज्जवल और अंकुश दोनों बिहार के रहने वाले थे. तलवंडी इलाके में छात्रावास की दूसरी मंजिल पर दोनों के कमरे थे. दोनों के कमरे अगल-बगल थे. दोनों ने एक ही दिन सुसाइड किया. इस घटना से यह सवाल उठ रहा है कि क्या यह सुनियोजित आत्महत्या थी या नहीं? क्या सुसाइड से पहले दोनों ने एक-दूसरे से बात की थी ? दोनों ने आपस में अपनी टेंशन को लेकर चर्चा की? क्योंकि दोनों के खुदकुशी करने की सूचना 11 बजे के बाद आई. पुलिस का कहना है कि इन सवालों का रहस्य जांच के बाद ही पता चलेगा.

''पुलिस की टीमें मामले की जांच कर रही हैं. अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी, क्योंकि मामले में जांच जारी है. पोस्टमॉर्टम किया जा रहा है और उसके बाद हम पूरी जांच करेंगे.'' - केसर सिंह, कोटा के पुलिस अधीक्षक

उज्जवल के दोस्त ने कहा कि वह परिवार में इकलौता बेटा था. जब वह 9वीं कक्षा में था तब से वह कोटा में रहता है. उसकी बहन पहले से ही यहां कोचिंग ले रही है. वह हॉस्टल गई और अपने भाई का दरवाजा खटखटाया. जब भाई ने दरवाजा नहीं खोला तो उसने पुलिस को सूचना दी और तब उसका शव मिला. उन्होंने कहा कि उज्जवल पढ़ाई में अच्छा था. हाल ही में उनका एक कोचिंग टेस्ट छूट गया था. उसने यह बात अपने पिता को बताई जिन्होंने उसे डांटा. वह घर वापस जाना चाहता था.

क्या कहते है मनोचिकित्सक : इस बीच, कोटा मेडिकल कॉलेज के वरिष्ठ प्रोफेसर मनोचिकित्सक और न्यू मेडिकल अस्पताल के पूर्व अधीक्षक डॉ. सी.एस. सुशील ने कहा, पढ़ाई में तनाव बढ़ रहा है. यही आत्महत्या का सबसे बड़ा कारण है. वे परिवार के साथ नहीं रहते हैं और पारिवारिक सुरक्षा न मिलने से तनाव भी महसूस करते हैं. पढ़ाई के साथ-साथ मनोरंजन के साधन मुहैया कराना बेहद जरूरी है.

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