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Bihar News: 10 लाख का इनामी अरविंद भुईया पर 100 से ज्यादा केस दर्ज, दो सहयोगी भी गिरफ्तार

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Published : Jun 27, 2023, 11:00 PM IST

बिहार झारखंड का मोस्टवांटेड नकस्ली अरविंद भुईया की गिरफ्तारी की पुष्टि गया एसएसपी ने की. अरविंद के साथ साथ उसके दो सहयोगी को भी गिरफ्तार किया गया है. अरविंद पर झारखंड में 10 लाख और बिहार में 50 हजार रुपए का इनाम रखा गया है. पढ़ें पूरी खबर...

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गयाःबिहार के गया में गिरफ्तार झारखंड का 10 लाख इनामी दुर्दांत नक्सली अरविंद भुईया पर एक सौ से ज्यादा केस दर्ज है. सोमवार को सुरक्षा बलों ने गुप्त सूचना के आधार पर इसकी गिरफ्तारी की थी. मंगलवार को गया एसएसपी आशीष भारती ने इसकी पुष्टि की है. एसएसपी ने बताया कि एक दशक से बिहार और झारखंड पुलिस के लिए अरविंद भुईया सिरदर्द था. कई विध्वंसक घटनाओं को अंजाम दिया है. अरविंद भुईया के नेतृत्व में नक्सलियों के दस्ते द्वारा सुरक्षाबलों को बड़ी क्षति पहुंचाने का प्रयास भी किया.

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कई घटना को अंजाम दियाः 2012 में चतरा के एएसपी (अभियान) रहे तैयार पीआर मिश्रा को मुठभेड़ के दौरान जख्मी कर दिया था. इसके बाद एक और घटना में चतरा के एएसपी (अभियान) रहे आरएस मिश्रा को भी घायल कर दिया था. वर्ष 2016 में नक्सलियों ने लैंडमाइंस का विस्फोट किया था. गया के बांकेबाजार थाना क्षेत्र में नक्सलियों द्वारा की गई इस वारदात में कोबरा के 10 जवान शहीद और 5 जवान गंभीर रूप से घायल हो गए थे. अन्य नक्सली वारदातों को अरविंद भुईया के नेतृत्व में अंजाम दिया जा चुका है.

भुईयाडीह का रहने वाला है नक्सलीः अरविंद भुईया गया जिले के भुईयाडीह का रहने वाला है. इसकी गिरफ्तारी इसके सहयोगी के ससुराल से हुई. सहयोगी कपिल भुुईया चतरा के पांकी गांव निवासी के ससुराल कोठी सलैया गया के विराज गांव में आया हुआ था. दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया. इनकी निशानदेही पर एक और नक्सली की गिरफ्तारी की गई है, जिसका नाम योगेंद्र भारती है. एक देसी पिस्टल, 25 राउंड गोली, दो मैगजीन, एक भरमार रायफल भी बरामद किया गया है.

10 लाख का इनामी हैः अरविंद भुईया प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादी में कौलेश्वरी जोन का जोनल कमांडर के तौर पर काम कर रहा था. इसके खिलाफ झारखंड सरकार ने जहां 10 लाख का इनाम घोषित कर रखा था. बिहार सरकार के द्वारा 50 हजार का इनाम रखा गया था. पिछले एक दशक से यह सुरक्षाबलों के लिए चुनौती बना हुआ था और सुरक्षाबलों की टीम को अपने दस्ते के साथ चकमा देकर निकल जाता था.

"इलाके के शीर्ष नेताओं के मारे जाने के बाद अरविंद भुईया को जोनल कमांडर का भार दिया गया थाय. पुलिस को सूचना मिली थी, कि वह अपने परिजनों से मिलने आया हुआ है. इसी सूचना के आधार पर कोबरा 205, सीआरपीएफ 159 और जिला पुलिस के द्वारा संयुक्त रूप से कार्रवाई की गई और अरविंद भुईया एवं उसके दो नक्सली सहयोगियों को गिरफ्तार कर लिया गया है."-आशीष भारती, एसएसपी, गया

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