बिहार

bihar

मोतिहारी: मांगों को लेकर आमरण अनशन पर बैठे शिक्षक, सरकार को बताया शिक्षक विरोधी

By

Published : Aug 21, 2019, 6:31 AM IST

डीईओ कार्यालय के समक्ष अनिश्चितकालिन अनशन शुरु कर शिक्षक अपनी मांगों पर अड़े हुए हैं. शिक्षक अपनी प्रमुख मांगों में डीपी एरियर और शिक्षकों को मिलने वाली वरियता की मांग कर रहे हैं.

अनशन पर बैठे शिक्षक

मोतिहारी: अपनी मांगों को लेकर बिहार राज्य शिक्षक संघर्ष समन्वय समिति के बैनर तले गयारह शिक्षक आमरण अनशन पर बैठे हैं. शिक्षकों ने डीईओ कार्यालय के समक्ष मंगलवार से अनिश्चितकालिन आमरण अनशन शुरु कर दिया है. जिनके समर्थन में अन्य शिक्षक भी अनशन स्थल पर धरना दे रहे हैं.

मोतिहारी में मांगों को लेकर अनशन पर बैठे शिक्षक

भ्रष्ट्राचार खत्म करने की मांग
डीईओ कार्यालय के समक्ष अनिश्चितकालिन अनशन शुरु कर शिक्षक पर अपनी मांगों पर अड़े हुए हैं. शिक्षक अपनी प्रमुख मांगों में डीपी एरियर के अलावा शिक्षकों को मिलने वाले वरियता की मांग कर रहे हैं. साथ हीं शिक्षक जिला शिक्षा अधिकारी से व्याप्त भ्रष्ट्राचार को खत्म करने की मांग कर रहे हैं. अनशन स्थल पर शिक्षक सरकार विरोधी नारे भी लगा रहे हैं.

अनशन पर बैठे शिक्षक

'आश्वासन से नहीं बनेगी बात'
शिक्षकों का कहना है कि इस बार आश्वासन और केवल कागजी कार्रवाई किये जाने की बात पर वह मानने वाले नहीं हैं. शिक्षकों के अनुसार इस बार जबतक उनकी मांगों को मान नहीं लिया जाता, तबतक वे लोग अनशन नहीं तोड़ेंगे. अनशन पर बैठे शिक्षकों से वार्ता के लिए शिक्षा विभाग के कोई अधिकारी नहीं आये हैं. लिहाजा, शिक्षक सरकार और शिक्षा विभाग के खिलाफ नारेबाजी करते हुए अनशन पर अड़े हुए हैं.

डीईओ कार्यालय के समक्ष अनशन पर बैठे शिक्षक
Intro:मोतिहारी।अपनी मांगों के समर्थन में शिक्षकों ने डीईओ कार्यालय के समक्ष मंगलवार से अनिश्चितकालिन आमरण अनशन शुरु कर दिया है।बिहार राज्य शिक्षक संघर्ष समन्व्य समिति के बैनर तले गयारह शिक्षक अनशन पर बैठे है।जिनके समर्थन में अन्य शिक्षक भी अनशन स्थल पर धरना दे रहे हैं।


Body:शिक्षक डीपी एरियर के अलावा शिक्षकों को मिलने वाले वरियता की मांग कर रहे हैं।साथ हीं जिला शिक्षा अधिकारी में व्याप्त भ्रष्ट्राचार को खत्म करने की मांग शिक्षक कर रहे हैं।अनशन स्थल पर शिक्षक सरकार विरोधी नारे भी लगा रहे हैं।


Conclusion:शिक्षकों का कहना है कि इस बार आश्वासन और केवल कागजी कार्रवाई किये जाने की बात पर वह मानने वाले नहीं हैं।शिक्षकों के अनुसार इस बार जबतक उनकी मांगों का क्रियांवयन नहीं होगा।तबतक वे लोग अनशन नहीं तोड़ेंगे।अनशन पर बैठे शिक्षकों से वार्ता के लिए शिक्षा विभाग के कोई अधिकारी नहीं आये हैं।लिहाजा,शिक्षक सरकार और शिक्षा विभाग के खिलाफ नारेबाजी करते हुए अनशन पर अड़े हुए है।
बाईट......सूर्यकांत पाठक....अनशनकारी शिक्षक

ABOUT THE AUTHOR

...view details