मोतिहारी:कोरोना कालमें पूर्वी चंपारण जिला के स्वास्थ्य महकमा की लापरवाही के खिलाफ डीएम शीर्षत कपिल अशोक ने सख्त रुख अख्तियार किया है. जिलाधिकारी ने अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी के अलावा कई कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्देश सिविल सर्जन को दिया है. साथ ही सभी चिकित्सकों और स्वास्थ्य कर्मियों को सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि लापरवाही किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी.
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एसीएमओ और डैम का वेतन रोकने का निर्देश
दरअसल, पिछले डेढ़ वर्षों से सदर अस्पताल का जनरेटर से बिजली सप्लाई बाधित है. जिस कारण जिलाधिकारी ने लगभग एक पखवाड़ा पूर्व जिला स्वास्थ्य समिति को सदर अस्पताल के लिए जनरेटर खरीदने का निर्देश दिया था. लेकिन जिला स्वास्थ्य समिति के जिला लेखा प्रबंधक आशुतोष चौधरी ने इस दिशा में कोई प्रक्रिया शुरु नहीं की. जबकि अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी पीकेपी सिंह की भी भूमिका जनरेटर की खरीदारी में मुख्य है. लेकिन इस आपदा की घड़ी में जनरेटर की खरीदारी नहीं होने से नाराज जिलाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक ने एसीएमओ केपीके सिंह का वेतन रोकने का निर्देश सिविल सर्जन को दिया है. जबकि डैम आशुतोष चौधरी के सात दिनों का वेतन और डैम को मिलने वाले एक महीने के विशेष भत्ता को काटने का निर्देश दिया है.
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सुरक्षा एजेंसी का मनदेय काटने का निर्देश
जिलाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक ने सदर अस्पताल के सुरक्षा में लगे एजेंसी की कार्यशैली पर भी अपनी नाराजगी जाहिर की है. उन्होंने सुरक्षा एजेंसी के एक दिन के मानदेय को काटने का निर्देश सिविल सर्जन को दिया है. डीएम ने जिला स्वास्थ्य समिति के अधिकारियों को सख्त लहजे में चेतावनी देते हुए कहा कि लापरवाही करने पर किसी भी अधिकारी, चिकित्सक और कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.