बिहार

bihar

Gang war in Motihari: ठेकेदार के शरीर में उतारी 19 गोलियां, इस गैंग का नाम आया सामने

By

Published : May 6, 2023, 7:30 PM IST

बिहार के मोतिहारी में ठेकेदार की हत्या के बाद से पुलिस छानबीन में जुटी हुई है. शुरुआती पोस्टमार्टम रिपोर्ट में 19 गोली लगने की पुष्टि की गई है. एसपी ने बताया कि मृतक पर कई आपराधिक मामले दर्ज थे. परिजनों के अनुसार कई लोगों से दुश्मनी थी. वहीं इस हत्या के पीछे संतोष झा गैंग का भी नाम सामने आ रहा है. पढ़ें पूरी खबर...

Etv Bharat
Etv Bharat

कान्तेश कुमार मिश्रा, एसपी, मोतिहारी

मोतिहारीःबिहार के मोतिहारी में ठेकेदार की गोली मारकर हत्या मामले में पोस्टमार्टम रिपोर्ट आ गई है, जिसमें पोस्टमार्टम रिपोर्ट ठेकेदार को 19 गोली लगने की पुष्टि की गई है. ठेकेदार की हत्या के बाद से परिजनों में कोहराम मचा हुआ है. वहीं पुलिस परिजनों के बयान के आधार पर घटना की छीनबीन में जुट गई है. मृतक ओमप्रकाश सिंह बिजली का ठेकेदारी का काम करते थे. शनिवार को शिवहर से मुजफ्फरपुर की ओर जा रहे थे. इसी दौरान अपराधियों ने उनकी कार पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी. कार पर 30 से ज्यादा गोली के निशान हैं, जबकि ठेकेदार को 19 गोली लगी है.

यह भी पढ़ेंःFiring in Motihari: मोतिहारी में बिजली विभाग के ठेकेदार की हत्या, बदमाशों ने की गाड़ी पर 20 से 25 राउंड फायरिंग

संतोष झा गैंग द्वारा हत्या की चर्चाःसूत्रों के अनुसार संतोष झा गैंग के द्वारा इस घटना को अंजाम देने की बात सामने आ रही है. क्योंकि, संतोष झा की सीतामढ़ी कोर्ट में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. संतोष झा की हत्या के मामले में मुकेश पाठक का नाम सामने आया है. मुकेश पाठक फिलहाल जेल में बंद है. ठेकेदार ओमप्रकाश सिंह मुकेश पाठक का दाहिना हाथ था माना जाता था. जब से मुकेश पाठक जेल गया है, तब से ओम प्रकाश सिंह मुकेश पाठक के आर्थिक साम्राज्य का देख रेख करता था. मुकेश पाठक और संतोष झा गैंग के बीच विवाद शुरू से रहा है. इसी विवाद में ओमप्रकाश सिंह की हत्या करने की आशंका है.

पत्नी की हत्या में जेल चा चुका था मृतकः पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार मृतक ओम प्रकाश सिंह उर्फ बाबू साहेब का अपराधिक इतिहास रहा है. पूर्व में छोटा मोटा अपराध किया करता था. 2011 में उसके पत्नी की संदिग्ध स्थिति में मौत हो गई. मायके वालों ने ओमप्रकाश सिंह पर हत्या का आरोप लगा कर शिवहर थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी थी. 2013 में पत्नी की हत्या के आरोप में सीतामढ़ी जेल गया था. जेल में ही ओमप्रकाश की मुलाकात गैंगस्टर संतोष झा और मुकेश पाठक से हुई. उस समय संतोष झा और मुकेश पाठक एक साथ क्राइम कर रहे थे, लेकिन जब संतोष झा और मुकेश पाठक में अदावत शुरु हुई. ओमप्रकाश ने मुकेश पाठक का हाथ थाम लिया और वह मुकेश पाठक के लिए काम करने लगा था. मुकेश पाठक ने ओम प्रकाश के लिए बिजली विभाग के अलावा अन्य विभागों में टेंडर मैनेज करना शुरु किया.

मुजफ्फरपुर जाने के दौरान हादसाः बता दें कि शनिवार को बिजली विभाग के ठेकेदार ओमप्रकाश सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई. ओमप्रकाश सिंह शिवहर जिला के लक्ष्मीनिया गांव के रहने वाले थे और बिजली विभाग में ठेकेदारी करते थे. अपने स्कार्पियो से ड्राइवर समेत दो अन्य लोगों के साथ मुजफ्फरपुर जा रहे थे. खुद अगली सीट पर बैठे हुए थे. मुजफ्फरपुर जाने के दौरान फेनहारा थाना क्षेत्र के इजोरबारा गांव के पास टाटा सूमो सवार अपराधियों ने स्कार्पियो को घेर कर स्वचालित हथियार से अंधाधुंध फायरिंग कर दी, जिसमें ठेकेदार ओमप्रकाश सिंह की घटनास्थल पर ही मौत हो गई. ओमप्रकाश सिंह को 19 गोलियां लगी है. स्कार्पियो पर 30 से ज्यादा बुलेट के निशान हैं. घटना के बाद अपराधी टाटा सूमो से शिवहर की ओर निकल गए. ड्राइवर मुकेश सिंह और पिछले सीट पर बैठे दो अन्य लोग बाल बाल बच गए.

"ओमप्रकाश सिंह शिवहर से फेनहारा होकर मुजफ्फरपुर जा रहे थे. इसी दौरान इनकी हत्या की गई है. इनके उपर चार अलग-अलग मामले दर्ज हैं. एफएसएल की टीम बुलायी जा रही है. घटनास्थल से 15 राउंड ब्लैंक बुलेट मिले हैं. डेड बॉडी लेकर घरवाले चले गए हैं. घरवालों से बातचीत की जा रही है. ओमप्रकाश सिंह के कई लोगों से दुश्मनी की बात परिजन बता रहे हैं. पुलिस हर बिंदु पर जांच कर रही है."-कान्तेश कुमार मिश्रा, एसपी, मोतिहारी

ABOUT THE AUTHOR

...view details