बिहार

bihar

Water Logging In Darbhanga: मूसलाधार बारिश के बाद बेता थाने में घुसा पानी, स्विमिंग पूल बना पुलिस स्टेशन

By

Published : Jul 7, 2023, 9:19 AM IST

दरभंगा में बारिश के कारण जलजमाव की स्थिति बनी हुई है. अस्पताल हो या पुलिस स्टेशन सभी जगहों पर पानी जमा हुआ है. जिसके चलते लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. जिले के बेता थाना परिसर में बारिश के कारण झील की स्थिति बनी हुई है. पुलिस कर्मी जलजमाव के बीच रहने को विवश हैं. पढ़ें पूरी खबर..

बेता थाना परिसर में जलजमाव
बेता थाना परिसर में जलजमाव

बेता थाना परिसर में जलजमाव

दरभंगा:सावन की पहली मूसलाधार बारिश ने दरभंगा नगर निगम की पोल खोलकर रख दी है. 24 घंटे जनता की सेवा में अलर्ट रहने वाली दरभंगा पुलिस भी नगर निगम की लापरवाही से नहीं बच पायी. शहर के बीचों बीच सहायक बेता थाना में भी गंदे पानी ने अपना डेरा जमा लिया है. यहां पर तैनात कर्मियों को इसका दंश झेलना पड़ रहा है. मजबूरी में इस गंदे पानी में जनता की सेवा करने वाले पुलिसकर्मी अपनी ड्यूटी का फर्ज निभा रहे हैं. सहायक बेता थाना के अंदर और परिसर में कई फीट पानी जमा हो गया है. जिससे थाना का नजारा स्विमिंग पूल जैसा हो गया है.

ये भी पढ़ें- Water Logging In DMCH: बारिश के पानी में डूबा DMCH, ऑफिस से वार्ड तक पानी-पानी.. 5 दिनों के लिए क्लास सस्पेंड

बीमार पड़ सकते हैं पुलिसकर्मी:पिछले 24 घंटे में हुए मूसलाधार बारिश की वजह से नगर निगम के अधिकांश वार्ड, अस्पताल, सरकारी दफ्तर, मुख्य सड़क के साथ-साथ शहर के बीचों बीच स्थित सहायक बेता थाना में पानी भर गया है. हर वक्त जनता की सेवा में तत्पर रहने वाले पुलिस कर्मियों का थाना के अंदर जाना और वहां से बाहर जाना दूभर हो गया है. थाना परिसर में घुटने से ऊपर तक पानी है. थाना के अंदर थाना प्रभारी कक्ष, कार्यालय और पुलिस बैरक, सभी जगह पानी घुस गया है और इसी गंदे पानी के बीच सभी रहने को विवश हैं. हालत ऐसी है कि कभी भी पुलिसकर्मी बीमार भी हो सकते हैं.

थाना कार्यालय का हाल बेहाल

गंदे पानी के बीच रहने को विवश हैं पुलिसकर्मी:सहायक थाना बेता के अंदर बने बैरेक में रह रहे कर्मियों का कहना है कि बैरेक के अंदर पानी आ जाने से काफी मुसीबत का सामना करना पर रहा है. गंदे पानी मे हमेशा सांप-कीड़े का डर बना रहता है. वही उन्होंने कहा कि सबसे बड़ी समस्या खाना-पीना में हो गया है. दिन में तो कहीं जाकर खाना खा लेते हैं. लेकिन रात में बेड पर चूल्हा रखकर खाना बनाकर खाते हैं. क्या करे मजबूरी हैं. नहीं ऐसा करेंगे तो ड्यूटी कैसे कर पाएंगे. इसी गंदे पानी के बीच होकर आना- जाना पड़ता है.

बेता थाना परिसर का दृष्य

"क्या करें, हमलोग को इसी में ड्यूटी भी करना पड़ता है. पानी तो कल ही आया है. खाना-पीना इधर-उधर खाते हैं. सांप-बिच्छु का भी डर लगता है. हर साल की ऐसी ही स्थिति है."- पुलिस कर्मी, बेता थाना

ABOUT THE AUTHOR

...view details