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Flood In Darbhanga: नेपाल में बारिश के कारण कुशेश्वरस्थान में बाढ़ की दस्तक, चचरी पुल बहने से आवागमन प्रभावित

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Published : Jun 19, 2023, 7:11 AM IST

एक तरफ बिहार में भीषण गर्मी पड़ रही है, वहीं दूसरी तरफ अब बाढ़ भी दस्तक देने लगी है. नेपाल की तराई में हुई बारिश ने कोसी नदी के जलस्तर में वृद्धि ला दिया. जिस वजह से दरभंगा के कुशेश्वरस्थान पूर्वी प्रखंड के उजुआ कोला घाट के आसपास 50 मीटर की दूरी पर बने तीन चचरी पुल पानी में बह गए हैं.

दरभंगा में बाढ़
दरभंगा में बाढ़

दरभंगा में बाढ़ की दस्तक

दरभंगा:बिहार केदरभंगा में बाढ़ने दस्तक दे दी है. कई नदियों में जलस्तर बढ़ने लगा है. नेपाल की तराई में हुई बारिश का असर ही है कि कुशेश्वरस्थान पूर्वी प्रखंड के उजुआ कोला घाट के आसपास 50 मीटर की दूरी पर बने तीन चचरी पुल पानी में बह गए हैं. चचरी पुल के बहने से तीन पंचायतों के लोगों के सामने आवागमन की गंभीर समस्या उत्पन्न हो गई है. वहीं इस घाट पर कुशेश्वरस्थान फूलतोड़वा सड़क के लिए बन रहे पुल का निर्माण कार्य भी ठप पड़ गया है.

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नाव से नदी पार करने को लोग मजबूर: वहीं, कोसी नदी में आए अचानक उफान से लोगों का आवागमन का एक मात्र सहारा नाव रह गई है लेकिन स्थानीय प्रशासन की ओर से आपदा मद से कोई नाव की व्यवस्था नहीं की गई है. जिसके चलते उजुआ, उसड़ी, तेगच्छा, झाझा, कोदरा सिमरटोका, बुढ़िया सुकराशी, औरथुआ गोलमा तिलकेश्वर सहित करीब 30 गांवों के लोग अपनी जान को जोखिम में डालकर प्रखंड कार्यालय और निजी कार्यो के लिए निजी नाव से आते-जाते हैं. स्थानीय लोगों का कहना है कि चचरी पुल के वह जाने से लाखों की क्षति हुई है. आमलोगों को भी इस पार से उस पार जाने में घंटों इंतजार करना पड़ता है.

सीओ ने क्या कहा?: वहीं कुशेश्वरस्थान प्रखंड के अंचलाधिकारी अखिलेश कुमार ने बताया कि कोसी नदी में पानी बढ़ने की सूचना मिली है. जल्द ही सरकारी नाव प्रभावित इलाकों में लोगो के आवागमन के लिए उपलब्ध कराया जाएगा. उन्होंने कहा कि अचंल के कर्मियों को निर्देशित किया गया है कि प्रभावित इलाके का दौरा कर स्थित पर नजर बनाए रखें, ताकि आवश्यकता पड़ने पर सरकारी सुविधा मुहैया कराया जा सके. उन्होंने कहा कि नदी के जलस्तर में वृद्धि होने से फिलहाल आवागमन में परेशानी आई है, उसे जल्द ही दूर कर लिया जाएगा.

लोगों का क्या कहना है?: वहीं स्थानीय लोगों का कहना है कि 20 से 25 हजार की आबादी बाढ़ से प्रभावित हो रही है. चचरी पुल के टूट जाने से कई गांवों के लोगों के लिए आन-जाने में समस्या उत्पन्न हो रही है. बीमार पड़ने पर डॉक्टर के पास जाने में भी दिक्कत होती है. सरकार और स्थानीय प्रशासन की इस ओर ध्यान देना चाहिए

"जो पुल टूट गया है, सब टूट गया है. निजी नाव से लोग हमलोग नदी पार करते हैं. सरकार की ओर से कोई मदद नहीं मिल रही है. यहां स्थायी पुल का निर्माण कराया जाए. फिलहाल तो वैकल्पिक व्यवस्था की जाए ताकि लोगों को राहत मिल सके"- स्थानीय

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